अफ्रीकी देश नाइजर से झारखंड के 5 श्रमिकों का अपहरण, 48 घंटे बाद भी कोई सुराग नहीं

परिजनों ने बताया कि सभी मजदूर जनवरी 2024 में नाइजर गए थे. वहां केपीटीएल नामक ट्रांसमिशन कंपनी में काम करते थे. परिजनों ने बताया कि उसी कंपनी में काम करने वाले मजदूरों ने घटना की जानकारी दी है.

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झारखंड में शोकाकुल परिजन.
गिरिडीह (झारखंड):

पश्चिमी अफ्रीका के नाइजर देश से 5 भारतीय प्रवासी मजदूरों का अपहरण किए जाने का मामला सामने आया है. सशस्त्र अपराधियों के द्वारा मजदूरों का अपहरण किया गया है. अपहृत सभी मजदूर झारखंड के गिरिडीह जिला अंतर्गत बगोदर थाना क्षेत्र के दोंदलो एवं मुंडरो पंचायत का रहने वाले हैं. अपहरण के 48 घंटे बीतने के बाद भी मजदूरों का कोई सुराग नहीं मिल पाया है. इससे मजदूरों के परिजनों के घर मायूसी छायी है. 

जिन मजदूरों का अपहरण किया गया है, उनमें दोंदलो पंचायत के संजय महतो, चंद्रिका महतो, राजू महतो, फलजीत महतो एवं मुंडरो के उतम महतो शामिल है.

परिजनों से मिले पूर्व विधायक 

घटना की सूचना मिलने पर बगोदर के पूर्व विधायक विनोद कुमार सिंह रविवार को दोंदलो एवं मुंडरो पहुंचकर अपहृत मजदूरों के परिजनों से मुलाकात की. उन्होंने परिजनों को हिम्मत बंधाते हुए कहा कि मजदूरों की सकुशल वापसी के लिए उनके द्वारा प्रयास किया जा रहा है. उन्होंने मामले को झारखंड सरकार के श्रम विभाग सहित वरीय अधिकारियों को अवगत कराते हुए मजदूरों की सकुशल वापसी की दिशा में पहल किए जाने की मांग की है. 

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2024 में मजदूर गए थे नाइजर 

परिजनों ने बताया कि सभी मजदूर जनवरी 2024 में नाइजर गए थे. वहां केपीटीएल नामक ट्रांसमिशन कंपनी में काम करते थे. परिजनों ने बताया कि उसी कंपनी में काम करने वाले मजदूरों ने घटना की जानकारी दी है. जिसमें बताया कि सशस्त्र अपराधियों का जत्था कैंप में पहुंचकर सुरक्षा गार्ड में तैनात सुरक्षाकर्मियों पर हमला बोल दिया. सुरक्षाकर्मियों ने भी जवाबी कार्रवाई की है. इस दौरान लगभग एक घंटे तक दोनों ओर से फायरिंग हुई. जिसमें 12 सुरक्षा कर्मियों की मौत होने की बात कही गई. 

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आतंकी हमले के बाद झारखंड के 5 मजूदरों के अगवा होने की बात

जानकारी के अनुसार वेस्ट अफ्रीकन कंट्री नाइजर में काम के दौरान आतंकी हमला हुआ है. जिसके बाद बगोदर के पांच लोग गायब हैं. अभी ये लोग मिले नहीं है और जिस कंपनी के द्वारा इन्हें काम पर लगाया गया था वह भी अपने स्तर से लगी हुई है. 

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यहां के जो अन्य लोग नाइजर में हैं, वे भी कम्पनी के साथ मिलकर स्थानीय स्तर से जानकारी जुटा रहे हैं. बताया जाता है कि जिस इलाके में ये लोग काम करते थे वह इलाका अशांत क्षेत्र हैं. हमलोगों ने यहां से प्रवासी सेल के अलावा वरीय पदाधिकारी को सूचना दी है.

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