- हिमाचल के बिलासपुर जिले में चिट्टे के खिलाफ जागरूकता अभियान चलाने वाली महिला मंडल पर FIR दर्ज हुई है.
- तलाशी के बाद युवकों के पास से कोई अवैध वस्तु नहीं मिली, जिसके दस्तावेज़ महिला सदस्यों ने भी साइन किए थे.
- युवकों ने पुलिस में शिकायत दर्ज कराई कि उन्हें रोककर मारपीट की गई और उनका वीडियो वायरल कर उनकी छवि खराब की गई.
कड़ाके की ठंड के बीच हिमाचल प्रदेश के बिलासपुर जिले के लेघाट गांव में महिलाएं मशालें और लाठियां लिए सुनसान गलियों में गश्त लगाने वाली महिला सदस्यों के खिलाफ पुलिस ने FIR दर्ज की है. केस दर्ज करने की पूरी वजह भी पुलिस ने बताई है. हालांकि इन महिलाओं का आरोप है कि पुलिस भी इसमें शामिल है.
नगर महिला मंडल की प्रधान पिंकी शर्मा ने कहा कि उन लोगों को पुलिस की तरफ से बहुत बड़ा इनाम मिला है. उसके लिए हम पुलिस का धन्यवाद करते हैं. हमने कल 3 संदिग्ध लड़कों को पकड़ा था, जिसे लेकर हम चार महिलाओं पर केस हुए हैं. सभी पर धारा 115(2), 351 (2), 126(2), 356(2), 191(2), 190, 61(2)लगाई गई है.
पुलिस ने हमें बड़ा इनाम दिया
पिंकी शर्मा ने कहा कि जब हम पुलिस को बुलाते हैं तो उनको आने में परेशानी होती है. जिन लड़कों को हमने कल पकड़ा था और उनकी वीडियो वायरल की थी, उनके कहने पर पुलिस ने हम पर इतने केस किए हैं. हमें पुलिस थाना बरमाना में 1 घंटे में बुलाया गया. इसके लिए उनको कोई कॉल नहीं आई बल्कि एसएचओ उनको गश्ती के समय रास्ते में मिली थीं. उन्होंने हमको बयान के लिए नहीं बुलाया बल्कि लोगों के बयान लिए जा रहे हैं.
हालांकि हम पुलिस की अपनी कार्रवाई है, इसमें हम दखल नहीं देना चाहते. पिंकी शर्मा ने कहा कि देखिए एसएचओ साहब, आपकी महिलाएं चिट्टे के खिलाफ कितनी मोटिवेट होती हैं. गश्ती पर निकली पिंकी शर्मा ने कहा कि पुलिस वालों को तो कुछ भी नहीं मिलता है. लेकिन उनको झाड़िओं में सिरिंजें मिली हैं. पुलिस वाले उनके साथ बहस कर रहे थे, हम उनसे बहस नहीं करना चाहते हैं. जो भी कानूनी लड़ाई होगी, हम लड़ेंगे. उन्होंने आरोप लगाया कि इस सब में पुलिस की मिलीभगत है.
महिलाओं पर क्यों हुई FIR, पुलिस अधिकारी ने बताया
वहीं पुलिस अधिकारी संदीप धवाल ने बताया कि आखिर क्यों महिलाओं पर FIR दर्ज करनी पड़ी. उन्होंने कहा कि जिला बिलासपुर में महिला मंडल चिट्टे के बढ़ते मामलों पर कार्रवाई कर रही हैं. इसके तहत वे लोग लोगों को जागरुक कर रही हैं. लोगों के सहयोग से बढ़ते मामले रोकने की कोशिश कर रही हैं. ये सराहनीय कदम है. हम सब को ये बहुत अच्छा मैसेज देने वाला है. पुलिस की इस चीज के प्रोत्साहित होती है कि इस अभियान में जनता हमारे साथ चल रही है.
जिन लड़कों की तलाशी ली, उन्होंने कराई FIR
22 दिसंबर को नजर क्षेत्र में कुछ महिला मंडल सदस्यों ने तीन युवकों को रोककर उनकी तलाशी ली. उनको शक था कि ये युवक चिट्टे का कारोबार करते हैं. बाद में पुलिस भी वहां पहुंची. पुलिस के सामने ली गई तलाशी के दौरान उनके पास से कुछ भी अवैध नहीं मिला. इस मामले में पुलिस ने कुछ दस्तावेज भी तैयार किए, जिन पर सभी महिला सदस्यों ने साइन किए कि लड़कों के पास से कुछ भी अवैध वस्तु नहीं मिली. बाद में महिलाओं का वीडियो भी वायरल हुआ, जिसमें वह मीडिया के सामने अपनी बात रख रही थीं.
नियम सबके लिए बराबर हैं
पुलिस अधिकारी ने कहा कि तीनों लड़के बाद में अपने रिश्तेदारों के साथ बरमाना पुलिस स्टेशन पहुंचे और शिकायत दर्ज कराई कि उनको रोककर तलाशी ली गई और मारपीट की गई. उनका वीडियो वायरल किया गया, जिससे समाज में उनकी छवि खराब हुई है. इसीलिए पुलिस को कार्रवाई करनी पड़ी. पुलिस ने अपील करते हुए कहा कि चिट्टे के खिलाफ अभियान चलाने वाला महिला मंडल इस बात का जरूर ध्यान रखे कि नियम सब पर लागू होते हैं. जो काम नियमों के दायरे में रहकर करने की जरूरत है, उसे लेकर सचेत रहें. अगर आपको किसी पर शक है तो सबसे पहले पुलिस को बताए.
नशा तस्करों के खिलाफ लड़ रही महिला मंडल का कहना है कि चिट्टा यानी कि नशा तस्करी गिरोह उनके बच्चों को गलत रास्ते पर धकेल रहा है. उनका कहना है कि इस क्षेत्र में चौबीसों घंटे वाहनों की भारी आवाजाही रहती है, जिससे नशीले पदार्थों के तस्करों के लिए तस्करी आसान हो गई है. इसीलिए जो काम पुलिस को करना चाहिए, वे लोग कर रही हैं.














