दिल्ली के इस 'छोटे डॉन' की कहानी, जिसने बर्गर किंग में बैठे लड़के को गोलियों से भुनवा डाला

हिमांशु भाऊ (Gangster Himanshu Bhau) पहले व्हॉट्सएप के जरिए पैसे मांगता है और फिर उसे डराने के लिए अपने गुर्गों को अपने टारगेट के घर और दफ्तर भेज देता है. ज्यादातर मामलों में देखा गया है कि उसके शूटर दर्जन से अधिक राउंड फायरिंग करते हैं.

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कौन है गैंगस्टर हिमांशु भाऊ.
नई दिल्ली:

विदेश में बैठकर जो शख्स दिल्ली के राजौरी गार्डन के बर्गर किंग में गोली (Burger King Firing) चलवा सकता है, उसकी पावर का अंदाजा लगा पाना मुश्किल नहीं है. ये शख्स खुद को दिल्ली का छोटा डॉन बताता है. इसकी उम्र भले ही 21 साल है, लेकिन कारनामे बड़े-बड़े. दूसरे देश में बैठकर वह देश की राजधानी में वह दनादन गोलियां चलवा रहा है. जुर्म की दुनिया में उसकी तूती बोल रही है. नाम है हिमांशु भाऊ.  (Himanshu Bhau) मंगलवार रात को बर्गर किंग में हुए हत्याकांड से हर तरफ सनसनी मची हुई है. बर्गर किंग आउटलेट में बदमाशों ने करीब 40 राउंड फायरिंग कर अमन जून नाम के शख्स को मौत की नींद सुला दिया. इस हमले की जिम्मेदारी गैंगस्टर हिमांशु भाऊ ने ली है. 

कौन है हिमांशु भाऊ उर्फ छोटा डॉन?

दिल्ली का छोटा डॉन कहे जाने वाला 21 साल का हिमांशु भाऊ खुद को लॉरेंस बिश्नोई गैंग का जानीू दुश्मन बताता है. वह हाल ही में दिल्ली और हरियाणा में कई हिंसक घटनाओं को अंजाम दे चुका है. वह दिल्ली, हरियाणा, पंजाब और राजस्थान में बिश्नोई के प्रतिद्वंद्वियों से हाथ मिल गया है. उसका मुख्य काम व्यापारियों, शराब विक्रेताओं और सट्टेबाजों से पैसे की वसूली करना है. हिमांशु भाऊ मूल रूप से हरियाणा के रोहतक के रतौली गांव का रहने वाला है. पिछले एक साल से वह दिल्ली में काफी एक्टिव है. उसके गुर्गों ने पिछले छह महीनों में सिलसिलेवार गोलीबारी को अंजाम दिया है. पिछले महीने ही उन्होंने पश्चिमी दिल्ली के एक कार शोरूम पर अंधाधुंध फायरिंग की थी.

हिमांशु भाऊ कैसे बना जुर्म की दुनिया का 'छोटा डॉन'

ये कहानी है हरियाणा के रोहतक के रिटौली गांव की. इस गांव में पढ़े-लिखे लोग खूब रहते हैं. साल 2020 में गांव के ही एक शख्स से एक 17 साल के बच्चे का झगड़ा हो गया. झगड़ा बढ़ते ही स्कूल में पढ़ने वाला 17 साल का लड़का कहीं से तमंचा लाया और गोली चला दी. यह घटना गांव में चर्चा का विषय बन गई. वहीं पुलिस ने मौके पर पहुंचकर लड़के को पकड़ा और उम्र कम होने की वजह से उसे किशोर बाल सुधार गृह भेज दिया. कुछ ही हफ्तों बाद पचा चला कि वह लड़का बाल सुधार गृह से भाग गया है. जांच में पता चला कि ये तो वही लड़का है, जिसने गांव में गोली चलाई थी. वक्त बीतता गया और देखते ही देखते इस लड़के के नाम पर रोहतक और झज्जर में संगीन धाराओं वाले 17 केस दर्ज हो गए. ये कई और नहीं हिमांशु ही था, जो धीरे-धीरे छोटा डॉन बन गया. 

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कहां छिपा बैठा है हिमांशु भाऊ?

हिमांशु भाऊ खुद को विदेश में बैठा है, लेकिन उसके आतंक की गूंज दिल्ली में भी सुनाई दे रही है. अमेरिका में बैठकर छोटा डॉन दिल्ली में गोलियां चलवा रहा है. ये मामला अभी यहीं नहीं थमा है. न जाने कितनों पर अभी दिल्ली के इस छोटे डॉन की नजर है. उसका कहना है कि अमन की हत्या बदला लेने के लिए की गई है. उसके निशाने पर अभी और लोग भी हैं.   

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गैंगस्टर हिमांशु भाऊ के खिलाफ इंटरपोल रेड कॉर्नर नोटिस जारी है, लेकिन फिर भी वह डंकी फ्लाइट के जरिए अमेरिका तक पहुंच गया है, ये जानकारी सूत्रों के हवाले से सामने आई है. जबकि पहले उसने पुर्तगाल को अपना ठिकाना बनाया था. उसका नया ठिकाना अब अमेरिका को बताया जा रहा है.देश में मौजूद न होने के बाद भी वह दर्जनों शूटर्स का सिंडिकेट धड़ल्ले से चला रहा है.

खुफिया एजेंसियां उस पर लगातार नजर बनाए हुए हैं और उसका पता लगाने और उसे देश वापस लाने की कोशिशों में जुटी हुई है. भाऊ के करीबी सहयोगी साहिल को कथित तौर पर कुछ हफ्तों पहले अमेरिका से हिरासत में लिया गया था. उसके खिलाफ भी रेड कॉर्नर नोटिस जारी था. 

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बर्गर किंग गोलीबारी का जिम्मेदार हिमांशु भाऊ

बर्गर किंग में अमन को गोलियों से भूनने की जिम्मेदारी लेते हुए हिमांशु भाई ने अपने एक नए इंस्टाग्राम अकाउंट के जरिए ली. उसने आधी रात को इंस्टा पर एक पोस्ट लिखा, जिसमें लिखा था, "राजौरी गार्डन में मारा गया शख्स हमारे भाई शक्ति दादा की हत्या में शामिल था, और यह बदले की कार्रवाई थी. इसमें शामिल अन्य सभी लोगों को भी जल्द निशाना बनाया जाएगा."

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अपने इंस्टाग्राम अकाउंट में दिल्ली के छोटे डॉन ने दावा किया कि उसने तिहाड़ जेल में बंद नवीन बाली और नीरज बवाना के साथ मिलकर हत्या करवाई है. इस खुलासे के बाद पुलिस ने जेल में बंद दोनों कैदियों से पूछताछ की. पुलिस अब अदालत से दोनों की हिरासत भी मांगेगी. वहीं अमन पर गोलियां बरसाने वालों की भी पुलिस तलाश कर रही है. 

जाली पासपोर्ट से विदेश भागा हिमांशु भाऊ

हिमांशु भाऊ पहले व्हॉट्सएप के जरिए पैसे मांगता है और फिर उसे डराने के लिए अपने गुर्गों को अपने टारगेट के घर और दफ्तर भेज देता है. ज्यादातर मामलों में देखा गया है कि उसके शूटर दर्जन से अधिक राउंड फायरिंग करते हैं. साल 2022 में उसने मार्च में 24 दिनों के अंदर तीन हत्याओं को अंजाम दिया था. ऐसा शक है कि उसी साल उसने जाली दस्तावेजों के जरिए पासपोर्ट बनवाया और दुबई भाग गया, जहां से वह पुर्तगाल चला गया.

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