- रोहित गोदारा ने एक सामान्य परिवार से निकलकर अपराध की दुनिया में बड़ा नाम बना लिया है.
- सिद्धू मूसेवाला, सुखदेव सिंह गोगामेड़ी मर्डर केस के साथ-साथ रोहित गोदारा पर कई गंभीर आरोप लगे हैं.
- 2012 में पत्नी द्वारा दहेज और जबरन गर्भपात के आरोपों के बाद रोहित अपराध की दुनिया में सक्रिय हो गया था.
Gangestor Rohit Godara Profile: बीकानेर में जन्मा रोहित गोदारा मात्र 35 साल की उम्र में अपराध की दुनिया का बड़ा नाम बन चुका है. एक सामान्य परिवार में जन्मे रोहित गोदारा ने अपराध की दुनिया में कैसे अपना आतंक स्थापित किया? एक मोबाइल टेक्नीशियन से उसके नामी अपराधी बनने की पूरी कहानी क्या है? उसके परिवार में कौन-कौन हैं? सलमान खान, दिशा पाटनी सहित कई नामी लोगों को टेंशन देने वाला रोहित गोदारा का परिवार आज क्यों टेंशन में है, इन सारे सवालों का जवाब जानेंगे आज इस रिपोर्ट में.
सबसे पहले जानिए रोहित गोदारा के हाल के चर्चित मामले
डीयू छात्रसंघ से पूर्व अध्यक्ष रौनक खत्री को धमकी
29 सितंबर को रोहित गोदारा का नाम दिल्ली विश्वविद्यालय छात्र संघ के पूर्व अध्यक्ष रौनक खत्री को धमकी देने के मामले में आया. रौनक खत्री ने पुलिस को दिए शिकायत में व्हाट्सएप पर पांच करोड़ रुपये की फिरौती की मांग की बात कही. रौनक खत्री द्वारा पुलिस को दिए स्क्रीनशॉट में रोहित गोदारा का नाम लिखा है. यह भी लिखा है कि 5 करोड़ दो नहीं तो मरने के लिए तैयार हो जाओ.
बरेली में दिशा पाटनी के घर पर फायरिंग
इससे पहले बरेली में बॉलीवुड एक्ट्रेस दिशा पाटनी के घर पर फायरिंग में रोहित गोदारा का नाम सामने आया. हालांकि बाद में पुलिस ने एनकाउंटर में पाटनी के घर फायरिंग करने वाले बदमाशों को मार गिराया. लेकिन पुलिस की कार्रवाई के बाद रोहित गोदारा गैंग की ओर से पुलिस को चेतावनी दी गई इसका जवाब दिया जाएगा.
- सिंगर सिद्धू मूसेवाला की हत्या में भी रोहित गोदारा का नाम बताया जाता है.
- जयपुर में करणी सेना के नेता सुखदेव सिंह गोगामेड़ी की हत्या में भी गोदारा शामिल था. इसी केस के बाद वो सुर्खियों में आया.
- सलमान खान के घर पर फायरिंग में भी रोहित गोदारा का नाम सामने आया था.
इन बड़े मामलों के अलावा रोहित गोदारा और उसके गैंग से राजस्थान, हरियाणा, दिल्ली, यूपी, महाराष्ट्र के कारोबारियों और चर्चित चेहरों को रंगदारी की धमकी मिलती रहती है. जिसकी लिस्ट तैयार की जाए तो वो बहुत बड़ी होगी.
अब जानिए रोहित गोदारा की कहानी
रोहित गोदारा का जन्म बीकानेर के लूणकरण के आगे स्थित एक कच्ची ढाणी कपूरीसर में साल 1989 में हुआ था. रोहित का शुरुआती नाम रावताराम स्वामी है. रोहित के अलावे उसके परिवार की कोई क्रीमिनल हिस्ट्री नहीं मिली है. उसके परिजनों की माने तो अपराध की दुनिया में जाने के बाद से रोहित से उनका कोई सम्पर्क नहीं है. हालांकि रोहित की टोह में NIA से लेकर राजस्थान पुलिस और जांच एजेंसी अक्सर उसके घर पहुंचती रही है.
