IIT खड़गपुर में एक छात्र के आत्महत्या करने का मामला सामने आया है. घटना बुधवार की बताई जा रही है. इस साल अभी तक देश के अलग-अलग IIT में छात्रों के सुसाइड ने इन छात्रों पर पड़ने वाले शैक्षणिक दबाव को लेकर नई बहस शुरू कर दी है. IIT खड़गपुर में जिस छात्र ने आत्महत्या की उसकी पहचान के किरण चंद्रा के रूप में की गई है. के किरण चंद्रा के पिता ने अपने बेटे की आत्महत्या को लेकर एक बड़ा बयान दिया है. उन्होंने कहा है कि ये सिर्फ मेरे बेटे की बात नहीं. लेकिन बीते कुछ समय से IIT में छात्रों पर पढ़ाई का दबाव ज्यादा है. आखिर इतना दबाव है क्यों? उन्होंने मीडिया से बात करते हुए कहा कि हमारे बच्चों को IIT में इतना ज्यादा दबाव क्यों दिया जाता है कि वो ऐसा कदम उठा लेते हैं. बता दें कि IIT खड़गपुर ने इस घटना को लेकर एक बयान भी जारी किया. इस बयान में कहा गया है कि इलेक्ट्रिक इंजनीयरिंग के चौथे वर्ष के छात्र, जिसकी पहचान के किरण चंद्रा के रूप में की गई थी, का शव उसके होस्टल के कमरे में लटका हुआ मिला.
के किरण चंद्रा के पिता ने कहा कि उनका बेटा बीते कई दिनों से दबाव में था. उसके ऊपर पढ़ाई का दबाव ज्यादा था. उन्होंने यह भी कहा कि उन्हें नहीं लगता कि उनके बेटे की रैगिंग हुई थी, लेकिन वह पढ़ाई के कारण काफी तनाव में था.IIT ने कहा कि चंद्रा लाल बहादुर शास्त्री (एलबीएस) हॉल ऑफ रेजिडेंस में रुके थे और उन्होंने बुधवार को आत्महत्या कर ली.
इस घटना को लेकर IIT खड़गपुर ने एक बयान भी जारी किया. इस बयान में कहा गया है कि शाम करीब साढ़े सात बजे तक चंद्रा अपने दो रूममेट्स के साथ हॉस्टल के कमरे में था. बाद में, अन्य दो छात्र किसी काम से वहां से चले गए. इसके बाद रात करीब साढ़ आठ बजे एलबीएस हॉल के साथी बोर्डर्स ने उनके कमरे को अंदर से बंद पाया. जब चंद्रा ने कई बार पुकारने के बाद भी दरवाजा नहीं खोला तो बाद में जबरदस्ती दरवाजा खोला गया. दरवाजा खोलते ही चंद्रा का शव झूलता हुआ मिला. इसके बाद उसे तुरंत पास के अस्पताल में ले जाया गया जहां डॉक्टरों ने अपनी तमाम कोशिश की. और रात साढ़े ग्यारह बजे के करीब डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया.
इस मामले को लेकर पुलिस ने अपनी जांच शुरू कर दी है. साथ ही चंद्रा के करीबी दोस्तों से भी इस मामले में पूछताछ की जा रही है.