उमेश पाल हत्याकांड के आरोपी और माफिया अतीक अहमद के बेटे असद को आज उत्तर प्रदेश की विशेष कार्यबल (STF) ने ढेर कर दिया. वह पिछले काफी दिनों से फरार था और एसटीएफ की टीम उसकी तलाश में छापेमारी कर रही थी. डिप्टी एसपी नवेंदु और डिप्टी एसपी विमल के नेतृत्व में यूपी एसटीएफ की टीम ने इस पूरे ऑपरेशन को अंजाम दिया. एसटीएफ के एडीजी अमिताभ यश ने NDTV को बताया कि असद और गुलाम ने पुलिस पर फायरिंग की और जवाब में पुलिस ने फायरिंग की. इस दौरान ही दोनों मारे गए. हालांकि, टीम ने दोनों को जिंदा पकड़ने की कोशिश की थी.
अमिताभ यश के नाम से बड़े-बड़े अपराधी थर-थर कांपते हैं. शायद यही वजह थी कि अतीक की पत्नी शाइस्ता परवीन को डर था कि उसके पति और बेटे का भी एनकाउंटर हो सकता है. इसे लेकर एक पत्र भी शाइस्ता ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को लिखा था. दरअसल, अमिताभ इससे पहले भी उत्तर प्रदेश के कई बड़े मामलों में अपराधियों पर नकेल कस चुके हैं.
बिहार के अमिताभ यश ने दिल्ली के कॉलेज से की पढ़ाई
अमिताभ यश बिहार के भोजपुर के रहने वाले हैं. देशप्रेम का जज्बा उनके खून हैं. उनके पिता राम यश सिंह भी आईपीएस अधिकारी थे. अमिताभ यश 1996 बैच के आईपीएस अफसर हैं. इन्हें एनकाउंटर स्पेशलिस्ट भी कहा जाता है. इन्होंने पढ़ाई दिल्ली के सेंट स्टीफन कॉलेज से की है. इसके बाद यूपीएससी की परीक्षा पास कर आईपीएस बन गए. अमिताभ यश का पहला जिला बतौर कप्तान संतकबीरनगर रहा.
ददुआ डकैत को किया ढेर
अमिताभ यश लगभग 11 महीने संतकबीरनगर में सेवाएं देने के बाद कई जिलों में बतौर एसपी और एसएसपी तैनात रहे. साल 2007 में वह तक लाइम लाइट में आए जब उन्होंने बुंदेलखंड के जंगलों में डकैत ददुआ के खिलाफ अभियान छेड़ा और उसे ढेर कर दिया. अमिताभ 2007 में मायावती सरकार में एसटीएफ के एसएसपी बने, तो उन्होंने बुंदेलखंड के जंगलों में डकैत ददुआ के खिलाफ अभियान छे दिया था. वह तब तक शांत नहीं बैठे, जब तक उन्होंने इस पूरे गैंग का ढेर नहीं कर दिया. अभिताभ यश की टीम ने डकैत ठोकिया को भी ढेर कर दिया था. इनके रहते हुए ही चित्रकूट के जंगलों से डकैतों का सफाया हो गया.
150 से ज्यादा बदमाशों को किया ढेर
यूपी में चाहे किसी भी पार्टी की सरकार रही हो, अमिताभ यश ने अपनी कार्यशैली में शायद ही कोई बदलाव किया हो. योगी आदित्यनाथ की सरकार जब सत्ता में आई, तो अमिताभ यश एसटीएफ के आईजी बने. इसके बाद जनवरी 2021 में उन्हें एसटीएफ का एडीजी बनाया गया. बताया जाता है कि अमिताभ यश ने अब तक 150 से ज्यादा बदमाशों को ढेर किया है. उन्होंने यूपी में मुख्तार और अतीक गैंग के शूटरों को ढेर किया है. कानपुर के बदमाश विकास दुबे और उसका गैंग भी अमिताभ यश की टीम के हाथों से ही ढेर हुआ था. इसीलिए अतीक अहमद ने यूपी की जेल से ट्रांसफर करा लिया था. अतीक को डर था कि यूपी में उसका एनकाउंटर कर दिया जाएगा. जब पिछले दिनों अतीक को कोर्ट में पेशी के लिए यूपी कोर्ट लाया जा रहा था, तब उन्होंने मीडिया से कहा था कि उसका एनकाउंटर होने वाला है.
असद के एनकाउंटर के बाद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने भी अमिताभ यश की टीम की प्रशंसा की है.
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