Home Remedies: ठंडक वाले मौसम में कानों के इंफेक्शन का खतरा ज्यादा रहता है. ज्यादातर बैक्टीरिया, वायरस या फंगस के कारण काने के अंदर या बाहरी हिस्से में इंफेक्शन (Ear Infection) हो जाता है. सर्दी, जुकाम या फिर बुखार या किसी तरह की एलर्जी होने पर भी कानों में दर्द हो सकता है. कान का इंफेक्शन बच्चों और बड़ों दोनों को ही सता सकता है. ऐसे में अगर कान में हल्का-फुल्का दर्द (Earache) होना शुरू ही हुआ है तो कुछ घरेलू नुस्खों को आजमाकर देखा जा सकता है. ये नुस्खे कानों के इंफेक्शन और दर्द को दूर करने में असरदार साबित हो सकते हैं.
कानों के इंफेक्शन के लिए घरेलू उपाय | Ear Infection Home Remedies
लहसुन आ सकता है कामकानों के दर्द के लिए लहसुन (Garlic) का इस्तेमाल किया जा सकता है. लहसुन के एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण सूजन को दूर करते हैं और अगर कान भरा-भरा महसूस होता है तो इस दिक्कत से भी छुटकारा मिल जाता है. इस्तेमाल के लिए 2 से 3 कच्ची लहसुन की कलिया ले लें. इस लहसुन को हल्का गर्म करें और इसमें थोड़ा नमक मिला लें. इस मिश्रण को किसी कपड़े में बांधकर कान पर रखें. इससे दर्द कम होने में मदद मिलेगी. नारियल के तेल को कानों के बाहरी हिस्से पर लगाकर भी कुछ देर रखा जा सकता है. इससे भी असर देखने को मिलता है.
लौंग के तेल (Clove Oil) का इस्तेमाल करके कानों के दर्द से छुटकारा पाया जा सकता है. कानों के दर्द पर लौंग के एंटी-इंफ्लेमेटरी गुणों का असर दिखता है. इससे कानों को सूदिंग इफेक्ट्स मिलते हैं और दर्द कम होने लगता है. कानों के इंफेक्शन में लौंग के तेल और तिल के तेल को मिलाकर हल्का गर्म करें. इस तेल को ठंडा कर लें और फिर कानों में इसकी 1-2 बूंदे डालकर देखें. रोजाना 3 से 4 बार इस नुस्खे को आजमाया जा सकता है.
तुलसी के पत्ते कानों के दर्द में आयुर्वेदिक औषधी की तरह असर दिखाते हैं. तुलसी के एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण, एंटी-ऑक्सीडेंट्स और एंटीमाइक्रोबियल गुण खासतौर से कानों के दर्द से राहत दिलाने में असरदार होते हैं. इस्तेमाल के लिए तुलसी के पत्तों को पीसकर उसके रस को कान में डाल सकते हैं.
इंफेक्शन और कान दर्द को दूर करने के लिए अदरक का इस्तेमाल किया जा सकता है. अदरक के इस्तेमाल से इंफ्लेमेशन दूर होती है. अदरक के रस को या अदरक के तेल (Ginger Oil) को कानों के आसपास लगाया जा सकता है. इसे हल्का गर्म करके इस्तेमाल कर सकते हैं.
अस्वीकरण: सलाह सहित यह सामग्री केवल सामान्य जानकारी प्रदान करती है. यह किसी भी तरह से योग्य चिकित्सा राय का विकल्प नहीं है. अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें. एनडीटीवी इस जानकारी के लिए ज़िम्मेदारी का दावा नहीं करता है.
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