- छत्रपति संभाजीनगर में 21 वर्षीय लहू नामदेव राउत ने फ़र्ज़ी सैनिक बनकर लोगों को गुमराह करने की कोशिश की
- लहू ने सेना की वर्दी पहनकर कर्णपुरा मंदिर में सैनिक होने का दावा करते हुए पूजा में शामिल होने की ज़िद की थी
- पुलिस जांच में पता चला कि लहू असल में सेना में भर्ती नहीं था बल्कि एक किसान परिवार का साधारण युवक था
महाराष्ट्र के छत्रपति संभाजीनगर में सेना में भर्ती होने का सपना पूरा न हो पाने पर एक युवक ने फ़र्ज़ी सैनिक बनकर लोगों को गुमराह करने की कोशिश की. घटना कर्णपुरा मंदिर की है, जहां 21 वर्षीय लहू नामदेव राउत को जवानों जैसी वर्दी और जूते पहनकर पकड़ा गया. पुलिस के अनुसार, सोमवाड़ी (तालुका पैठण) निवासी लहू रविवार को कर्णपुरा मंदिर दर्शन के लिए पहुंचा था.
मंदिर में लंबी कतार लगी थी, लेकिन उसने सैनिक होने का दावा करते हुए सीधा अंदर जाकर पूजा करने की ज़िद की. उसके आचरण और वर्दी को देखकर मंदिर प्रशासन को शक हुआ और सूचना पुलिस को दी गई. मौके पर पहुंची पुलिस ने लहू को हिरासत में लिया और थाने ले जाकर पूछताछ शुरू की.
पूछताछ में खुलासा हुआ कि लहू असल में सेना का जवान नहीं, बल्कि किसान परिवार से ताल्लुक रखने वाला एक साधारण युवक है. उसने पुलिस को बताया कि उसका सपना भारतीय सेना में भर्ती होने का था. कई बार प्रयास करने के बावजूद सफलता न मिलने पर उसने नकली पहचान बनाने का रास्ता अपनाया. इसके लिए उसने सेना जैसी वर्दी, जूते और अन्य सामान खरीदे.
गांववालों के मुताबिक, लहू अक्सर गांव में भी सैनिकों जैसी वर्दी पहनकर घूमता था, जिससे लोग उसे फौजी समझ बैठते थे. इस मामले में पुलिस आगे की कार्रवाई कर रही है.
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