रांची का लड़का अमन साहू कैसे बन गया डॉन, मुठभेड़ में मारे गए झारखंड के लॉरेंस की पूरी क्राइम कुंडली

झारखंड के कुख्यात गैंगस्टर अमन साहू के पुलिस मुठभेड़ में मारे जाने की घटना को जायज ठहराते हुए राज्य सरकार के मंत्री सुदिव्य कुमार सोनू ने कहा है कि अगर किसी अपराधी का मनोबल इतना बढ़ जाए कि वह राज्य की पुलिस और प्रशासन के लिए चुनौती बन जाए तो निश्चित रूप से उसका यही हश्र होना चाहिए.

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रांची:

क्राइम की दुनिया में मुकाम बनाने की चाह ने अमन साहू को अपराध की उस दौड़ में शामिल कर दिया था, जहां सभी जानते हैं, अंजाम सिर्फ मौत होता है. हत्या, रंगदारी, अपहरण और लूटपाट को अंजाम देने वाला ये डॉन अब एनकाउंटर में मारा जा चुका है.अमन साहू का लॉरेंस विश्नोई दोस्ती वाला कनेक्शन था. वह लॉरेंस को गुर्गों की सप्लाई करता था और बदले में लेता था नए-नए ऑटोमेटिक हथियार. अमन साहू का एनकाउंटर झारखंड के पलामू में हुआ है. राज्य के पुलिस महानिदेशक (DGP) अनुराग गुप्ता ने एक दिन पहले कहा था कि झारखंड में अधिकतर अपराध की साजिशें जेलों के अंदर रची जाती हैं और आपराधिक गिरोह की मदद से उसे अंजाम दिया जाता है. उनके इस बयान के एक दिन बाद यह घटना सामने आई है.

जानकारी के मुताबिक-  गैंगस्टर अमन साहू को झारखंड पुलिस छत्तीसगढ़ के रायपुर जेल से पूछताछ के लिए रिमांड पर रांची ला रही थी. इस दौरान पुलिस की गाड़ी दुर्घटनाग्रस्त हो गई और इसके बाद वह एसटीएफ (स्पेशल टास्क फोर्स) जवान से इंसास राइफल छीनकर भागने लगा. पुलिस ने जब उसे रोकने की कोशिश की तो उसने पुलिस पर फायरिंग करनी शुरू कर दी. पुलिस की टीम ने भी जवाबी फायरिंग की, जिसमें अमन साहू को कई गोलियां लगी. घटनास्थल पर ही उसकी मौत हो गई. 

राइफल छीनकर भागा तो मारा गया गैंगस्टर अमन साहू

यह घटना मंगलवार की सुबह पलामू में हुई है. जब अमन साहू को रांची पुलिस की टीम रायपुर से पूछताछ के लिए रिमांड पर रांची ला रही थी. जानकारी के मुताबिक, रांची जाते वक्त पुलिस की गाड़ी पलामू में दुर्घटनाग्रस्त हो गई. तभी अमन साहू पुलिस का हथियार छीनकर भागने लगा. पुलिस ने जब उसे रोकने की कोशिश की तो उसने पुलिस पर फायरिंग कर दी. जिसके बाद पुलिस की टीम ने उसे एनकाउंटर में मार गिराया.

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पलामू एसपी ने बताया कि उसे एंबुलेंस घटनास्थल पर भेजा गया है. घटना रामगढ़ थाना क्षेत्र में हुई है. मुठभेड़ उस वक्त हुई, जब अमन साहू को रायपुर जेल से लाया जा रहा था. 

14 अक्टूबर को रायपुर लाई थी पुलिस

अमन साहू पर रायपुर में रंगदारी के दो मामले दर्ज थे. वो पिछले साढ़े तीन महीने से रायपुर जेल में था. जानकारी के मुताबिक, 40 पुलिसकर्मियों की टीम अमन साहू को झारखंड से प्रोडक्शन वारंट पर 14 अक्टूबर को रायपुर लेकर आई थी. अमन साहू पर रायपुर में दो मामले दर्ज थे. छत्तीसगढ़ के कारोबारी प्रह्लाद राय अग्रवाल की कार पर फायरिंग केस में अमन साहू मुख्य आरोपी है. इसके अलावा पीआरए इंफ्रा कंपनी के सामने फायरिंग हुई थी, जिसमें भी अमन साहू का हाथ था.

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उन्होंने बताया कि मुठभेड़ की यह घटना मंगलवार सुबह उस समय हुई जब 150 से अधिक मामलों में आरोपी और कुछ मामलों में दोषी ठहराए गए गैंगस्टर को छत्तीसगढ़ की रायपुर जेल से रांची लाया जा रहा था.

