जम्मू कश्मीर हाई कोर्ट के चीफ जस्टिस एन. कोटिश्वर सिंह (Justice N Kotiswar Singh) ने गुरुवार को सुप्रीम कोर्ट के न्यायाधीश पद की शपथ ली. वह मणिपुर से सुप्रीम कोर्ट में पदोन्नत होने वाले पहले जज हैं. 11 जुलाई को उनकी नियुक्ति की सिफारिश की गई थी. वह हाई कोर्ट के पूर्व जज एन इबोतोंबी सिंह के बेटे हैं. वह बातौर वकील सुप्रीम कोर्ट (Supreme Court) में पहले भी काम कर चुके हैं. कुछ समय के लिए उन्होंने यहां पर प्रैक्टिस की थी, साल 2008 में वह गुवाहाटी हाई कोर्ट में सीनियर एडवोकेट नियुक्त किए गए. लेकिन अब वह सुप्रीम कोर्ट में जज नियुक्त किए गए हैं.
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एन. कोटिश्वर सिंह को अक्टूबर 2011 में गुवाहाटी हाई कोर्ट में अतिरिक्त जज नियुक्त किए गए थे. साल 2012 में वह स्थायी जज बन गए. मणिपुर हाई कोर्ट के गठन के बाद उन्हें वहां ट्रांसफर कर दिया गया था. साल 2018 में उनको प्रमोट कर चीफ जस्टिस बनाया गया. जस्टिस एन. कोटिश्वर सिंह के बारे में विस्तार से जानिए.
कौन हैं एन. कोटिश्वर सिंह?
सुप्रीम कोर्ट के नए जस्टिस एन. कोटिश्वर सिंह मणिपुर के इम्फाल से ताल्लुक रखते हैं. उनका जन्म 1 मार्च 1963 को हुआ था. उन्होंने दिल्ली के किरोड़ीमल कॉलेज से ग्रेजुएशन करने के बाद साल 1986 में उन्होंने दिल्ली यूनिवर्सिटी से LLB की डिग्री ली. फरवरी 2023 में उन्हें जम्मू कश्मीर और लद्दाख हाई कोर्ट का चीफ जस्टिस नियुक्त किया गया था. वह 65 वर्ष की उम्र पूरी करने के बाद फरवरी 2028 में सेवानिवृत्त होंगे.
जस्टिस कोटिश्वर सिंह के करियर पर एक नजर
- कोटिश्वर सिंह का जन्म 1 मार्च 1963 को मणिपुर के इम्फाल में हुआ.
- फरवरी 2023 से जम्मू-कश्मीर और लद्दाख हाईकोर्ट में चीफ जस्टिस रहे.
- गुवाहाटी हाईकोर्ट ने कोटिश्वर सिंह को साल 2008 में वरिष्ठ अधिवक्ता नामित किया.
- उन्होंने साल 2011 में गुवाहाटी HC के एडिशनल जज के रूप में शपथ ली.
- जस्टिस एन कोटिश्वर सिंह को साल 2012 में परमानेंट जज बना दिया गया.
- जस्टिस सिंह साल 2018 में गुवाहाटी हाईकोर्ट में चीफ जस्टिस बनाए गए.
जस्टिस कोटिश्वर सिंह 'गन' के नाम से क्यों मशहूर?
टाइम्स ऑफ इंडिया की रिपोर्ट के मुताबिक, जस्टिस कोटिश्वर सिंह अपने जानने वालों के बीच 'गन' के नाम से भी मशहूर हैं. ये किस्सा साल 2010 का है. उस समय वह एडवोकेट जनरल थे. कांग्रेस सरकार के मंत्री इबोबी सिंह की बंदूक से अचानक चली गोली उनको लग गई. हादसे के समय वह मंत्री की कार में उनके साथ मौजूद थे. वह अचानक चली गोली का अनजाने में शिकार हो गए. जिसके बाद उनको अस्पताल में भर्ती करवाया गया. इस घटना के बाद से ही उनको 'गन' कहा जाने लगा.