- असम सरकार ने जुबीन गर्ग की मौत की जांच के लिए न्यायिक आयोग का गठन किया है, जो पूरी घटना की जांच करेगा
- जुबीन गर्ग की मौत की जांच CID की SIT भी कर रही है. इस मामले में जुबीन के कई करीबियों से भी पूछताछ हो रही है
- सिंगापुर के अधिकारियों ने भारतीय उच्चायोग को जुबीन की पोस्टमार्टम रिपोर्ट सौंप दी है
जुबीन गर्ग की मौत की जांच को लेकर असम सरकार ने एक बड़ा फैसला लेते हुए न्यायिक आयोग का गठन किया है. ये आयोग इस पूरे मामले की जांच करेगा और ये पता लगाने की कोशिश करेगा कि आखिर जुबीन गर्ग की मौत हुई कैसे और उनकी मौत के पीछे का कारण क्या है. आपको बता दें कि जुबीन गर्ग की मौत मामले की जांच सीआईडी भी कर रही है. असम सीआईडी की एसआईटी मामले की जांच कर रही है.
सीआईडी ने इस मामले में फेस्टिवल के आयोजक श्यामकानु महंत से भी पूछताछ की है. साथ ही जुबीन के मैनेजर सिद्धार्थ सरमा से सीआईडी ने घंटों पूछताछ की गई थी. सीआईडी ने इस मामले में जुबीन के कई करीबियों से भी पूछताछ की है.
जुबीन के चचेरे भाई से भी पूछताछ
इस मामले में जुबीन के चचेरे भाई संदीपन गर्ग से भी पूछताछ की गई थी. वहीं सिंगापुर के अधिकारियों ने भारतीय उच्चायोग को ज़ुबीन की पोस्टमार्टम रिपोर्ट सौंप दी है. अब सिंगापुर में ज़ुबीन की मौत से पहले 48 घंटों में क्या कुछ हुआ उसका भी पता लगया जा रहा है. जांच के दौरान मैनेजर सिद्धार्थ से ज़ुबीन का हैंडबैग बरामद कर लिया गया है, बैग में दस्तावेज़ और दवाइयां थीं.
सूत्रों के अनुसार असम पुलिस की एसआईटी ने उनके बैंडमेट शेखर ज्योति गोस्वामी और को-सिंगर अमृतप्रभा महंत को भी गिरफ्तार कर लिया है, यानी अब तक इस मामले में कुल चार लोगों की गिरफ्तार की जा चुकी है. इन सभी से मामले को लेकर पूछताछ चल रही है. सभी को अलग-अलग बिठाकर पूछताछ की जा रही है.
हादसे के दौरान दोनों मौजूद थे
आपको बता दें कि गोस्वामी और महंत दोनों 19 सितंबर को नॉर्थ ईस्ट इंडिया फेस्टिवल के दौरान क्रूज पार्टी में गर्ग के साथ थे. एसआईटी सूत्रों के अनुसार वीडियो में गोस्वामी को गर्ग के बेहद करीब तैरते हुए देखा गया, जबकि महंत ने पूरी घटना अपने मोबाइल फोन पर रिकॉर्ड की, इसी वजह से दोनों से पिछले छह दिनों से लगातार पूछताछ की जा रही है.
'आईपीसी 103 (हत्या) के तहत आरोप जोड़े'
बीते गुरुवार को शर्मा और श्यामकानु महंत पर गर्ग की मौत के संबंध में हत्या, गैर इरादतन हत्या, आपराधिक षड्यंत्र और लापरवाही से मौत का कारण बनने का आरोप लगाया गया था. सीआईडी के विशेष पुलिस महानिदेशक मुन्ना गुप्ता ने कहा, "जांच चल रही है और मैं इस समय जानकारी साझा नहीं कर सकता, लेकिन हमने आईपीसी 103 (हत्या) के तहत आरोप जोड़े हैं."