बिहार के दरभंगा में एम्स के निर्माण कार्य को लेकर एक बार फिर शनिवार से नीतीश कुमार सरकार और केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार में वाक् युद्ध जारी है. इसकी शुरुआत प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के शनिवार को भाषण से हुई, जिसके क्रम में उन्होंने इस एम्स के बारे में कहा कि ये लोगों के स्वास्थ्य सेवाओं के लिए खोला गया है.
इसके तुरंत बाद जनता दल यूनाइटेड के राष्ट्रीय अध्यक्ष राजीव रंजन उर्फ़ ललन सिंह ने ट्वीट कर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को इस एम्स के निर्माण कार्य अभी शुरू ना होने का दावा किया और इसके लिए केंद्र सरकार को ज़िम्मेदार ठहराया.
इसके तुरंत बाद राज्य के स्वास्थ्य मंत्री तेजस्वी यादव ने भी ट्वीट किया और केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मांडविया को भी टैग कर दिया.
हालांकि, ये मामला जिस तरह से राजनीतिक रंग लेता जा रहा था और ख़ुद प्रधानमंत्री विपक्षी दलों के निशाने पर थे, वैसे में केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री ने तुरंत सफ़ाई दी और बिहार सरकार को ये कहकर घेरने की कोशिश की आप सही ज़मीन दें और तुरंत निर्माण कार्य शुरू कराया जायेगा.
लेकिन इस ट्विटर पर जारी पत्राचार से साफ़ हो गया कि दरभंगा एम्स का निर्माण कार्य अब तक शुरू नहीं हुआ. जहां केंद्र ने इसके लिए बिहार सरकार से सही ज़मीन ना देना कारण माना है. वहीं, बिहार सरकार का कहना है कि ज़मीन देने के बाद भी केंद्र सरकार राजनीतिक मंशा से जानबूझकर निर्माण कार्य शुरू ना करने के लिए कोई ना कोई कारण खोजती रहती हैं.