Lightning vs Electricity: तेज बारिश के साथ जब आसमान में बिजली चमकती और गड़गड़ाहट होती है, तो बहुत से लोग डर जाते हैं. कई घरों में एहतियातन पंखे, टीवी, मोबाइल चार्जर और अन्य इलेक्ट्रॉनिक आइटम्स बंद कर दिए जाते हैं. लेकिन क्या आपने कभी सोचा है कि आसमान से गिरने वाली बिजली और हमारे घरों में इस्तेमाल होने वाली बिजली एक जैसी ही होती है या इनमें कोई अंतर होता है. इस आर्टिकल में बिल्कुल आसान भाषा में समझिए आसमानी बिजली और घरेलू बिजली में क्या फर्क है और इससे जुड़ी सावधानियां क्यों जरूरी हैं.
आसमान से गिरने वाली बिजली क्या होती है
आसमान से गिरने वाली बिजली यानी आकाशीय बिजली (Lightning) बादलों के अंदर जमा हुए भारी मात्रा में इलेक्ट्रिक चार्ज होते हैं, जिनका अचानक जमीन या किसी दूसरे बादल की ओर बहाव होता है. जब बादलों में पॉजिटिव और नेगेटिव चार्ज का संतुलन बिगड़ जाता है, तो कुछ माइक्रोसेकंड में ही करोड़ों वोल्ट की बिजली गिरती है. इसी प्रक्रिया में तेज रोशनी और जोरदार कड़कने की आवाज होती है. यह प्राकृतिक बिजली है और इस पर कोई कंट्रोल नहीं होता है. ये बिजली एक्स-रे किरणों से लैस होती है. जमीन पर गिरने वाली बिजली 4-5 किलोमीटर तक लंबी होती है. इनका फ्लैश 1-2 इंच चौड़ा हो सकता है.
घर की बिजली क्या होती है
घर में जो बिजली हम इस्तेमाल करते हैं, वह पावर प्लांट में बनाई जाती है और ट्रांसमिशन लाइनों के जरिए हमारे घर तक पहुंचती है. हमारे घरों की आमतौर पर बिजली 120 वोल्ट और 15 एम्पियर की होती है. इसे ट्रांसफॉर्मर और सर्किट ब्रेकर के जरिए कंट्रोल किया जाता है. ओवरलोड या शॉर्ट सर्किट होने पर सिस्टम खुद बिजली काट देता है. मतलब यह कंट्रोल, सीमित और इस्तेमाल के लिए सुरक्षित बनाई जाती है.
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आकाशीय बिजली और घर में मौजूद बिजली में अंतर
1. वोल्टेज में बड़ा फर्क
छत्तीसगढ़ सरकारी डेटा के अनुसार, आकाशीय बिजली में 10 करोड़ वोल्ट और 10,000 एम्पियर की होती है. अमेरिकी सरकार की वेबसाइट weather.gov पर उपलब्ध जानकारी के मुताबिक, इस बिजली में करीब 30 करोड़ वोल्ट और 30,000 एम्पियर की ताकत होती है. एक आकाशीय बिजली इतना ताकतवर होती है कि तीन महीने तक 100 वॉट का बल्ब जला सकती है. जबकि घर की बिजली सिर्फ 120 वोल्ट और 15 एम्पियर की होती है.
2. समय में अंतर
आसमान की बिजली बहुत कम समय यानी माइक्रोसेकंड के लिए ही होती है, लेकिन बेहद पावरफुल होती है, जबकि घर की बिजली लगातार सप्लाई होती रहती है, लेकिन सीमित पावर के साथ होती है, जिससे बचने की गुंजाइश रहती है.
3. कंट्रोल और सेफ्टी
आकाशीय बिजली प्राकृतिक होती है, इस पर किसी का कोई कंट्रोल नहीं होता है, यह जहां गिर जाती है, वहीं तबाही ला देती है. घर की बिजली में MCB, फ्यूज और अर्थिंग जैसी सेफ्टी सिस्टम मौजूद होते हैं.














