हाथरस भगदड़ हादसे को लेकर अब तक छह लोगों को गिरफ्तार किया गया है और उत्तर प्रदेश पुलिस (Uttar Pradesh Police) ने मुख्य आरोपी सेवादार पर एक लाख का इनाम घोषित किया है. अलीगढ़ रेंज के पुलिस महानिरीक्षक शलभ माथुर (Shalabh Mathur) ने प्रेस कांफ्रेंस में बताया कि पिछले मंगलवार को हाथरस के सिकंदराराऊ क्षेत्र स्थित फुलरई गांव में आयोजित हरिनारायण साकार विश्वहरि भोले बाबा (Harinarayan Sakar Vishwahari Bhole Baba) के सत्संग में मची भगदड़ में 121 लोगों की मौत के मामले में अब तक दो महिला सेवादारों समेत छह लोगों को गिरफ्तार किया गया है. उन्होंने बताया कि मामले के प्रमुख आरोपी मुख्य सेवादार देव प्रकाश मधुकर पर एक लाख रुपये का इनाम घोषित किया गया है. उसके खिलाफ जल्द ही गैर जमानती वारंट भी जारी किया जाएगा.
कौन हैं देव प्रकाश मधुकर?
देव प्रकाश मधुकर हाथरस का ही रहने वाला है. सिकंदरामऊ कोतवाली क्षेत्र के मोहल्ला दमदमपुरा की न्यू कॉलोनी में उसका घर है. घटना के बाद से वो अपने पूरे परिवार के साथ फरार है. जिस सत्संग में यह हादसा हुआ उसका मुख्य आयोजनकर्ता यही था. जानकारी के अनुसार कार्यक्रम के संचालन में 78 लोग शामिल थे.देव प्रकाश मधुकर पर भारतीय न्याय संहिता की धारा 105, 110, 126, 223, 238 के तहत केस दर्ज किया गया है. देव प्रकाश मधुकर भोले बाबा का बेहद करीबी बताया जाता है.
हाथरस भगदड़ हादसे के बाद से भोले बाबा लापता
यूपी के हाथरस में भीषण भगदड़ हादसे के बाद से 'साकार विश्व हरि भोले बाबा' लापता हैं. भोले बाबा के धार्मिक प्रवचन के दौरान मची भगदड़ में 121 लोगों की मौत हुई है. पुलिस ने 'भोले बाबा' की तलाश में मैनपुरी जिले के राम कुटीर चैरिटेबल ट्रस्ट में तलाशी अभियान चलाया. बाबा का कहीं पता नहीं चला है. खास बात यह है कि एफआईआर में भोले बाबा का नाम आरोपी के रूप में नहीं है. इसमें उनके प्रबंधक और आयोजक देव प्रकाश मधुकर और धार्मिक कार्यक्रम के अन्य आयोजकों का नाम शामिल है. साकार विश्व हरि भोले बाबा को पहले सौरभ कुमार के नाम से जाना जाता था. पहले वह उत्तर प्रदेश पुलिस के खुफिया विभाग में कार्यरत थे.
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