अविनाश पांडे को उत्तर प्रदेश का नया प्रभारी नियुक्त किया गया
लोकसभा चुनाव से कुछ महीने पहले कांग्रेस के संगठन में बड़ा फेरबदल किया गया है. पार्टी के अनुभवी नेता अविनाश पांडे को प्रियंका गांधी वाड्रा की जगह राजनीतिक रूप से महत्वपूर्ण उत्तर प्रदेश का प्रभार दिया गया है.
- 65 वर्षीय अविनाश पांडे ने साल 2010 से 2016 तक महाराष्ट्र से राज्यसभा सांसद के रूप में कार्य किया. उन्होंने 2008 में भी उच्च सदन में प्रवेश के लिए चुनाव लड़ा, लेकिन उद्योगपति राहुल बजाज से सिर्फ एक वोट से हार गए.
- अविनाश पांडे अपनी मौजूदा पोस्टिंग से पहले झारखंड के लिए कांग्रेस के प्रभारी के रूप में काम कर रहे थे. इससे पहले उन्होंने राजस्थान में पार्टी का कामकाज संभाला था. अविनाश पांडे को राज्यों का प्रभार संभालने का काफी अनुभव है.
- अनुभवी राजनेता अविनाश पांडे ने अपने करियर की शुरुआत 1970 के दशक में कांग्रेस की छात्र शाखा, नेशनल स्टूडेंट्स यूनियन ऑफ इंडिया से की थी. बाद में वह कांग्रेस की महाराष्ट्र इकाई में शामिल होने से पहले युवा कांग्रेस के भी सदस्य रहे.
- नागपुर में जन्मे अविनाश पांडे के पास इकोनॉमिक्स और पब्लिक एडमिनिस्ट्रेशन में मास्टर डिग्री है और वह पेशे से एक वकील भी हैं. अविनाश पांडे की छवि एक पढ़े-लिखे और सुलझे हुए राजनेता की है. अब देखना ये है कि यूपी में अविनाश पांडे कांग्रेस पार्टी को कितना लाभ दिला पाते हैं.
- नई जिम्मेदारी मिलने के तुरंत बाद, अविनाश पांडे ने कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे, पार्टी अध्यक्ष सोनिया गांधी और पार्टी नेता राहुल गांधी को धन्यवाद दिया. उन्होंने प्रियंका गांधी वाद्रा की विरासत को आगे बढ़ाने का संकल्प लिया.
- कांग्रेस ने संगठन में फेरबदल करते हुए कुमारी सैलजा और प्रियंका गांधी वाद्रा को छत्तीसगढ़ तथा उत्तर प्रदेश के प्रभार से मुक्त कर दिया है और उनके स्थान पर क्रमश: सचिन पायलट और अविनाश पांडे को दोनों राज्यों का प्रभारी नियुक्त किया गया है. इसके बाद भाजपा की यह प्रतिक्रिया आयी है.
- कांग्रेस के संगठन महासचिव केसी वेणुगोपाल की ओर से जारी बयान के मुताबिक, पार्टी अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे की नई टीम में प्रियंका गांधी बतौर महासचिव बरकरार हैं, हालांकि उन्हें फिलहाल किसी प्रदेश का प्रभार या कोई अन्य जिम्मेदारी नहीं दी गई है. बयान में कहा गया है कि सैलजा को उत्तराखंड का प्रभार दिया गया है.
- इस पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के आईटी विभाग के प्रमुख अमित मालवीय ने ‘एक्स' (पूर्व में ट्विटर) पर एक पोस्ट में कहा, "प्रियंका वाद्रा को कोई पोर्टफोलियो (प्रभार) नहीं दिया जाना कांग्रेस में गांधी परिवार के गैर-जिम्मेदार होने की तरह है. इसे राहुल गांधी के प्रतिद्वंद्वी खेमे के लिए पदोन्नति और हाथ आये एक मौके के रूप में देखा जाना चाहिए."
- कांग्रेस में लोकसभा चुनाव से पहले कई फेरबदल किये जा रहे हैं. कई नेताओं का पोर्टफोलियो बदला गया है. वहीं, राहुल गांधी एक बार फिर 'भारत जोड़ो यात्रा' पर निकलने की तैयारी कर रहे हैं.
- कांग्रेस संगठन में नए बदलाव के साथ अब पार्टी महासचिवों की संख्या नौ से बढ़कर 12 हो गई है. कांग्रेस महासचिव पार्टी की कार्य समिति का स्वत: सदस्य होता है. वेणुगोपाल को कांग्रेस का संगठन महासचिव के पद पर बरकरार रखा गया है तथा पार्टी महासचिव जयराम रमेश संचार विभाग के प्रभारी की जिम्मेदारी निभाते रहेंगे.
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