कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने मंगलवार को कहा कि जैसे-जैसे देश का और शहरीकरण होता जा रहा है, उसके अनुसार हमें एक आधुनिक समाज कल्याण योजना विकसित करने की जरूरत है. राहुल ने केरल में कांग्रेस की ‘भारत जोड़ो यात्रा' के दौरान महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी अधिनियम (मनरेगा) कर्मियों के साथ मंगलवार को बातचीत के दौरान यह टिप्पणी की.
उन्होंने कहा कि आबादी का एक बड़ा हिस्सा अब शहरी क्षेत्रों में रहता है और इसलिए हमें यह सोचने की जरूरत है कि 'शहरी मनरेगा विचार क्या है'.
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कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष ने मनरेगा कर्मियों के साथ बातचीत के बाद ट्वीट किया, 'भारत और अधिक शहरीकृत हो रहा है, मनरेगा के लिए अगला कदम क्या है? एक आधुनिक सामाजिक कल्याण योजना विकसित करने की आवश्यकता है. मनरेगा श्रमिकों के साथ मुलाकात की और उनके मुद्दों को सुना. ये ऐसी बातचीत हैं जो भारत के लिए एक नयी समावेशी दृष्टि का नेतृत्व करेंगी.'
मनरेगा श्रमिकों के साथ हुई चर्चा का एक वीडियो साझा करते हुए राहुल गांधी ने कहा कि महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी अधिनियम (मनरेगा) का विचार देश में एक न्यूनतम मजदूरी तय करना था जिसके नीचे किसी को काम नहीं करना था.
उन्होंने कहा, 'न्यूनतम आय योजना (न्याय) का विचार था कि हम देश में न्यूनतम आय का सृजन करेंगे. इसलिए, विचार यह था कि प्रत्येक गरीब व्यक्ति को 6,000 रुपये प्रति माह यानि 72,000 रुपये प्रति वर्ष की गारंटी उनके बैंक खातों में मिलेगी. यह मनरेगा के विचार का अगला विकास था.'
कांग्रेस नेता ने कहा, 'तो शहरी मनरेगा का विचार क्या है? इस प्रकार की चीजों के बारे में हमें सोचने की जरूरत है.'
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