भारतीय कुश्ती महासंघ के अध्यक्ष के तौर पर आरोपों से घिरे भारतीय जनता पार्टी (BJP) के सांसद बृजभूषण शरण सिंह ने सोशल मीडिया पर अपने शुभचिंतकों और समर्थकों से गैरवाजिब टिप्पणियों से दूर रहने का 'अनुरोध' किया है. सिंह ने अपने हैंडल से किए गए सिलसिलेवार ट्वीट में कहा 'अनुरोध, सोशल मीडिया पर कुछ आपत्तिजनक स्लोगन, ग्राफ़िक्स, हैशटैग की जानकारी मिली है. ऐसा कुछ भी जिससे किसी राजनीतिक दल, सामाजिक संगठन, सम्प्रदाय या जाति-धर्म की गरिमा को नुकसान पहुंचे, उसके प्रति मेरी असहमति है.'
उन्होंने एक अन्य ट्वीट में कहा 'और मैं ऐसे पोस्ट और ट्रेंड्स का खंडन करता हूं. मैं दल से बड़ा नहीं हूं, मेरा समर्पण मेरी निष्ठा प्रामाणिक है. मेरे शुभचिन्तक और समर्थक कृपया ऐसे पोस्ट से दूर रहें, लाइक तो क्या कुछ कमेंट भी न करें.'
गौरतलब है कि ओलंपिक पदक विजेता साक्षी मलिक, बजरंग पुनिया समेत बड़ी संख्या में कुश्ती खिलाड़ियों ने भारतीय कुश्ती महासंघ के अध्यक्ष व भाजपा सांसद बृजभूषण शरण सिंह पर यौन शोषण समेत विभिन्न आरोप लगाते हुए पिछले दिनों दिल्ली में धरना प्रदर्शन किया था.
मामला बढ़ने पर केंद्रीय खेल मंत्री अनुराग ठाकुर और प्रदर्शन कर रहे पहलवानों की बीच बैठक हुई जिसमें सिंह पर लगे आरोपों की जांच होने तक उन्हें पद से हटने को कहा गया.
बृजभूषण शरण सिंह ने अपने ऊपर लगाए गए तमाम आरोपों को गलत करार दिया है. वह शनिवार को पूरे प्रकरण पर संवाददाता सम्मेलन करने वाले थे लेकिन उन्होंने उसे रद्द कर दिया था. वहीं भारतीय ओलंपिक संघ ने यौन शोषण के आरोपों की जांच के लिए सात सदस्यीय समिति गठित की है.
इस बीच, भारतीय कुश्ती महासंघ की रविवार को अयोध्या में होने वाली सामान्य सभा की वार्षिक बैठक (एजीएम) को रद्द कर दिया गया. सूत्रों ने रविवार को यहां बताया कि यह बैठक सुबह 10 बजे अयोध्या में होनी थी, लेकिन उच्च स्तर से प्राप्त निर्देशों के क्रम में इसे अपरिहार्य कारणों से रद्द कर दिया गया है. जांच पूरी होने तक कोई बैठक नहीं की जाएगी और न ही अध्यक्ष की तरफ से कोई आधिकारिक वक्तव्य जारी किया जाएगा. इसके अलावा, गोंडा में शनिवार से शुरू हुई कुश्ती के नेशनल चैंपियनशिप को भी रद्द कर दिया गया है.
उल्लेखनीय है कि बृज भूषण सिंह की ओर से शुक्रवार को कहा गया था कि 22 जनवरी को महासंघ की वार्षिक आम सभा (एजीएम) के बाद वह अपने खिलाफ लगाए गए आरोपों पर अपना पक्ष जारी करेंगे.