शिबू सोरेन का आज अंतिम संस्कार, शवयात्रा में हजारों की संख्या में हिस्सा ले रहे हैं लोग

हेमंत ने सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ पर लिखा कि मैं अपने जीवन के सबसे कठिन दिनों से गुजर रहा हूं. मेरे सिर से सिर्फ पिता का साया नहीं गया बल्कि झारखंड की आत्मा का स्तंभ चला गया. 

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  • झारखंड मुक्ति मोर्चा के सह-संस्थापक शिबू सोरेन का अंतिम संस्कार आज किया जाएगा
  • शिबू सोरेन की अंतिम यात्रा में हजारों की संख्या में लोग हिस्सा ले रहे हैं
  • शिबू सोरेन का 81 साल की उम्र में सोमवार को दिल्ली के गंगाराम अस्पताल में निधन हो गया था
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रांची:

झारखंड मुक्ति मोर्चा (झामुमो) के सह-संस्थापक शिबू सोरेन का अंतिम संस्कार मंगलवार को रामगढ़ जिले में उनके पैतृक गांव नेमरा में पूरे राजकीय सम्मान के साथ किया जाएगा. गुरुजी की शवयात्रा शिबू आवास से विधानसभा के लिए निकाली गई.  उनके पार्थिव शरीर को एंबुलेंस में रखा गया जिसपर स्वयं सीएम हेमंत सोरेन मौजूद थे. एंबुलेंस के पीछे-पीछे हजारों लोगों की भीड़ शवयात्रा में शामिल हो रही है. 

झारखंड के गठन में अहम भूमिका निभाने वाले वरिष्ठ आदिवासी नेता एवं झारखंड मुक्ति मोर्चा (झामुमो) के संस्थापक शिबू सोरेन ने सोमवार को अंतिम सांस ली थी. वह 81 वर्ष के थे. 

हेमंत ने सोशल मीडिया मंच ‘एक्स' पर लिखा कि मैं अपने जीवन के सबसे कठिन दिनों से गुजर रहा हूं. मेरे सिर से सिर्फ पिता का साया नहीं गया बल्कि झारखंड की आत्मा का स्तंभ चला गया. 

उन्होंने कहा कि उनके पिता का संघर्ष कोई किताब नहीं समझा सकती.  सोरेन ने झारखंड को झुकने नहीं देने का वादा किया और शोषितों एवं गरीबों के लिए काम करके अपने पिता के सपनों को साकार करने का संकल्प लिया।

उन्होंने अपने पिता को याद करते हुए लिखा, ‘‘आपने जो सपना देखा, अब वह मेरा वादा है। मैं झारखंड को झुकने नहीं दूंगा। आपके नाम को मिटने नहीं दूंगा। आपका संघर्ष अधूरा नहीं रहेगा.
 

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