कौन था अमन साहू?

डीजीपी ने सोमवार को कहा था कि तीन गैंगस्टर - विकास तिवारी, अमन श्रीवास्तव और अमन साहू - जेलों के अंदर से आपराधिक साजिशों को अंजाम दे रहे हैं. सिमडेगा और हजारीबाग जेलों में छापेमारी की गई है.

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सरकार ने घटना को सही ठहराया

झारखंड के कुख्यात गैंगस्टर अमन साहू के पुलिस मुठभेड़ में मारे जाने की घटना को जायज ठहराते हुए राज्य सरकार के मंत्री सुदिव्य कुमार सोनू ने कहा है कि अगर किसी अपराधी का मनोबल इतना बढ़ जाए कि वह राज्य की पुलिस और प्रशासन के लिए चुनौती बन जाए तो निश्चित रूप से उसका यही हश्र होना चाहिए.

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मंगलवार को झारखंड विधानसभा परिसर में मीडिया से बात करते हुए झारखंड के नगर विकास, उच्च शिक्षा एवं पर्यटन मंत्री सुदिव्य कुमार सोनू ने कहा कि राज्य में हर हाल में ‘रूल ऑफ लॉ' ही चलेगा. यहां की धरती पर कानून तोड़ने वालों के विरुद्ध सरकार विधिसम्मत कार्रवाई करेगी.

उन्होंने कहा कि अमन साहू के मंगलवार को एनकाउंटर में मारे जाने की सूचना उन्हें मीडिया से मिली है. इस मामले में विस्तृत सूचना का इंतजार है. घटना किन कारणों और किन परिस्थितियों में हुई, निश्चित रूप से इसकी जांच कराई जाएगी.

मंत्री ने कहा कि यह घटना निश्चित रूप से राज्य में आपराधिक चरित्र के तमाम लोगों को संदेश है कि अगर कोई कानून को अपने हाथ में लेने की कोशिश करेगा, तो राज्य सरकार उसे किसी भी स्थिति में बर्दाश्त नहीं करेगी. सरकार अपने नागरिकों की सुरक्षा के लिए प्रतिबद्ध है.

हेमलाल मुर्मू ने कहा- अपराधियों का मनोबल बढ़ रहा था

झामुमो के वरिष्ठ विधायक हेमलाल मुर्मू ने भी गैंगस्टर अमन साहू के मुठभेड़ में मारे जाने की घटना को सही ठहराया है. उन्होंने मीडिया से कहा कि अमन साहू कई आपराधिक घटनाओं में शामिल था. वह लॉरेंस बिश्नोई के गैंग से भी जुड़ा था. अगर हेमंत सरकार ऐसे लोगों का खात्मा कर रही है तो यह बड़ी बात है. आज तक तो योगी ने ही ऐसा किया था. अब झारखंड में भी यही होगा. हालांकि उन्होंने कहा कि हमारा मॉडल योगी वाला नहीं, बल्कि अपना है.

भाजपा ने भी घटना को सही ठहराया

बरकट्ठा के भाजपा विधायक अमित यादव ने भी मुठभेड़ को सही कदम बताया है. उन्होंने कहा कि यह बिल्कुल सही हुआ है. जो जैसा करेगा, उसके साथ वैसा ही सलूक होना चाहिए. कानून-व्यवस्था के मुद्दे पर विधानसभा में सरकार की घेराबंदी के बारे में पूछे जाने पर उन्होंने कहा कि हमने वाजिब सवाल उठाए थे. आज कुख्यात गैंगस्टर की मुठभेड़ में मौत हुई है तो हम झारखंड पुलिस के इस कदम की सराहना करते हैं. बड़कागांव के भाजपा विधायक रोशनलाल चौधरी ने कहा कि राज्य में अपराध की घटनाएं बेतहाशा बढ़ी हैं. हमारे विधानसभा क्षेत्र में एनटीपीसी के डीजीएम की हत्या कर दी गई. यह सरकार अपराध रोकने में विफल है.

एनटीपीसी डीजीएम के मर्डर मामले में पूछताछ के लिए ले जाया जा रहा था रांची

मिली जानकारी के अनुसार- पलामू जिले के चैनपुर के अंधारी ढोडा के पास झारखंड के सबसे बड़े गैंगस्टर अमन साहू को गोली मारी गई है. अमन साहू पिछले तीन महीने से रायपुर के जेल में बंद था. रांची के बरियातू में कोयला कारोबारी पर हुए हमले और हजारीबाग में हुए एनटीपीसी डीजीएम के मर्डर मामले में पूछताछ करने अमन साहू को रांची लाया जा रहा था.
 

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