नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो (NCB) की हिरासत में मौजूद शाहरूख खान के बेटे आर्यन खान (Aryan Khan) के साथ ली गई सेल्फी एनसीबी के गले की हड्डी बन गई है. एनसीपी के प्रवक्ता नवाब मलिक ने सवाल उठाया है कि जब वह व्यक्ति NCB का कर्मचारी नहीं है तो NCB के साथ क्या कर रहा था और उसे आर्यन का हाथ पकड़कर NCB दफ़्तर में ले जाने का अधिकार किसने दिया? नवाब मलिक ने अरबाज मर्चेंट का हाथ पकड़कर ले जाने वाले व्यक्ति पर भी सवाल उठाया और फिर खुद ही बताया कि आर्यन के साथ सेल्फी लेने वाला शख्स किरन गोसावी है. जबकि दूसरा शख्स बीजेपी का उपाध्यक्ष मनीष भानुशाली है. सवाल है कि आखिर ये किरन गोसावी है कौन?
नवाब मलिक के मुताबिक किरन गोसावी खुद को एक प्राइवेट डिटेक्टिव बताता है. अब सवाल है कि एक प्राइवेट डिटेक्टिव वहां क्या कर रहा था और उसे किसने अधिकार दिया? NCB के जोनल डायरेक्टर समीर वानखेड़े और डीडीजी ज्ञानेश्वर सिंह ने दावा किया है कि वो उनका पंच गवाह है और ऐसे और भी गवाहों की मदद केस में ली गई है. कानून में स्वतंत्र गवाह का प्रावधान है. हालांकि आर्यन के साथ सेल्फी और उसका हाथ पकडकर ले जाने कैसे दिया गया, इस सवाल का जवाब दोनों ने नहीं दिया.
बहरहाल एनसीबी सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक किरण गोसावी ठाणे का रहने वाला है और उसे वहां खुद NCB के ही एक इंटेलिजेंस अधिकारी ने बुलाया था. जानकारी के मुताबिक किरन और दूसरे एक गवाह को दो अक्टूबर को सुबह 11 बजकर 30 मिनट पर इंटरनेशनल टर्मिनल ग्रीन गेट पर बुलाया गया था और उसे वहां समीर वानखड़े और टीम के दुसरे लोगों से उसका परिचय करवाया गया. उस NCB अफसर ने उसे वहां बताया कि उन्हें गुप्त सूचना मिली है कि कॉर्डेलिया क्रूज पर कुछ लोग ड्रग्स के साथ आने वाले हैं. उस अफसर के पास कुछ संदिग्ध लोगों के नाम भी थे. अफसर ने दोनों को सर्च के दौरान उनके साथ मौजूद रहने को कहा और फिर NCB टीम गेट पास दिखाकर टर्मिनल के अंदर गई. किरन गोसावी और दूसरे गवाह को अंदर जाने के लिए लिखित में इजाजत ली गई.
अंदर CISF की एक महिला जवान को भी सर्च में मदद के लिए साथ लिया गया. नियमानुसार ये भी पुख्ता किया गया कि टीम के पास पहले से कोई प्रतिबंधित पदार्थ ना हो. सिर्फ स्टेशनरी, NCB सील, DD किट, डिजिटल वजन मशीन, लैपटॉप और प्रिन्टर जैसे सामान साथ थे.
सब तैयारी होने के बाद NCB टीम ने डिपार्चर गेट पर नजर रखनी शुरू की और शाम तकरीबन 5 बजे सबसे पहले विक्रांत चोकर पर उन्हें शक हुआ. उसकी तलाशी लेने पर उसके पास से मेफेड्रोने ड्रग मिली. उसके बाद इश्मित सिंह चड्ढा के पास से MDMA और 40 हजार रुपये मिले.
डिपार्चर गेट पर ही NCB को दो और व्यक्तियों पर शक हुआ तो उनसे जब उनका नाम पूछा गया तो एक ने अरबाज ए मर्चेंट और दूसरे ने आर्यन शाहरुख खान बताया. NCB अधिकारी ने अपनी पहचान बताई और तलाशी ली तो अरबाज़ के जूते में छिपाकर रखी चरस बरामद हुई. अरबाज ने NCB को बताया कि वो और आर्यन खान दोनों चरस लेते हैं कॉर्डेलिया क्रूज में इसके इस्तेमाल के लिए ले जा रहे हैं.
जब आर्यन से पूछा गया तो उसने भी माना कि हां वह भी चरस लेता है और बरामद चरस क्रूज पर स्मोकिंग के लिए थी. इसके बाद गोमित चोपरा की भी शक के आधार पर तलाशी ली गई तो उसके पास से MDMA और 93 हजार रुपये मिले.
सूत्रों के मुताबिक किरन गोसावी और दूसरे गवाह इस पूरी कार्रवाई के गवाह थे. वहां पंचानमे के बाद सभी आरोपियों को लेकर टीम NCB के दफ़्तर आ गई.
प्रेस कॉन्फ्रेंस में एनसीपी के प्रवक्ता नवाब मलिक ने किरन गोसावी को फ्रॉड बताते हुए उसके खिलाफ पुणे में एक अपराधिक मामला दर्ज होने का दावा किया है. उसके खिलाफ साल 2018 में फेसबुक के जरिए नौकरी देने का वादा कर ठगने का मामला दर्ज है. किरन की सोशल मीडिया में अलग -अलग तस्वीरें हैं जिसमें वह अपनी निजी कार में आगे पुलिस का बोर्ड लगाए हुए दिखता है तो एक फोटो में हाथ मे पिस्तौल पकड़ रखा है. किरन गोसावी का एक फोटो बीजेपी के मनीष भानुशाली के साथ सेल्फी वाला भी है. किरन का ये सेल्फी शौक ही NCB के गले की हड्डी बन गया है.