- BCCI सचिव देवजीत सैकिया ने महिला क्रिकेट टीम को विश्व कप जीत पर 51 करोड़ रुपये नकद इनाम देने की घोषणा की है.
- बीसीसीआई ने खिलाड़ियों, कोचों, चयनकर्ताओं और सहयोगी स्टाफ के लिए इनाम राशि का ऐलान किया है.
- देवजीत सैकिया ने एशिया कप जीतने के बाद भी पुरुष टीम को ट्रॉफी न मिलने पर ACC अध्यक्ष पर नाराजगी जताई है.
बीसीसीआई सचिव देवजीत सैकिया ने आईसीसी महिला विश्व कप जीतने पर भारतीय महिला क्रिकेट टीम को 51 करोड़ रुपये का नकद इनाम देने की घोषणा की है. देवजीत सैकिया ने कहा कि पिछले महीने, ICC के चेयरमैन जय शाह ने महिलाओं की पुरस्कार राशि में 300% की वृद्धि की. पहले पुरस्कार राशि 3.88 मिलियन डॉलर थी, और अब इसे बढ़ाकर 14 मिलियन डॉलर कर दिया गया है. BCCI ने पूरी टीम - खिलाड़ियों, कोचों, चयनकर्ताओं और सहयोगी स्टाफ के लिए 51 करोड़ रुपये के इनाम की भी घोषणा की है.
ACC अध्यक्ष पर बरसे सैकिया
सैकिया ने कहा कि आज की जीत के बाद, हमारी टीम को तुरंत ट्रॉफी मिल गई. जब हमारी पुरुष टीम ने दुबई में एशिया कप जीता, तो आज तक ट्रॉफी BCCI कार्यालय नहीं पहुंची. 10 दिन पहले, हमने ACC अध्यक्ष को पत्र लिखकर जल्द से जल्द BCCI को ट्रॉफी सौंपने का अनुरोध किया था. लेकिन आज तक हमें ट्रॉफी नहीं मिली है. हम एक और दिन का इंतज़ार कर रहे हैं. अगर हमें 3 नवंबर तक ट्रॉफी नहीं मिलती है, तो दुबई में ICC में एक बैठक होगी. हम अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट की सर्वोच्च संस्था के समक्ष अपनी शिकायत उठाएंगे. मुझे यकीन है कि ICC न्याय करेगा और भारत को जल्द से जल्द ट्रॉफी दिलाने में मदद करेगा.
'एक नए युग और उत्साह की शुरुआत...'
देवजीत सैकिया ने कहा कि 1983 में कपिल देव ने भारत को विश्व कप जितवाकर क्रिकेट में एक नए युग और उत्साह की शुरुआत की थी. आज महिलाओं ने भी वही उत्साह और उत्साह दिखाया है. हरमनप्रीत कौर और उनकी टीम ने आज न सिर्फ़ ट्रॉफी जीती है, बल्कि उन्होंने सभी भारतीयों का दिल जीत लिया है. उन्होंने महिला क्रिकेटरों की अगली पीढ़ी के लिए रास्ता तैयार किया है.
आईसीसी के चेयरमैन जय शाह ने एक्स पोस्ट में कहा, 'भारतीय महिला क्रिकेट टीम का अपने पहले क्रिकेट विश्व कप की ओर बढ़ना किसी शानदार उपलब्धि से कम नहीं है. भारतीय टीम के धैर्य, दृढ़ संकल्प और कौशल ने पूरे देश को प्रेरित किया है, लेकिन हमें बीसीसीआई द्वारा लिए गए प्रमुख नीतिगत फैसलों की भूमिका को भी स्वीकार करना होगा - जैसे कि निवेश में वृद्धि, पुरुष क्रिकेटरों के बराबर वेतन, कोचिंग स्टाफ में बदलाव और महिला प्रीमियर लीग की सुर्खियों में बड़े मैचों के लिए खिलाड़ियों का उत्साह बढ़ाना. इस ऐतिहासिक उपलब्धि के लिए हरमनप्रीत कौर और पूरी भारतीय टीम को बधाई!'














