झारखंड के देवघर शहर में रविवार सुबह एक तीन मंजिला पुराना भवन अचानक भरभराकर गिर पड़ा. यह भवन बैद्यनाथ धाम मंदिर से कुछ ही दूरी पर स्थित था. भवन के मलबे में 10 से 12 लोगों के दबे होने की आशंका है. रेस्क्यू अभियान में जुटी एनडीआरएफ की टीम ने एक महिला और दो बच्चियों को बाहर निकाल लिया है. इन्हें हॉस्पिटल में दाखिल कराया गया है. इनमें से 2 लोगों की मौत हो गई है और वहीं अन्य दो का इलाज जारी है. लगभग 30 वर्षीय सुनील यादव और 50 वर्षीय मनीष दत्त द्वारि की मौत हो गई है.
जिला प्रशासन ने मलबे में चार लोगों के फंसे होने की पुष्टि की है. इनमें बिहार से सटे दर्दमारा के रहने वाले सुनील कुमार यादव, उनकी पत्नी सोनी देवी, पुत्र सत्यम कुमार और चाय दुकान चलाने वाली पूनम देवी शामिल हैं. स्वास्थ्य विभाग की टीम मौके पर तैनात है.
घटनास्थल पर डीसी, एसपी और गोड्डा सांसद निशिकांत दुबे कैंप कर रहे हैं. गोड्डा सांसद निशिकांत दुबे ने एक्स पर एक पोस्ट में लिखा कि देवघर में आज सुबह छह बजे के आसपास बमबम झा पथ पर तीन मंजिला मकान ढह गया. केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह जी ने तुरंत ही टीम भिजवाई. सुबह से मैं खुद भाजपा के वरिष्ठ नेताओं व स्थानीय लोगों के साथ घटनास्थल पर मौजूद हूं. स्थानीय लोगों ने अभी तक तीन लोगों को और एनडीआरएफ ने 1 महिला को बचाया है. बचाव कार्य जारी है, घायलों के लिए देवघर एम्स में इलाज की व्यवस्था की गई है. निशिकांत दुबे ने कहा कि स्थानीय लोगों ने काफी मदद की है. हमारी एक ही चिंता है कि जो भी लोग फंसे हैं, वो सुरक्षित बाहर निकल जाएं.