दिल्ली, आसपास के इलाकों में मानसून के लिए अभी एक और सप्ताह इंतजार करना होगा: मौसम विभाग

विभाग ने कहा कि अगले पांच दिनों के दौरान प्रायद्वीपीय भारत के उत्तर-पश्चिम, मध्य और पश्चिमी हिस्सों में हल्की बारिश हो सकती है.

विज्ञापन
Read Time: 10 mins
प्रतीकात्मक तस्वीर.
नई दिल्ली:

भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) ने शनिवार को कहा कि उत्तर-पश्चिम भारत में दिल्ली और इसके आसपास के क्षेत्र में मानसून की पहली बारिश के लिए अभी कम से कम एक और सप्ताह का इंतजार करना होगा.  इसके मुताबिक, दक्षिण-पश्चिम मानसून का बाड़मेर, भीलवाड़ा, धौलपुर, अलीगढ़, मेरठ, अंबाला और अमृतसर से गुजरना जारी है.  मौसम विभाग ने एक बयान में कहा, '' मौसम की मौजूदा परिस्थितियों के मद्देनजर बड़े पैमाने पर वायुमंडलीय विशेषताएं और हवा का पूर्वानुमान यह संकेत देता है कि दक्षिणपश्चिम मानसून के अगले सात दिनों के दौरान राजस्थान के बाकी हिस्सों, पश्चिमी उत्तर प्रदेश, हरियाणा, चंडीगढ़, दिल्ली और पंजाब में और आगे बढ़ने के लिए परिस्थितियां अनुकूल होने की संभावना नहीं है.''

दिल्ली-एनसीआर में हवाओं के साथ हल्की बारिश के आसार, पर उमस से राहत की उम्मीद नहीं 

विभाग ने कहा कि अगले पांच दिनों के दौरान प्रायद्वीपीय भारत के उत्तर-पश्चिम, मध्य और पश्चिमी हिस्सों में हल्की बारिश हो सकती है. पूर्व में मौसम विभाग ने पूर्वानुमान जताया था कि मानसून अपने निर्धारित समय से 12 दिन पहले 15 जून तक दिल्ली पहुंच सकता है. आमतौर पर मानसून 27 जून तक दिल्ली पहुंचता है जबकि आठ जुलाई तक देशभर में मानसून की बारिश होने लगती है.

वहीं, बिहार में बाढ़ औऱ भारी बारिश कहर ढा रा है. गया, मुजफ्फरपुर, गोपालगंज, खगड़िया, सुपौल समेत समेत कई जिलों में ग्रामीण बाढ़ के पानी के कारण पलायन झेल रहे हैं. केंद्रीय जल आयोग का कहना है कि गंडक नदी मुजफ्फरपुर और गोपालगंज जिले में कई स्थानों पर खतरे के निशान से ऊपर बह रही है. वहीं कोसी नदी भी उफना रही है. सुपौल औऱ खगड़िया जिले में भी कोसी नदी का पानी कई तटवर्ती गांवों में घुस गया है. लोग नावों के जरिये जरूरी सामान लेकर सुरक्षित स्थानों की ओर पलायन कर रहे हैं. 

Advertisement

(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
Featured Video Of The Day
Sriram Krishnan News: कौन हैं श्रीराम कृष्णन, जिन्‍हें Donald Trump ने सौंपी AI की कमान | America