अब क्यूआर कोड के जरिए मिल जाएगी LPG सिलेंडर की सारी डिटेल, जानिए कैसे करेगा काम

इंडियन ऑयल के मुताबिक, क्यू आर कोड एक तरीके से हर एलपीजी सिलेंडर का आधार कार्ड होगा. इससे एलपीजी सिलेंडर की बॉटलिंग से लेकर डिस्ट्रीब्यूशन तक की प्रक्रिया पारदर्शी होगी.

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घरों में इस्तेमाल होने वाले एलपीजी सिलेंडर की लाइफ 15 साल की होती है.
नई दिल्ली:

अगर आप एलपीजी सिलेंडर का इस्तेमाल करते हैं, तो ये आपके काम की खबर है. कई बार ग्राहक एलपीजी सिलेंडर के बारे में जरूरी जानकारी नहीं पाते. मसलन सिलेंडर में कितनी गैस है? पैकिंग के दौरान वजन कितनी थी? सिलेंडर की सेफ्टी के लिए जरूरी टेस्ट किए गए हैं या नहीं... अब आपको इन सवालों के जवाब के लिए परेशान नहीं होना पड़ेगा. एक क्यूआर कोड (QR codes) से आप एलपीजी सिलेंडर ( LPG Cylinder)से जुड़े तमाम जानकारी पा सकेंगे. रिपोर्ट के मुताबिक, अगले 3 महीने में क्यूआर कोड वाले घरेलू एलपीजी गैस के सिलेंडर देशभर में मिलने लगेंगे.

QR कोड की मदद से घरेलू एलपीजी के ग्राहक बहुत आसानी से यह पता कर सकेंगे कि उनके घर पहुंचने वाले एलपीजी सिलेंडर की बॉटलिंग किस प्लांट में हुई. उसका डिस्ट्रीब्यूटर कौन है. वगैरह-वगैरह. इंडियन ऑयल के मुताबिक, क्यू आर कोड एक तरीके से हर एलपीजी सिलेंडर का आधार कार्ड होगा. इससे एलपीजी सिलेंडर की बॉटलिंग से लेकर डिस्ट्रीब्यूशन तक की प्रक्रिया पारदर्शी होगी.

20000 नए एलपीजी सिलेंडर जारी
क्यूआर कोड के साथ एम्बेडेड 20000 नए एलपीजी सिलेंडर पहली किश्त में जारी किए गए हैं. इंडियन ऑयल ने कहा कि क्यूआर कॉड के साथ एलपीजी सिलिंडर के बहुत अच्छे शॉट्स को अपलिंक किया है, ताकि ग्राहकों को पूरी जानकारी मिल सके.

15 साल होती है सिलेंडर की लाइफ
आपको बता दें कि घरों में इस्तेमाल होने वाले एलपीजी सिलेंडर BIS 3196 मानक का इस्तेमाल कर के बनाए जाते हैं और उनकी लाइफ 15 साल की होती है. इस बीच रसोई गैस सिलेंडर की टेस्टिंग 2 बार की जाती है, पहली टेस्टिंग 10 साल पूरे होने पर होती है और दूसरी 5 साल पूरे होने पर की जाती है

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