Curry Leaves: दक्षिण भारतीय खानपान में खासकर करी पत्ते का इस्तेमाल किया जाता है. उपमा, कड़ी, डोसा मसाला, सांबर और उत्तपम आदि में करी पत्ता जाता है. लेकिन, करी पत्ते (Curry Leaves) का पानी और चाय भी कुछ कम फायदेमंद नहीं होते हैं. करी पत्ते से बनी इस हर्बल टी से शरीर की कई दिक्कतें दूर हो जाती हैं. इसके एंटीबैक्टीरियल और औषधीय गुण पाचन को बेहतर करने में भी सहायक हैं. यहां जानिए इस चाय (Curry Leaves Tea) को बनाने का तरीका और इसे पीने के फायदे.
करी पत्ते की चाय पीने के फायदे | Benefits Of Drinking Curry Leaves Tea
करी पत्ते की चाय बनाने के लिए तकरीबन 12 से 15 करी पत्ते लेकर धो लें. एक बर्तन में एक गिलास पानी चढ़ाएं और उसमें इन पत्तों को डालकर उबालें. जब पानी का रंग बदल जाए तो इसे कप में छान लें. स्वाद के अनुसार इसमें हल्का सा शहद डाला जा सकता है.
ब्लड शुगर होती है कंट्रोल
करी पत्ते की चाय ब्लड शुगर कंट्रोल करने में असरदार है. इस चाय को डायबेटिक फ्रेंडली हर्बल टी (Herbal Tea) भी कहा जा सकता है. वहीं, यूनिवर्सिटी ऑफ शिकागो की हर्बल मेडिसिन रिसर्च में करी पत्ते को शुगर लेवल्स कम करने में कारगर माना गया.
मोर्निंग सिकनेस या जी मिचलाने (Nausea) पर करी पत्ते की चाय पी जा सकती है. सुबह उठते ही बहुत से लोगों को बीमार जैसा महसूस होता है और बिस्तर से उठने की हिम्मत नहीं पड़ती. ऐसे में करी पत्ते की चाय पी जा सकती है. यह चाय उल्टी को रोकने का भी काम करती है.
पाचन होता है बेहतरआयुर्वेद में करी पत्ते को माइल्ड लेक्सेटिव गुणों से युक्त माना जाता है. साथ ही, इन पत्तों में डाइजेस्टिव एंजाइम भी होते हैं जो पाचन (Digestion) के लिए अच्छे साबित होते हैं. पेट की दिक्कतें जैसे कब्ज, दस्त और गैस में करी पत्ते की चाय पी जा सकती है.
करी पत्ते की चाय नसों को रिलैक्स करने का काम करती है. इस चाय को पीने पर राहत महसूस होती है और तनाव दूर होता है. जब भी टेंशन और स्ट्रेस महसूस हो एक कप करी पत्ते की चाय बनाकर पी लें.
मिलते हैं पावरफुल एंटी-ऑक्सीडेंट्सशरीर को करी पत्ते की चाय पीने पर पावरफुल एंटी-ऑक्सीडेंट्स मिलते हैं. इस चलते यह चाय पर फ्री रेडिकल्स को दूर करती है जिससे स्किन सेल्स डैमेज होने से बचती हैं. कई बीमारियां इसीलिए दूर भी रहती हैं.
अस्वीकरण: सलाह सहित यह सामग्री केवल सामान्य जानकारी प्रदान करती है. यह किसी भी तरह से योग्य चिकित्सा राय का विकल्प नहीं है. अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें. एनडीटीवी इस जानकारी के लिए ज़िम्मेदारी का दावा नहीं करता है.