उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बुधवार को राज्यपाल आनंदीबेन पटेल से राजभवन में भेंट की. हालांकि, इसे शिष्टाचार भेंट बताया जा रहा है. कयास लगाए जा रहे हैं कि मुख्यमंत्री योगी ने राज्यपाल से आगामी विधानसभा सत्र को लेकर चर्चा की है. इसके अलावा प्रदेश के राजनीतिक और विकास पर भी बातचीत हुई होगी. राज्यपाल से सीएम की मुलाकात को इसी संदर्भ में देखा जा रहा है.
सीटवार मंत्रियों को जिम्मेदारी मिली
इससे पहले बुधवार को मुख्यमंत्री आवास पर सीएम योगी ने मंत्रियों के साथ प्रदेश में 10 विधानसभा सीटों पर होने वाले उपचुनाव को लेकर चर्चा की और उन्हें जिम्मेदारियां दी. सीटवार मंत्रियों को जिम्मेदारी दी गई है. सभी मंत्रियों को प्रभार वाले क्षेत्र में हफ्ते में दो दिन रात्रि विश्राम करना होगा. कैबिनेट मंत्री स्वतंत्र देव सिंह ने बताया कि बैठक में विकास परियोजनाओं, बाढ़ की स्थिति आदि पर चर्चा की गई. सभी 10 सीटें जीतनी हैं. इसी कारण विधानसभा उपचुनाव पर भी चर्चा की गई. बैठक में मुख्यमंत्री योगी ने सभी मंत्रियों को अपने प्रभारी क्षेत्र में जब तक चुनाव समाप्त नहीं हो जाएं, दो दिन-रात्रि विश्राम के निर्देश दिए.
बाढ़ पर भी भी बात हुई
मुख्यमंत्री की तरफ से सभी प्रभारी मंत्रियों को यह भी निर्देश दिए गए हैं कि हर एक ग्रुप को कार्यकर्ताओं के साथ बात करनी है और सबसे ज्यादा फोकस बूथ को मजबूत करने में करना है. हर सीट पर तीन-तीन मंत्रियों के अलावा संगठन से एक-एक पदाधिकारी की तैनाती की गई है. बैठक के बाद कैबिनेट मंत्री स्वतंत्र देव सिंह ने पत्रकारों को बताया, 'बाढ़, विकास कार्यों और आगामी चुनावों पर चर्चा हुई.' पिछले एक पखवाड़े में राज्य के 17 जिलों के 700 से अधिक गांव बाढ़ से प्रभावित हुए हैं.
इन सीटों पर होगा उपचुनाव
गौरतलब हो कि लोकसभा चुनाव में नौ विधायकों के सांसद बनने के बाद रिक्त हुई कटेहरी, मिल्कीपुर, करहल, फूलपुर, मझवां, गाजियाबाद, मीरापुर, कुंदरकी और खैर सीटों के अलावा कानपुर की सीसामऊ विधानसभा सीट पर उपचुनाव होना है. इनमें से करहल, कुंदरकी, कटेहरी, मिल्कीपुर और सीसामऊ सीट पर सपा काबिज रही है. जबकि, फूलपुर, खैर और गाजियाबाद सीट भाजपा के पास थी. मीरापुर की सीट पर भाजपा की सहयोगी दल रालोद तथा मझवां की सीट पर निषाद पार्टी को जीत मिली थी.