दिल्ली का अरुण जेटली स्टेडियम क्रिकेट प्रेमियों के लिए एक खास जगह है, जहां IPL, अंतरराष्ट्रीय मैच और बड़े टूर्नामेंट खेले जाते हैं. आम लोग यहां मैच देखने के लिए टिकट आसानी से खरीद सकते हैं. लेकिन पूरा स्टेडियम किसी निजी इवेंट या अपने मैच के लिए किराए पर लेना एक साधारण व्यक्ति के लिए लगभग नामुमकिन जैसा होता है. इसका कारण सिर्फ नियम ही नहीं, बल्कि इसकी बहुत ज्यादा लागत भी है. स्टेडियम DDCA (दिल्ली एवं जिला क्रिकेट संघ) के अधीन आता है और यहां होने वाले ज्यादातर इवेंट पहले से तय, बड़े स्तर के और आधिकारिक होते हैं. इसलिए यहां बुकिंग केवल बड़े आयोजकों, स्पोर्ट्स ऑर्गेनाइजेशन्स या क्रिकेट बॉडीज के लिए ही की जाती है.
स्टेडियम किराए पर लेना क्यों मुश्किल और महंगा होता है?
स्टेडियम को किराए पर लेना एक सामान्य बुकिंग की तरह नहीं होता. अगर किसी बड़े इवेंट के लिए इसे किराए पर दिया भी जाए, तो सिर्फ किराया ही कई बार 3 से 4 लाख रु. या उससे ज्यादा तक पहुंच सकता है. इसके साथ ही कई एक्स्ट्रा खर्च भी जुड़ते हैं. जैसे बिजली और फ्लडलाइट्स का खर्च, ग्राउंड स्टाफ, मेंटेनेंस, सुरक्षा व्यवस्था, स्टैंड मैनेजमेंट और सफाई. केवल सुरक्षा पर ही कई बार लाखों रुपये रोजाना तक का बजट लग सकता है.
यही वजह है कि ये प्रक्रिया लंबी, आधिकारिक और महंगी होती है. आम व्यक्ति के लिए न तो इसे करवाना आसान होता है और न ही आर्थिक रूप से ये संभव या व्यावहारिक माना जाता है. इसलिए स्टेडियम का उपयोग मुख्य रूप से आधिकारिक मैचों, बड़े टूर्नामेंट्स या खास स्पोर्ट्स इवेंट्स के लिए ही किया जाता है.
कहां और कैसे मिलते हैं मैच टिकट्स?
दर्शक के रूप में मैच देखना बिल्कुल आसान है. टिकट ऑनलाइन प्लेटफॉर्म जैसे Paytm Insider, BookMyShow या आधिकारिक टिकटिंग वेबसाइट्स पर उपलब्ध होते हैं. कई बार ऑफलाइन टिकट स्टेडियम बॉक्स ऑफिस या ऑथराइज्ड काउंटरों पर भी मिल जाते हैं. टिकट की कीमतें मैच के टाइप और सीट के बेसिस पर बदलती हैं. IPL मैचों में कीमतें आमतौर पर 1000 रु. से शुरू होकर 18,000 रु. या उससे अधिक तक जा सकती हैं. जबकि टेस्ट या घरेलू मैच कंपेरेटिवली किफायती होते हैं.














