"आखिर क्यों...", G20 की 2026 की बैठक की मेजबानी के लिए अमेरिका को तरजीह देने पर चीन को आपत्ति

चीन की आपत्ति है कि रूस द्वारा समर्थित, एक व्यक्ति के अनुसार - ज्यादातर प्रतीकात्मक है क्योंकि इसकी संभावना नहीं है कि फैसला पलट दिया जाएगा. लोगों ने नाम न बताने को कहा क्योंकि भारत में मौजूदा जी20 सम्मेलन में हुई चर्चाएं निजी हैं.

विज्ञापन
Read Time: 6 mins
चीन ने अमेरिका को जी20 की बैठक के लिए तरजीह दिए जाने पर जताई आपत्ति
नई दिल्ली:

वर्ष 2026 में होने वाले G20 की बैठक की मेजबानी के लिए अमेरिका को तरजीह देने पर चीन ने अपना कड़ा ऐतराज जताया है. इस चर्चा की जानकारी रखने वाले चार लोगों ने बताया कि चीन ने शनिवार को कहा कि इसकी मेजबानी की घोषणा अभी से ही कर देना कहीं से उचित नहीं है. G20 के सदस्य विश्व नेताओं के वार्षिक शिखर सम्मेलन सहित समूह की अपनी अध्यक्षता बदलते रहते हैं, और अमेरिका ने कहा है कि वह भारत, ब्राजील और दक्षिण अफ्रीका में इसके सफल आयोजन के बाद इसका आयोजन कराएगा.

चीन की आपत्ति है कि रूस द्वारा समर्थित, एक व्यक्ति के अनुसार - ज्यादातर प्रतीकात्मक है क्योंकि इसकी संभावना नहीं है कि फैसला पलट दिया जाएगा. लोगों ने नाम न बताने को कहा क्योंकि भारत में मौजूदा जी20 सम्मेलन में हुई चर्चाएं निजी हैं. बता दें कि चीन की इस प्रतिक्रिया के बारे में सबसे पहले फाइनानशियल टाइम्स ने रिपोर्ट किया था. 

बीजिंग ने अपनी नाराजगी दर्ज कराई है. लोगों के अनुसार, जो चीन की आपत्तियों का कारण नहीं जानते थे. हालांकि, 2025 के अंत तक सभी सदस्य कम से कम एक शिखर सम्मेलन की मेजबानी कर लेंगे और उस प्वाइंट पर पहुंच जाएंगे जहां रोटेशन फिर से शुरू होगा. बता दें कि अमेरिका ने 2008 में वाशिंगटन में पहले G20 की मेजबानी की थी. 

उस सम्मेलन के दौरान अमेरिका और चीन के बीच ताइवान से प्रौद्योगिकी निर्यात के मुद्दे को लेकर आपसी गतिरोध हो गया था. जिसकी वजह से यह सम्मेलन उतना सफल नहीं माना गया. बता दें कि इस बार दिल्ली में हो रहे सम्मेलन में ना तो चीन के राष्ट्रपति शी चिनफिंग और ना ही रूसी राष्ट्रपति पुतिन शामिल हो रहे हैं. 

बता दें कि G20 को क्षेत्रीय उप-समूहों में विभाजित किया गया है, जिनके सदस्य तय करते हैं कि शिखर सम्मेलन की मेजबानी कौन करेगा. अमेरिका कनाडा, ऑस्ट्रेलिया और सऊदी अरब के साथ एक समूह में है. व्हाइट हाउस ने चीन की प्रतिक्रिया पर तुरंत कोई टिप्पणी नहीं की है. 

शनिवार को नई दिल्ली में पत्रकारों से बात करते हुए, अमेरिकी उप राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार जॉन फाइनर ने बताया कि भारत, ब्राजील और दक्षिण अफ्रीका - "ब्रिक्स समूह के तीन लोकतांत्रिक सदस्य" जिसमें चीन और रूस भी शामिल हैं - में G20 की दो बैठकें होनी हैं. 

Featured Video Of The Day
NDTV India Samvad | संविधान में क्या है खास? Justice AK Sikri, पूर्व CEC और Faizan Mustafa ने बताया
Topics mentioned in this article