"42 हजार लोग मारे गए, इसका जिम्मेदार कौन?": अमित शाह ने फारूक अब्दुल्ला, महबूबा मुफ्ती पर साधा निशाना

अमित शाह ने शुक्रवार को कहा कि मोदी सरकार ने देश में भ्रष्टाचार के खात्मे के लिए एक मजबूत नींव रखी है, जबकि पूर्ववर्ती संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन (संप्रग) सरकार 12 लाख करोड़ रुपये के ‘घोटालों’ में शामिल थी.

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अमित शाह ने पूछा- जम्मू-कश्मीर में आतंकवाद के कारण 42 हजार लोगों की मौत की जिम्मेदारी कौन लेगा?

केन्द्रीय गृह मंत्री अमित शाह दो दिन के जम्मू-कश्मीर दौरे पर पहुंचे और जम्मू में रैली में शिरक़त की. मोदी सरकार के 9 साल पूरे होने को लेकर अमित शाह ने कहा कि मोदी सरकार पर भ्रष्टाचार का कोई आरोप नहीं लगा. देश लगातार विकास के रास्ते पर आगे बढ़ रहा है. अमित शाह ने जम्मू-कश्मीर के हालात को लेकर परिवारवाद पर हमला बोला. शाह ने कहा कि कई साल तक जम्मू-कश्मीर में तीन परिवारों का शासन रहा है.

अमित शाह ने शुक्रवार को कहा कि मोदी सरकार ने देश में भ्रष्टाचार के खात्मे के लिए एक मजबूत नींव रखी है, जबकि पूर्ववर्ती संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन (संप्रग) सरकार 12 लाख करोड़ रुपये के ‘घोटालों' में शामिल थी. जम्मू में एक जनसभा को संबोधित करते हुए शाह ने नेशनल कांफ्रेंस (नेकां), पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी (पीडीपी) और कांग्रेस पर भी जमकर निशाना साधा. उन्होंने सवाल किया कि जम्मू-कश्मीर में आतंकवाद के कारण 42 हजार लोगों की मौत की जिम्मेदारी कौन लेगा?

गृह मंत्री ने कहा, "मोदी सरकार ने 12 लाख करोड़ रुपये के घोटालों में शामिल संप्रग सरकार की जगह ली और प्रधानमंत्री ने भ्रष्टाचार-मुक्त भारत के लिए एक मजबूत नींव रखी. तीन परिवारों ने जम्मू-कश्मीर पर दशकों तक मिलकर शासन किया, लेकिन अनुच्छेद-370 के कारण कोई विकास नहीं हुआ. आतंकवाद के कारण कम से कम 42 हजार लोगों की मौत हुई और वे कह रहे हैं कि हमें अनुच्छेद-370 को सुरक्षित रखना चाहिए था."

अमित शाह ने कहा कि वह नेकां अध्यक्ष फारूक अब्दुल्ला और पीडीपी प्रमुख महबूबा मुफ्ती से पूछना चाहेंगे कि इन 42 हजार लोगों की मौत के लिए कौन जिम्मेदार है, क्योंकि तब ये लोग सत्ता में थे. उन्होंने जोर देकर कहा कि प्रधानमंत्री मोदी के शासन में आतंकवाद पर शिकंजा कसा गया.

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