कई मशहूर हस्तियों के साथ महान क्रिकेटर सचिन तेंदुलकर भी डीपफेक वीडियो का शिकार हुए हैं. सोशल मीडिया पर साझा किए जा रहे ऐसे वीडियो, डीपफेक को लेकर चिंता बढ़ा रहे हैं. इससे गलत सूचना और प्रौद्योगिकी के दुरुपयोग का माहौल बन रहा है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी इसको लेकर चिंता जाहिर की है, उन्होंने डीपफेक को 'दुनिया के लिए एक चुनौती' कहा है. केंद्रीय इलेक्ट्रॉनिक्स और प्रौद्योगिकी मंत्री राजीव चंद्रशेखर ने सचिन तेंदुलकर द्वारा साझा किए गए वीडियो पर चिंता व्यक्त की.
मंत्री ने कहा, "आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस द्वारा संचालित डीपफेक और गलत सूचना भारतीय यूजर्स की सुरक्षा और विश्वास के लिए खतरा है. इससे नुकसान हो सकता है और कानून के उल्लंघन का मामला भी बनता है."
उन्होंने कहा, "आईटी मंत्रालय द्वारा जारी हालिया सलाह में सोशल मीडिया प्लेटफार्मों को इसका 100 प्रतिशत अनुपालन करने की जरूरत है. इनके द्वारा अनुपालन सुनिश्चित करने के लिए मंत्रालय जल्द ही आईटी अधिनियम के तहत सख्त नियमों को अधिसूचित करेगा."
सचिन तेंदुलकर द्वारा गेमिंग ऐप 'स्काईवर्ड एविएटर क्वेस्ट' का समर्थन करने वाला एक डीपफेक वीडियो विभिन्न सोशल मीडिया प्लेटफार्मों पर वायरल हो रहा है. वीडियो में न केवल क्रिकेट आइकन को ऐप की वकालत करते हुए दिखाया गया है, बल्कि ये झूठा दावा भी किया गया है कि उनकी बेटी सारा इससे वित्तीय लाभ उठा रही है.
सचिन तेंदुलकर ने प्रौद्योगिकी के चिंताजनक दुरुपयोग को बताने के लिए सोशल मीडिया का सहारा लिया. साथ ही उन्होंने गलत सूचना के प्रसार के खिलाफ सतर्कता और त्वरित कार्रवाई का आग्रह किया.
पिछले कुछ अर्से में अभिनेता टॉम हैंक्स और अभिनेत्री रश्मिका मंधाना भी डीप फेक का शिकार हुए हैं. डीप फेक में किसी तस्वीर की रिकॉर्डिंग को तोड़ मरोड़कर किसी और को कुछ करते या कहते हुए दिखाया जाता है, जबकि वास्तव में वह व्यक्ति है ही नहीं.