यह यादव समाज की बेइज्जती है... कौन हैं वायरल हो रही यह कथावाचक

आरोप है कि इटावा में यादव समाज के होने की वजह से दो कथावाचकों मुकुट मणि और संत सिंह यादव की नाराज ग्रामीणों ने चोटी काट दी गई. इसके बाद मौजूद भीड़ में मौजूद महिलाओं के पैर छूने पर मजबूर किया गया.

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कौन हैं लवली शास्त्री
नई दिल्‍ली:

उत्तर प्रदेश के इटावा में दो यादव जाति के कथावाचकों  मुकुट मणि और संत सिंह यादव के साथ हुए दुर्व्‍यवहार का मामला अब बड़ा राजनीतिक मुद्दा बन गया है. ये मामला अब यादव बनाव ब्राह्मण होता नजर आ रहा है. अखिलेश यादव समेत कई नेता इस घटना की निंदा कर चुके हैं. अब ब्राह्मण और यादव कथावाचक भी इस मुद्दे में कूद पड़े हैं. कथावाचक मुकुट मणि का सिर मुंडवाने की घटना पर कथावाचिका लवली शास्‍त्री का भी बयान सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है. लवली शास्त्री ने ब्राह्मणों पर जमकर हमला किया है. लवली शास्त्री ने सवाल उठाया है कि यादव समाज में होने वाली शादियों और धार्मिक संस्‍कारों को क्‍यों नहीं यादव समाज के लोग ही करवा सकते हैं?    

इटावा में जाति पूछ कर यादव कथावाचक का सर मुड़वाने की घटना की निंदा करते हुए लवली शास्त्री ने एक धार्मिक आयोजन के दौरान कहा, 'ये घटना दिल दहला देने वाली है. ये पूरे यादव समाज की बेइज्‍जती है. आप सब लोग यहां यादव ही बैठे हो... जिनकी आप पूरी जिंदगी पूजा करते रहे आज वो ही खाने को दौड़ रहे हैं. ब्राह्मण कभी नहीं चाहता कि यादव आगे बढ़ें... हम और आप क्‍या करते हैं, घर बनवाएंगे तो ब्राह्मणों से पूछकर, शादी करेंगे तो ब्राह्मण को बुलाएंगे. जब से यादव कथावाचक ज्‍यादा हुए हैं, तब से ब्राह्मणों में गुस्‍सा है.'

लवली शास्‍त्री ने कहा, 'यादवों को अब जाग जाना चाहिए. एकजुट हो जाना चाहिए. नहीं तो ऐसे ही यादवों की बेजइज्‍जती होती रहेगी. कथावाचक मुकुट मणि का सिर मुंडने वालों को पुलिस ने पकड़ तो लिया है, लेकिन सिर्फ गिरफ्तारी से काम नहीं बनेगा. जब तक दोषियों के साथ ही वैसा ही व्‍यवहार नहीं किया जाता, जैसा उन्‍होंने किया था, तब तक इंसाफ नहीं मिलेगा.'

कौन हैं लवली शास्त्री
लवली शास्त्री एक कथावाचिका हैं. इनके पति धुव्र शास्त्री भी एक कथावाचक हैं. लवली शास्‍त्री यादव समाज से आती हैं और ब्राह्मणों में पर जमकर प्रहार करती हैं. यूट्यूब पर लवली शास्‍त्री के कई वीडियो कथा कहते हुए अपलोड हैं. 

ऐसा आरोप है कि इटावा में यादव समाज के होने की वजह से दो कथावाचकों मुकुट मणि और संत सिंह यादव की नाराज ग्रामीणों ने चोटी काट दी गई. इसके बाद मौजूद भीड़ में मौजूद महिलाओं के पैर छूने पर मजबूर किया गया. उनके साथ गलत व्यवहार किया गया. आरोप ये भी कि कथावाचक को कई घंटों तक बंधक बनाये रखा गया और पैसे भी छीन लिए गए. इस मामले पर मुख्‍यमंत्री योगी आदित्‍यनाथ ने इटावा के एसएसपी ब्रजेश श्रीवास्तव को जमकर फटकार लगाई. मामले की जांच इटावा पुलिस से छीनकर झांसी पुलिस को सौंप दी गई है. वहीं अखिलेश यादव सरकार पर हमलावर हैं.

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