झारखंड विधानसभा मॉनसून सत्र का आज आखिरी दिन है. एक तरफ सदन की कार्यावाही चल रही है. वहीं दूसरी तरफ विधानसभा परिसर में मौजूद मुख्यमंत्री चैंबर के बाहर भाजपा के 18 निलंबित विधायक धरना पर बैठे हैं. निलंबित बीजेपी विधायक सदन के अंदर लॉबी में बैठे हैं. बता दें कि सत्र के पांचवें दिन स्पीकर ने 18 विधायकों को आज 2 अगस्त दोपहर दो बजे तक निलंबित किया है. इसमें अनंत कुमार ओझा, रणधीर कुमार सिंह, नारायण दास, नीरा यादव, किशुन दास, केदार हजरा, बिरंची नारायण, अपर्णा सेन गुप्ता, राज सिन्हा, कोचे मुंडा, भानु प्रताप शाही, समरी लाल, सीपी सिंह, डॉक्टर शशि भूषण मेहता, आलोक चौरसिया, पुष्पा देवी, अमित मंडल और नवीन जायसवाल शामिल हैं.
मालूम हो कि मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन से सदन के अंदर पिछले 5 वर्ष के वादों पर जवाब मांगने की मांग को लेकर सदन के अंदर धरने पर बैठने के कारण विधानसभा अध्यक्ष ने भाजपा के 18 विधायकों को 2 अगस्त 2024 दोपहर दो बजे तक के लिए सस्पेंड कर दिया था. इसके बाद शुक्रवार को सभी निलंबित विधायक झारखंड विधानसभा स्थित मुख्यमंत्री चेंबर के समक्ष पहुंचे और वहां नारेबाजी की. प्रदर्शन कर रहे सभी 18 निलंबित विधायकों ने मुख्यमंत्री से पारा शिक्षक, मनरेगा कर्मी, आंगनबाड़ी सेविका / सहायिका, रसोईया, कृषि मित्र, एएनएम, होमगार्ड, पोषण सखी, जलसहिया, कंप्यूटर ऑपरेटर, डाटा ऑपरेटर, पारामेडिकल, नगर पालिका सफाई कर्मचारी, सभी अनुबंधकर्मी के स्थायीकरण, प्रतिवर्ष 5 लाख नौकरी, बेरोजगारी भत्ता, स्थानीय नीति, नियोजन नीति, जेपीएससी घोटाला, जेएसएससी घोटाला आदि पर जवाब मांगा. भाजपा विधायकों के धरना प्रदर्शन को देखते हुए मुख्यमंत्री चेंबर के आसपास सुरक्षा पुख्ता कर दी गयी है. किसी भी व्यक्ति या पत्रकार को उस ओर जाने नहीं दिया जा रहा है.
सत्र शुरू होने से पहले भाजपा विधायक सदन के बाहर बालू बेचकर विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं. बालू की टोकरी पर तख्तियां भी है, जिस पर स्लोगन लिखा है कि बालू 1000 रुपये किलो, कैसे बनी आवास? इसके अलावा विधानसभा की सीढ़ियों में कुछ विधायक तख्तियां लेकर प्रदर्शन कर रहे हैं. तख्तियां में लिखा है कि बालू के नाम पर गरीबों को ठगना बंद करो, हेमंत सोरेन का देखो खेल बालू पेर कर निकाला तेल, बालू के लिए मचा हाहाकार सोई है झारखंड सरकार, बाूल पर डाका डालने वाली हेमंत सरकार डूब मरो. भाजपा विधायकों का कहना है कि एनजीटी की ओर से 15 अक्टूबर तक बालू उठाव पर रोक लगा है तो यह मुफ्त में बालू कहां से दे रहे हैं. अभी केवल 22 घाटों की नीलामी हुई है. ऐसे में हेमंत सरकार मुफ्त में बालू देने की बात कहकर ठगने का काम कर रही है. विरोध प्रदर्शन कर भाजपा नेता स्वर्णरेखा का बालू 100 रुपये किलो और कोयल नदी का बालू 1000 रुपये किलो चिल्ला-चिल्लाकर बेच रहे हैं.