Yogi Adityanath meeting with Mohan Bhagwat : उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (Yogi Adityanath) और राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) के प्रमुख मोहन भागवत (Mohan Bhagwat)की मुलाकात आज गोरखपुर में होने की उम्मीद है. सूत्रों ने इसे "शिष्टाचार मुलाकात" कहा है, क्योंकि मोहन भागवत आरएसएस के एक कार्यक्रम के लिए मुख्यमंत्री के निर्वाचन क्षेत्र में हैं. हालांकि, राजनीतिक हलकों में योगी आदित्यनाथ की आरएसएस प्रमुख से मुलाकात को बेहद ही महत्वपूर्ण माना जा रहा है.
BJP-RSS में दूरी दिखाने की हुई कोशिश
इस सप्ताह नागपुर में दिए मोहन भागवत के भाषण की काफी चर्चा हुई है. विपक्ष की तरफ से संघ प्रमुख के बयानों के अलग-अलग मायने निकाले जा रहे थे और भाजपा की अगुवाई वाली केंद्र सरकार को घेरने की कोशिश की जा रही थी, लेकिन दो दिन पहले ही RSS ने साफ किया है कि संघ प्रमुख मोहन भागवत का बयान सरकार पर टिप्पणी नहीं थी. इसका अलग मतलब नहीं निकाला जाना चाहिए. नागपुर में संघ के कार्यकर्ता विकास वर्ग के समापन कार्यक्रम को संबोधित करते हुए लोकसभा चुनावों, सेवाभाव, मानवता और अन्य मुद्दों पर संघ प्रमुख ने अपनी राय रखी थी. RSS की ओर से कहा गया कि संघ प्रमुख के भाषण का 3 मिनट का एडिटेड हिस्सा चलाया गया, जिसमें ये कहा गया कि जो सेवक होते हैं, उनमें अहंकार नहीं होना चाहिए. अहंकार बात को ही सरकार से जोड़ दिया गया. RSS ने इसी बयान को गलत बताया है. RSS ने साफ किया कि मोहन भागवत की टिप्पणी किसी व्यक्ति विशेष या सरकार पर नहीं थी.
बहुमत से चूकी भाजपा
इसी बीच आरएसएस से जुड़े इंद्रेश कुमार के बयान को लेकर भी विपक्ष ने सरकार और भाजपा को घेरने की कोशिश की. हालांकि, उन्होंने भी अपने बयान को लेकर स्पष्टीकरण जारी कर दिया. 2024 के लोकसभा चुनाव के लिए भाजपा ने प्रचंड बहुमत के साथ लगातार तीसरी बार केंद्र सरकार बनाने के लिए 370 सीटों (सहयोगियों के साथ 400+) का महत्वाकांक्षी लक्ष्य रखा था. हालांकि, इंडी गठबंधन के मजबूत प्रदर्शन के कारण केवल 240 सीटें हासिल कर पाई और उसे 'किंगमेकर' नीतीश कुमार और चंद्रबाबू नायडू की मदद लेने को मजबूर होना पड़ा.
UP में लगा सबसे बड़ा झटका
लोकसभा चुनावों में भाजपा के लिए सबसे बड़ा झटका उत्तर प्रदेश साबित हुआ है. यहां भाजपा को पिछली बार की 29 जीती हुईं सीटों पर हार का सामना करना पड़ा. समाजवादी पार्टी ने उससे ज्यादा लोकसभा सीटों पर जीत दर्ज कर ली. जाहिर है भाजपा और आरएसएस में मंथन सबसे ज्यादा उत्तर प्रदेश को लेकर हो रहा है. इसीलिए उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के साथ आरएसएस प्रमुख की मुलाकात पर सभी की नजर है.