11 साल की उम्र में शादी, मोबाइल रिपेयरिंग कर चलाता था परिवार
रोहित तब रावताराम था, मात्र 11 की उम्र में भाई के साथ उसकी भी शादी कर दी गई. शादी के कुछ साल बाद परिवार चलाने के लिए उसने मोबाइल रिपेयरिंग की दुकान खोली. 2005 में पत्नी के साथ वो बीकानेर चला गया, जहां मोबाइल ठीक करने की दुकान चला कर अपने परिवार का भरण-पोषण करने लगा.
इसी दौरान रावताराम ने अपना नाम बदलकर रोहित गोदारा किया. गोदारा उसका सरनेम है. बाद में उसने राजस्थान इंस्टीट्यूट ऑफ इंजीनियरिंग के नाम से मोबाइल रिपेयरिंग सिखाने का संस्थान भी खोला.
2010 में पहली बार गया जेल
साल 2010 में रोहित गोदारा की लाइफ ने एक नया टर्न लिया. उसके खिलाफ हत्या की कोशिश करने का मामला दर्ज हुआ और वो पहली बार जेल गया. हालांकि करीब 10 महीने के बाद उसे जमानत मिल गई. लेकिन इसके मात्र दो साल बाद ही कुछ ऐसा हुआ जिसने रोहित की जिंदगी बदल दी.
पत्नी ने दहेज एक्ट में केस किया, जेल गया और बदल गई जिंदगी
साल 2012 में रोहित गोदारा की जिंदगी में ऐसा कुछ हुआ, जिसने उसके लिए जुर्म के दरवाजे खोल दिए. उसकी पत्नी ने उस पर दहेज और जबरन गर्भपात करने के आरोप लगाए. रोहित को एक बार फिर जेल जाना पड़ा. करीब 2-3 महीने वो जेल में ही रहा. इसी दौरान रोहित की संगत अपराध की दुनिया के महारथियों से हुई और वो भी अपराध की दुनिया में धाक जमाने में जुट गया.
2022 में फर्जी पासपोर्ट से भागा दुबई, लॉरेंस का खास बना
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार रोहित 13 जून 2022 को दिल्ली से फर्जी पासपोर्ट पर दुबई (Dubai) भागा था. उसने फर्जी पासपोर्ट में उसने अपना नाम पवन कुमार लिखवाया था. रोहित दुबई में रहकर लॉरेंस के इशारे पर आपराधिक गतिविधियों को अंजाम देता रहा. लेकिन कुछ महीनों पहले रोहित ने लॉरेंस गैंग से निकलकर खुद ही गैंग बना ली.
अब लॉरेंस बिश्नोई से अलग गैंग चला रहा रोहित गोदारा
अब रोहित गोदारा लॉरेंस बिश्नोई से अलग होकर खुद का गैंग चला रहा है. रोहित गोदारा अब गोल्डी बराड़ के साथ मिलकर अपना अलग गैंग चला रहा है. दिशा पाटनी के घर हुई फायरिंग की जिम्मेवारी इन्हीं दोनों ने ली थी. बीते दिनों लॉरेंस बिश्नोई और रोहित गोदारा के बीच अनबन की बात सामने आई. अब दोनों गैंग एक-दूसरे के खिलाफ हैं.
रोहित गोदारा के परिवार में कौन-कौन
रोहित गोदारा के परिवार में उसके पिता सन्त दास, उसकी मां गीता देवी, भाई हनुमान सारण हैं. पिछले साल जब NDTV की टीम जब उसके घर पहुंची तो उसकी मां, पिता और भाई से मुलाक़ात हुई. रोहित की मां गीता देवी ने कहा कि कई सालों से उनका रोहित से कोई सम्पर्क नहीं हुआ है. उन्होंने रोहित से अपराध की दुनियां छोड़ देने की अपील की. यही अपील रोहित के भाई हनुमान सारण और पिता सन्त दास ने की.
बीकानेर में रोहित गोदारा का घर, पिता से पूछताछ करते पुलिस के जवान.
रोहित गोदारा का परिवार आए दिन पड़ते पुलिस के छापों से परिवार परेशान रहता है और बेटे की वजह समाज में बदनाम होने के बाद कई बार रोहित से क्राइम की दुनिया छोड़ने की अपील कर चुके हैं.
