शादी के बाद सात दिन तक कपड़े नहीं पहनती है दुल्हन, भारत के इस गांव में है ये अजीब परंपरा

हिमाचल के कुल्लू जिले की मणिकर्ण घाटी में बसा पिनी गांव के लोगों के यहां ऐसी परंपरा है कि शादी के बाद नई दुल्हन को सात दिनों तक कपड़े नहीं पहनने होते हैं.

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नई दिल्ली:

Strange Tradition: दुनिया में कई  अजीबो-गरीब परंपरा है, जिसे सुनकर कोई भी हैरान हो सकता है. भारत में कई तरह के धर्मों को मानने वाले लोग रहते हैं. साथ ही समुदाय की भी कमी नहीं है. इन्ही अलग-अलग समुदायों के कुछ परंपराओं को देखकर आपको यकीन नहीं होगा. ऐसी ही एक परंपरा हिमाचल के कुल्लू जिले की मणिकर्ण घाटी में बसा पिनी गांव के लोग मानते हैं जहां पर शादी के बाद नई दुल्हन को सात दिनों तक कपड़े नहीं पहनने होते हैं.

इस दौरान पति-पत्नी दूर रहते हैं

हालांकि, पूरे तरीके से बिना कपड़ों के नहीं, बल्कि दुल्हन इस दौरान ऊन से बने पट्टू (स्थानीय ऊनी कपड़ा) जैसे हल्के वस्त्रों का उपयोग करती हैं, जिससे शरीर ढक जाता है. कुछ स्त्रोत 'बिना कपड़ों' का उल्लेख करते हैं, लेकिन आधुनिक समय में इसे पूरी तरह नग्नता के बजाय  पारंपरिक कपड़ों को त्यागने और एक स्पेशल ऊन से बने कपड़ों को पहनने के रूप में देखा जाता है.इन सात दिनों के दौरान, दुल्हन और दूल्हा (पति) के बीच किसी भी तरह की बातचीत या हंसी-मजाक की मनाही होती है. पति-पत्नी को एक-दूसरे से दूर रहना होता है.

इस परंपरा के पीछे की मान्यता और कारण

एसी मान्यता है कि स्थानीय लोगों का मानना है कि इस परंपरा का पालन करने से देवताओं का आशीर्वाद बना रहता है, जिससे गांव में खुशहाली, समृद्धि और शांति आती है. यह रिवाज उनकी सदियों पुरानी रीति-रिवाजों का प्रमुख हिस्सा है और माना जाता है कि इसका पालन न करने से परिवार में दुर्घटना या कोई अशुभ घटना हो सकती है. इस रिवाज को सामाजिक और धार्मिक शुद्धता की अवधि मानी जाती है, जिसके बाद ही नवविवाहित जोड़ा अपना वैवाहिक जीवन शुरू करता है.

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