राष्ट्रीय बाल पुरस्कार बच्चों की असाधारण उपलब्धियों, ब्रेवरी, इनोवेशन, खेल और सोशल कॉन्ट्रिब्यूशन के लिए दिया जाता है. जिसे खुद देश के राष्ट्रपति बच्चों को सौंपते हैं. ये प्रतिष्ठित पुरस्कार न सिर्फ उपलब्धि का प्रमाण होता है, बल्कि बच्चों के आत्मविश्वास, प्रेरणा और भविष्य की संभावनाओं को नई दिशा भी देता है. एक समारोह आयोजित कर राष्ट्रपति बच्चों को मेडल पहनाते हैं और एक गोल सी चीज भी देते हैं. एक मोटे रोल की तरह दिखने वाली ये गोल चीज क्या होती है. बाल पुरस्कार विजेता योगिता मंडावी ने एक अनबॉक्सिंग कर ये बात रिवील की.
‘गोल चीज' में क्या मिलता है?
अक्सर लोग ये जानने को उत्सुक रहते हैं कि राष्ट्रीय बाल पुरस्कार के साथ दी जाने वाली वह गोल चीज आखिर होती क्या है. इस संबंध में योगिता मंडावी ने एक वीडियो शेयर किया है. जिसमें वो उस गोल रोल का ऊपर का कैप ओपन करती हैं. उसके अंदर से एक बड़ा रोल किया हुआ डॉक्यूमेंट निकलता है. उन्होंने दिखाया कि गोल केस के भीतर एक बड़ा सा सर्टिफिकेट होता है. जिस पर भारत सरकार की मोहर और पुरस्कार का प्रतीक चिन्ह उकेरा होता है. इस सर्टिफिकेट पर उनका नाम भी बड़े बड़े अक्षरों में लिखा है. इसके अलावा सर्टिफिकेट उनकी उपलब्धियों और सम्मान का पूरा डिटेल भी मौजूद होता है.
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कौन हैं योगिता मंडावी?
योगिता का सफर पुरस्कार से कहीं आगे जाता है. दस साल की उम्र में जब उन्होंने जूडो सीखा, तभी उन्होंने अपने भीतर की ताकत और पहचान को महसूस किया. ये सफर रातोंरात सफलता का नहीं, बल्कि अनुशासन, साहस और दृढ़ता से भरपूर है. राज्य स्तर के मेडल, राष्ट्रीय प्रतियोगिताओं के पोडियम और कई उपलब्धियों के बाद 2025 में योगिता ने नेशनल ओपन जूडो चैंपियनशिप में ब्रॉन्ज मेडल जीता. और, देश की उभरती हुई युवा जूडोकाओं में अपना स्थान मजबूत किया. अब जब उन्हें देश के सबसे प्रतिष्ठित सम्मान से नवाजा गया तब उनकी कहानी ये जाहिर करती है कि सपनों के साथ सच्चाई और मेहनत जुड़ जाए. तो सम्मान अपने आप आपके हुनर को पहचान लेता है.














