Healthy Foods: मीठे के शौकीन लोग अक्सर चाय, हलवा, कॉफी या जूस आदि बनाते हुए चीनी का जरूरत से ज्यादा इस्तेमाल करते हैं. इसके अलावा ओट्स, दलिया, दही या फिर दूध में भी चीनी भर-भरकर डालने लगते हैं. लेकिन, चीनी (Sugar) का जरूरत से ज्यादा सेवन सेहत को बिगाड़ने वाला साबित हो सकता है. इससे डायबिटीज (Diabetes) की दिक्कत हो सकती है जो अन्य स्वास्थ्य संबंधी दिक्कतों की वजह बनती है. ऐसे में यहां आपके लिए उन खाने की चीजों की सूची दी जा रही है जिन्हें चीनी के स्थान पर (Sugar Alternatives) खाया जा सकता है.
चीनी की जगह खाई जाने वाली चीजें | Sugar Alternatives
शहद
चीनी की जगह पर शहद का इस्तेमाल किया जा सकता है. शहद (Honey) का स्वाद मीठा तो होता ही है, इसे दूध, दही, फल और स्मूदी आदि में बेझिझक डाल सकते हैं. इसका स्वाद चीनी से बेहतर आता है और शरीर को शहद के एंटी-ऑक्सीडेंट्स, एंटीवायरल और एंटीबैक्टीरियल गुण भी मिलते हैं.
मीठे होने के साथ-साथ खजूर (Dates) सेहत के लिए भी बेहद अच्छे होते हैं. इनमें मैंग्नीज, विटामिन बी6. मैग्नीशियम, फाइबर और पौटेशियम की भी अच्छी मात्रा पायी जाती है. खजूर को स्मूदी, शेक्स, ओट्स, दलिया और दही में मिठास लाने के लिए डालकर खा सकते हैं. दूध में खजूर के टुकड़े डालकर पीने पर कई सेहत संबंधी फायदे भी मिलते हैं.
ज्यादातर पेनकेक्स के साथ मेपल सिरप का सेवन किया जाता है. यह सिरप स्वाद में अच्छा होता है और खाने पर मीठा लगता है. इसमें एंटी-ऑक्सीडेंट्स की अच्छी मात्रा पायी जाती है. इस चलते मेपल सिरप को स्वीनर की तरह इस्तेमाल कर सकते हैं.
कोकोनट शुगर को नारियल के पेड़ पर लगी फूलों की कलियों से बनाया जाता है. इसे भी चीनी की जगह पर खाया जा सकता है. इसमें फ्रुक्टोस की मात्रा कम होती है और इसका ग्लाइसेमिक इंडेक्स भी कम होता है. इसे पकवान बनाने में इस्तेमाल किया जा सकता है.
किशमिश (Raisins) को इस्तेमाल करने के कई तरीके हैं. इसे सलाद, ओटमील, दही और सीरियल में डालकर भी खाया जा सकता है. मिठास के लिए किशमिश दूध में भी मिला सकते हैं. इसमें आयरन, विटामिन और फाइबर की अच्छी मात्रा पायी जाती है जो इसे सेहत के लिए अच्छी चॉइस बनाती है.
सेहत के लिए ओमेगा-3 फैटी एसिड्स का सेवन है जरूरी, जानिए किन प्लांट बेस्ड फूड्स से मिलता है Omega-3
अस्वीकरण: सलाह सहित यह सामग्री केवल सामान्य जानकारी प्रदान करती है. यह किसी भी तरह से योग्य चिकित्सा राय का विकल्प नहीं है. अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें. एनडीटीवी इस जानकारी के लिए ज़िम्मेदारी का दावा नहीं करता है.