- पुलिस ने जुबिन गर्ग मौत मामले में असम एसोसिएशन सिंगापुर से जुड़े 10 लोगों को नए समन जारी करने का फैसला लिया
- कुल 11 एनआरआई को 6 अक्टूबर तक बयान देने के लिए नोटिस जारी किया गया था लेकिन केवल एक ने ही हाजिरी दी थी
- रूपकमल कालिता ने सीआईडी कार्यालय में 24 घंटे से अधिक समय तक पूछताछ की गई है
पुलिस गायक जुबिन गर्ग की मौत के मामले में ‘असम एसोसिएशन सिंगापुर' से जुड़े 10 लोगों को समयसीमा के भीतर जांच एजेंसी के समक्ष पेश होने में विफल रहने पर नए सिरे से समन जारी करेगी. एक वरिष्ठ अधिकारी ने बुधवार को बताया कि असम के कुल मिलाकर 11 अनिवासी भारतीयों (एनआरआई) को पहले नोटिस जारी किया गया था, जिसमें उन्हें छह अक्टूबर तक असम पुलिस के समक्ष पेश होने के लिए कहा गया था, लेकिन उनमें से केवल एक ही अपना बयान दर्ज कराने आया था.
अपराध जांच विभाग (सीआईडी) के विशेष पुलिस महानिदेशक मुन्ना प्रसाद गुप्ता ने यहां पत्रकारों से कहा, ‘‘हम उन सभी को नए सिरे से समन जारी करने जा रहे हैं जो अभी तक नहीं आए हैं. हम कानूनी प्रक्रियाओं के तहत आगे बढ़ेंगे.'' उन्होंने कहा कि कुल 11 लोगों में से रूपकमल कालिता मंगलवार को सीआईडी कार्यालय आए और उनसे अब तक 24 घंटे से अधिक समय तक पूछताछ की जा चुकी है.
जुबिन की 19 सितंबर को सिंगापुर में समुद्र में तैरते समय मौत हो गई थी. वह ‘नॉर्थ ईस्ट इंडिया फेस्टिवल' के चौथे संस्करण में भाग लेने के लिए सिंगापुर गए थे. असम एसोसिएशन सिंगापुर के कुछ पदाधिकारियों द्वारा एक नौका बुक की गई थी और जब जुबिन कथित तौर पर डूबे तो वे वहां मौजूद थे.
इससे पहले, ‘नॉर्थ ईस्ट इंडिया फेस्टिवल' के मुख्य आयोजक श्यामकानु महंत, गायक के प्रबंधक सिद्धार्थ शर्मा और उनके बैंड के दो सदस्यों शेखर ज्योति गोस्वामी और अमृतप्रभा महंत को गिरफ्तार किया गया था. वे अब पुलिस हिरासत में हैं. अधिकारी ने बताया कि जुबिन के चचेरे भाई और असम पुलिस के डीएसपी संदीपन गर्ग को भी बुधवार को गिरफ्तार किया गया और सात दिन की पुलिस रिमांड पर भेज दिया गया. संदीपन गर्ग सिंगापुर में जुबिन के कथित तौर पर डूबने की घटना के दौरान नौका पर मौजूद थे.