एक गरीब किसान के बेटे ने क्रैक की UPSC परीक्षा, तीसरे अटेम्पड में ही बन गया IAS, हासिल किया AIR 239 रैंक  

UPSC Success Story: पवन ने गरीबी जिया है, उनके पिता एक गरीब किसान है. पिता चाहते थे कि बेटा छोटी-मोटी नौकरी करके घर चलाने में मदद करे. लेकिन पवन ने तो अपने लिए कुछ और ही सोचा था. वह आईएएस बनना चाहता था, सो बन गए. लेकिन इसके लिए...

Advertisement
Read Time: 3 mins
नई दिल्ली:

Farmer Son Crack UPSC Exam And Got AIR 239 Rank: अगर आप सिल्वर स्पून (Silver Spoon) के साथ पैदा नहीं हुए हैं तो यह जान लिजिए कि केवल आपकी पढ़ाई (Education) ही आपको जीवन में आगे बढ़ाएगी और अर्श पर पहुंचा सकती है. इसलिए शिक्षा को सफलता की कुंजी (Education is the key to success) कहा जाता है. लेकिन केवल परीक्षा पास होने के लिए या पढ़ने से बात नहीं बनेगी. कामयाब होने के लिए अनुशासन के साथ पढ़ना होगा. जी-तोड़ मेहनत करनी होगी. पढ़ाई के साथ ईमानदारी बरतनी होगी. जो यह जी-तोड़ मेहनत कर लेते हैं सफलता (Success Story) उनके कदम चूमती है. आज की सफलता की कहानी उस गरीब किसान के बेटे की है, जिसने यूपीएससी (UPSC) की परीक्षा पास कर मिसाल कायम की. उसे यूपीएससी में 239 रैंक हासिल की. 

IAS टीना डाबी से प्रेरणा ले, इस महिला ने रच दिया इतिहास, अपने पहले प्रयास में पास की UPSC परीक्षा

घर की छत एस्बेस्टस शीट की और मिट्टी का फर्श

उत्तम प्रदेश कहे जाने वाले उत्तर प्रदेश के बुलंदशहर जिले के रघुनाथपुर गांव के मूल निवासी पवन कुमार (Pawan Kumar) ने साल 2023 में यूपीएससी परीक्षा पास की थी. यूपीएससी की सिविल सेवा परीक्षा (UPSC CSE) में पवन ने एआईआर 239 रैंक हासिल की थी. पवने के पिता एक गरीब किसान हैं और उनके घर की छत एस्बेस्टस शीट की है और मिट्टी का फर्श का है. 

Advertisement

चाहते थे छोटी-मोटी नौकरी करे

पवन के पिता मुकेश चाहते थे कि पवन कोई ऐसी नौकरी करें जिससे घर चलाने में मदद मिल सके. लेकिन पवन के सपने बादलों के पार थे.  उनका सपना एक आईएएस अधिकारी (IAS Officer) बनना था. बस क्या था सपनों को यथार्थ बनाने के लिए बड़ी लगन और ईमानदारी से यूपीएससी की तैयारी की और क्रैक कर लिया सीएसई (CSE) की परीक्षा.

Advertisement

महज 22 साल की उम्र में बनीं IAS, IIT बॉम्बे से इंजीनियरिंग कर, तय किया UPSC तक का सफर

Advertisement

शौक केवल पढ़ाई का

एक इंटरव्यू में पवन के पिता मुकेश ने अपनी खुशी जाहिर करते हुए कहा था कि उसे पढ़ाई का शौक है, वह दिन-रात पढ़ता है, जिसका उसे फल मिला है. उन्होंने कहा कि वह बचपन से ही आईएएस अधिकारी बनना चाहता था. मैं अक्सर उससे पार्ट-टाइम नौकरी (Part Time Job) करने के लिए कहता था. लेकिन वह मुझसे कहता था कि उसे परेशान मत करो. पढ़ाई के अलावा उसे कोई शौक नहीं है. आज पवन अपने गांव के ही नहीं बल्कि उन सभी उम्मीदवारों के लिए प्ररेणा हैं जो गरीबी की मजबूरी की आड़ में पढ़ाई से जी चुराते हैं.

Advertisement
Featured Video Of The Day
Israel-Iran War: तेल के कुंए और समुद्री रास्ते के डर से क्या रूकेगा युद्ध ?
Topics mentioned in this article