- जम्मू संभाग में लगातार हो रही बारिश और भूस्खलन के कारण स्थानीय हालात गंभीर रूप से प्रभावित हो रहे हैं
- पुंछ जिले को प्रशासन ने असुरक्षित घोषित कर लगभग सात सौ लोगों को सुरक्षित स्थानों पर स्थानांतरित किया गया है
- मिट्टी खिसकने से कलाबन गांव के लगभग 50 मकानों में दरारें आईं और कई परिवारों को रातों-रात अपने घर छोड़ने पड़े
लगातार हो रही बारिश और भूस्खलन से जम्मू संभाग के हालात बिगड़ते जा रहे हैं. जहां एक ओर 21वें दिन भी माता वैष्णो देवी यात्रा शुरू नहीं हो सकी, वहीं पुंछ और रामबन जिलों में सैकड़ों परिवार बेघर हो गए हैं.
पुंछ के गांवों में हाहाकार
पुंछ जिले के मेंढर सेक्टर के कलाबन गांव को प्रशासन ने असुरक्षित घोषित कर दिया है. मिट्टी खिसकने से लगभग 95 मकानों में दरारें आ गईं, जबकि 700 से अधिक लोगों को सुरक्षित स्थानों पर भेजना पड़ा. गांव के लोगो का कहना है कि “रातों-रात जमीन धंस गई और घरों की दीवारें टूटने लगीं. हमें सब कुछ छोड़कर भागना पड़ा. यह नहीं जानते कि कभी वापस लौट पाएंगे या नहीं.”
उधर प्रशासन ने प्रभावित परिवारों को अस्थायी शिविरों और सरकारी स्कूलों में ठहराया है. भोजन, बिस्तर और चिकित्सा सुविधा उपलब्ध कराई जा रही है. अधिकारियों ने कहा कि फिलहाल लोगों की सुरक्षा ही प्राथमिकता है. एक जानकारी के मुताबिक करीब चार सौ लोगो को सुरक्षित निकाला गया है.
वैष्णो देवी यात्रा पर भी असर
लगातार बारिश ने मां वैष्णो देवी की यात्रा को भी ठप कर दिया है. रविवार को सांझी छत क्षेत्र में भूस्खलन से पत्थर और मलबा मार्ग पर आ गिरा, जिससे रास्ता अवरुद्ध हो गया. श्रद्धालु दिनभर दर्शनी ड्योढ़ी पर यात्रा शुरू होने का इंतजार करते रहे लेकिन मायूस लौटना पड़ा. श्राइन बोर्ड के कर्मचारी युद्धस्तर पर मार्ग से मलबा हटाने में लगे हैं.