Fitness: जिंदगी सचमुच बेहद भागदौड़ भरी हो चुकी है जिस चलते फिटनेस से भी लोग कभी-कभार जानकर या अनजाने में समझौता कर लेते हैं. लोग वर्कआउट तो करना चाहते हैं लेकिन स्ट्रेच करने से कतराते हैं. स्ट्रेचिंग (Stretching) एक तरह से वॉर्मअप है जिसे स्किप करनें में लोगों को कोई बुराई नजर नहीं आती जबकि स्ट्रेचिंग वर्कआउट (Workout) को कही ज्यादा आसान भी बना सकती है जिससे आप आसानी से कठिन एक्सरसाइज (Exercise) को भी कर सकते हैं. इससे एक तरह से आपका शरीर वर्कआउट के लिए तैयार हो जाता है. इसके सेहत पर भी सकारात्मक प्रभाव पड़ते हैं. आइए जानें वर्कआउट से पहले स्ट्रेच (Stretch) करने के सभी फायदे.
वर्कआउट से पहले स्ट्रेचिंग करने के फायदे | Benefits Of Stretching Before Workout
एक्सरसाइज के लिए शरीर होता है तैयार स्ट्रेच करने पर शरीर की मसल्स (Muscles) वर्कआउट के लिए तैयार हो जाती हैं. इससे मसल्स खिंचने का डर नहीं रहता. स्ट्रेचिंग से शरीर इंटेस वर्कआउट, वेट लिफ्टिंग और इंटेंस रनिंग के लिए भी तैयार हो जाता है.
अगर आप रोजाना वर्कआउट से पहले या बिना वर्कआउट के भी स्ट्रेच करते हैं तो आपका स्ट्रेस यानी तनाव कई हद तक कम हो सकता है. अगर आप एक्सरसाइज नहीं भी करते हैं तो दिमाग शांत करने के लिए कुछ देर स्ट्रेच कर सकते हैं.
बिना स्ट्रेचिंग किए जब आप वर्कआउट करते हैं तो शरीर की मसल्स अचानक खिंचाव महसूस करती हैं. इससे मसल्स पर जोर भी पड़ता है. वहीं, स्ट्रेच करने पर मसल्स हल्कापन महसूस करती हैं जिससे वर्कआउट करते समय भी मसल्स पर बहुत ज्यादा प्रभाव नहीं पड़ता.
शरीर के ब्लड फ्लो के लिए भी स्ट्रेच करना अच्छा है. आप वर्कआउट नहीं करना चाहते तब भी सेहत (Health) को ठीक रखने के लिए दिन में एकबार स्ट्रेच कर सकते हैं.
शरीर की लचकता बढ़ाने में भी स्ट्रेच करना सहायक साबित होता है. कई बार आप वर्कआउट से उतनी लचकता या फ्लेक्सीबिलिटी महसूस नहीं कर पाते जितनी आपको स्ट्रेच से होती है. डांसर या जिमनास्ट भी स्ट्रेच इसी कारण से करते हैं.
अस्वीकरण: सलाह सहित यह सामग्री केवल सामान्य जानकारी प्रदान करती है. यह किसी भी तरह से योग्य चिकित्सा राय का विकल्प नहीं है. अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें. एनडीटीवी इस जानकारी के लिए ज़िम्मेदारी का दावा नहीं करता है.