DGP vs DM Power: जब किसी राज्य में कानून-व्यवस्था बिगड़ती है या बड़े प्रशासनिक फैसले लिए जाते हैं, तो दो नाम सबसे पहले चर्चा में आते हैं, पहला DGP और दूसरा DM. दोनों ही पद पुलिस सेवा (IPS) और प्रशासनिक सेवा (IAS) के हैं. IAS और IPS अधिकारी बनने के लिए हर साल बड़ी संख्या में एस्पिरेंट्स UPSC एग्जाम में शामिल होते हैं. इनमें से एग्जाम पास करने वाले आगे चलकर डीएम और डीजीपी जैसे पदों पर पहुंचते हैं. ज्यादातर लोग इन दोनों नामों को जानते तो हैं लेकिन उन्हें यह नहीं पता होता कि डीजीपी और डीएम में से राज्य में ज्यादा पावर किसके पास होती है. इस सवाल का जवाब सीधा नहीं है, क्योंकि दोनों की ताकत अलग-अलग दायरे में बंटी है. आइए बिल्कुल आसान भाषा में समझते हैं.
DGP कौन होता है
DGP का पूरा नाम डायरेक्ट जनरल ऑफ पुलिस (Director General of Police) होता है. इन्हीं को पुलिस महानिदेशक भी कहा जाता है. यह राज्य पुलिस का सर्वोच्च अधिकारी होता है. यह पद IPS अधिकारी को दिया जाता है. DGP का काम पूरे राज्य की पुलिस व्यवस्था संभालना, कानून-व्यवस्था बनाए रखने की रणनीति बनाना, राज्य पुलिस बल का नेतृत्व करना, अपराध रोकना और सुरक्षा नीति तय करना होता है. डीजीपी सीधे तौर पर राज्य सरकार को रिपोर्ट करता है.
DM कौन होता है
डीएम का पूरा नाम डिस्ट्रिक मजिस्ट्रेट (District Magistrate) होता है. इन्हें जिला अधिकारी भी कहा जाता है. यह किसी जिले का सबसे बड़ा प्रशासनिक अधिकारी होता है. यह पद IAS अधिकारी के पास होता है. डीएम का मुख्य काम पूरे जिले का प्रशासन चलाना, कानून-व्यवस्था बनाए रखना, धारा 144 लागू करना, चुनाव, आपदा प्रबंधन और राजस्व प्रशासन संभालना, पुलिस और अन्य विभागों का समन्वय करना है. जिले में डीएम को सरकार का प्रतिनिधि माना जाता है.
DGP या DM किसके पास ज्यादा पावर
दोनों की पावर अलग स्तर पर होती है. राज्य स्तर पर DGP की ताकत ज्यादा होती है. वह पूरे राज्य की पुलिस को कंट्रोल करता है. सभी जिलों के SP, SSP डीजीपी के अधीन ही होते हैं. राज्य की कानून-व्यवस्था के मामलों में डीजीपी सबसे पावरफुल अधिकारी होता है. जबकि, जिला स्तर पर DM सबसे ताकतवर अधिकारी होता है. पुलिस अधीक्षक (SP) भी डीएम के ही निर्देशों का पालन करता है. डीएम के पास मजिस्ट्रेट पावर होती है. जिले में अंतिम फैसला अक्सर डीएम का ही माना जाता है.
क्या डीएम, DGP से ऊपर होता है
एजुकेशन एक्सपर्ट्स के अनुसार, प्रशासनिक रैंकिंग में IAS को IPS से ऊपर माना जाता है, लेकिन DGP पूरे राज्य का पुलिस प्रमुख होता है और डीएम सिर्फ अपने जिले तक सीमित होता है. जिले में कर्फ्यू, धारा 144 या फोर्स तैनाती हमेशा डीएम के आदेश पर ही होती है, लेकिन राज्य स्तर पर सुरक्षा, पुलिस ऑपरेशन डीजीपी के आदेश पर चलती है. यानी परिस्थिति के हिसाब से दोनों के रोल बदलते हैं. इसलिए यह कहना गलत होगा कि DM, DGP से ज्यादा पावरफुल या ऊपर है.














