- बी सुदर्शन रेड्डी का जन्म आंध्र प्रदेश के रंगारेड्डी जिले के किसान परिवार में हुआ
- आंध्र प्रदेश हाईकोर्ट और सुप्रीम कोर्ट के जज के रूप में उनका लंबा और प्रभावशाली करियर रहा
- बी सुदर्शन रेड्डी को गोवा का लोकायुक्त भी नियुक्त किया गया था, लेकिन उन्होंने सात महीने में इस्तीफा दे दिया था
Vice President Election: जगदीप धनखड़ के इस्तीफे के बाद उपराष्ट्रपति पद के लिए अगले नाम के कयास लगाए जा रहे थे, जिन पर अब विराम लग चुका है. एनडीए और इंडिया गठबंधन की तरफ से अपने-अपने उम्मीदवारों के नाम का ऐलान किया गया है. इस चुनाव में एनडीए के उम्मीदवार सीपी राधाकृष्णन के खिलाफ 'इंडिया' ब्लॉक ने बी सुदर्शन रेड्डी को अपना कैंडिडेट बनाया है. मूल रूप से आंध्र प्रदेश से आने वाले बी सुदर्शन रेड्डी हाईकोर्ट से लेकर सुप्रीम कोर्ट के जज रह चुके हैं. आइए जानते हैं उनका अब तक का पूरा सफर कैसा रहा.
किसान परिवार से आते हैं सुदर्शन रेड्डी
इंडिया ब्लॉक की तरफ से उपराष्ट्रपति पद के उम्मीदवार बी सुदर्शन रेड्डी का जन्म 8 जुलाई 1946 को आंध्र प्रदेश के रंगारेड्डी जिले के आकुला मायलावरम गांव में हुआ. वो किसान परिवार से आते हैं. उन्होंने हैदराबाद में पढ़ाई पूरी की और 1971 में उस्मानिया विश्वविद्यालय, हैदराबाद से कानून की डिग्री हासिल की. उसी साल वकालत के लिए रिजस्ट्रेशन कराया. इसके बाद वे सीनियर एडवोकेट के प्रताप रेड्डी के चैंबर में शामिल हुए.
ऑनलाइन गेमिंग पर बैन लगाने वाली है सरकार, क्या Dream11 जैसे ऐप्स भी हो जाएंगे बंद? हर सवाल का जवाब
ऐसा रहा कानूनी करियर
- बी सुदर्शन रेड्डी ने आंध्र प्रदेश हाईकोर्ट में रिट और क्रिमिनल मामलों में वकालत की.
- 1988 से 1990 तक, उन्होंने आंध्र प्रदेश हाईकोर्ट में सरकारी वकील के तौर पर काम किया.
- कुछ समय के लिए केंद्र सरकार के अतिरिक्त स्थायी वकील के रूप में नियुक्त हुए.
- साल 1993-94 के लिए आंध्र प्रदेश हाईकोर्ट बार एसोसिएशन के अध्यक्ष चुने गए.
- 8 जनवरी 1993 को उस्मानिया विश्वविद्यालय, हैदराबाद के कानूनी सलाहकार और स्थायी वकील नियुक्त किए गए.
- 2 मई 1995 को आंध्र प्रदेश उच्च न्यायालय के न्यायाधीश नियुक्त किए गए.
- 5 दिसंबर, 2005 को उन्हें गुवाहाटी हाईकोर्ट का मुख्य न्यायाधीश बनाया गया.
- 12 जनवरी, 2007 को बी. सुदर्शन रेड्डी को भारत के सुप्रीम कोर्ट का जज चुना गया था. जिसके बाद 8 जुलाई 2011 को वो रिटायर हुए.
- साल 2013 में उन्हें गोवा का लोकायुक्त नियुक्त किया गया, हालांकि निजी कारणों का हवाला देते हुए उन्होंने 7 महीने में ही इस्तीफा दे दिया.
कब नामांकन करेंगे बी सुदर्शन रेड्डी?
इंडिया गठबंधन की तरफ से बताया गया है कि बी सुदर्शन रेड्डी 21 अगस्त को नामांकन दाखिल करेंगे, ये नामांकन की आखिरी तारीख है. विपक्ष की पूरी कोशिश है कि इस बार अपने उम्मीदवार के पक्ष में माहौल बनाएं, हालांकि नंबर गेम में एनडीए ताकतवर दिख रही है.
कब है उपराष्ट्रपति चुनाव?
उपराष्ट्रपति पद के लिए नामांकन की आखिरी तारीख 21 अगस्त है. इसके बाद नामांकन पत्रों की जांच 22 अगस्त को होगी और 25 अगस्त तक उमीदवार अपना नामांकन वापस ले सकते हैं. उपराष्ट्रपति पद के लिए 9 सितंबर को वोट डाले जाएंगे. जिसके बाद नतीजे सामने आएंगे. उपराष्ट्रपति का चुनाव संविधान के अनुच्छेद 66(1) के तहत होता है, जिसमें लोकसभा और राज्यसभा के निर्वाचित और नामांकित सदस्य वोट करते हैं. इस चुनाव में वोटिंग प्रक्रिया गोपनीय मतपत्र से होती है.