बेटे के बारे में पूछते ही डबडबा गई रोहित की मां की आंखें
रोहित गोदार की मां गीता देवी से जब NDTV रिपोर्ट ने उनके बेटे के बारे में कुछ जानना चाहा को उसकी मां के आंखों में आंसू आ गए और गला रुध गया आंखों में डबडबा आए आंसुओं को पोछते हुए मां ने कहा कि, उनका बेटा शुरू में ऐसा नहीं था. जब से महिला उत्पीड़न केस में जेल जाकर आया, वो बदल गया.
पिता बोले- मेरा बेटा अपराध के दलदल में फंस गया
रोहित गोदारा के पिता सन्त दास कहते हैं कि उनका बेटा तो अपराध के दलदल में फंस गया, लेकिन उनकी अपील है कि सभी माता-पिता अपने बच्चों पर ध्यान दें और नई पीढ़ी से कहते हैं कि अपराध और अपराधियों के आस-पास भी ना फटकें. उन्होंने बताया कि उनके बेटे की करतूतों की वजह से उनका समाज में उठना-बैठना और मुंह दिखाना दुश्वार हो गया है.
भाई बोला- जुर्म की गंदगी से निकल कर वापस आ जाए
रोहित गोदारा के भाई हनुमान सारण का भी यही हाल है. रुआंसे हुए भाई हनुमान सारण कहते हैं कि काश उनका भाई जुर्म की गन्दगी से निकल कर वापस समाज में आ जाए. हनुमान सारण ने कहा कि उनका पूरा परिवार रोहित से क्राइम की दुनिया छोड़कर वापस आने की अपील करता है. हनुमान उम्मीद जताते हैं कि एक दिन उनका भाई वापिस आ जाएगा.
10 सितंबर की छापेमारी में फूट-फूट कर रोने लगे पिता
राजस्थान पुलिस ने बीते दिन (10 सितंबर) बीकानेर में भी रोहित गोदारा के गांव में छापा मारा. पुलिस की टीम ने पूरे घर की तलाशी ली और गैंगस्टर्स के वित्तीय लेनदेन से जुड़े सबूत तलाश करने की कोशिश की. इस दौरान उसके 80 वर्षीय पिता फूट-फूटकर रोए.
उन्होंने कहा कि पुलिस की तलाशी के चलते परेशानी झेलनी पड़ रही है, जबकि रोहित को 15 साल पहले ही घर से बेदखल कर दिया था. बावजूद इसके पुलिस दरवाजे पर खड़ी हो जाती है.
रोहित गोदारा पर 6 लाख का इनाम
बीकानेर के अलग-अलग इलाकों में एक साथ 5 टीमों ने दबिश दी और वांटेड अपराधियों की चल-अचल संपत्तियों की जांच शुरू की गई. इसी कड़ी में लूणकरणसर थाना क्षेत्र के ढाणी तेजाना स्थित रोहित गोदारा के पिता के घर पर छापेमारी की गई. पुलिस की टीम को यहां 21 बीघा ज़मीन, पक्का मकान और कृषि उपकरण मिले. गोदारा पर बीकानेर पुलिस ने एक लाख और एनडीपीएस ने 5 लाख का इनाम घोषित कर रखा है.
पिता बोले- रोहित की मां और भाई गुजरात चले गए
इसी कार्रवाई के दौरान पिता भावुक हो गए और कहने लगे, "मैं बूढ़ा हो गया हूं. कभी जयपुर, कभी गंगानगर, कभी बीकानेर, तो कभी कहीं और की पुलिस दरवाजे पर आ खड़ी होती है. इसी परेशानी के चलते उसकी मां और भाई गुजरात चले गए. मैंने रोहित को 15 साल पहले ही बेदखल कर दिया था, पर आज तक उससे पीछा नहीं छुड़ा पा रहे. हमारे पास न हथियार हैं, न कोई गलत चीज़, फिर भी बार-बार हमें परेशान किया जाता है."
( इनपुट- बीकानेर से डॉ. नासिर जैदी )