झमाझम बारिश के बाद ठंड दिखाएगी तेवर... दिल्ली, नोएडा से गुरुग्राम तक चेतावनी, जानें मौसम का हाल

बारिश का मौसम अपने अंतिम चरण में है, मगर अब भी कहर बरपा रहा है. मौसम विभाग ने बारिश को लेकर अगले कुछ दिनों के लिए चेतावनी जारी की है. वहीं दिल्ली-एनसीआर के लिए भयंकर ठंड की चेतावनी जारी की है.

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  • मौसम विभाग के अनुसार, अगले छह दिनों तक कोंकण, गोवा और मध्य महाराष्ट्र में तेज बारिश की संभावना बनी रहेगी.
  • ओडिशा में दशहरे के दिन भारी बारिश होने का अनुमान है और कई जिलों में तेज हवाएं चल सकती हैं.
  • ला नीना के प्रभाव से भारत में कड़ाके की ठंड पड़ने की उम्मीद है. दिल्ली-एनसीआर में इसका खासा असर रहेगा.
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मॉनसून कई इलाकों से जा चुका है, मगर अब भी कई इलाकों में बारिश जारी है. मौसम विभाग के अनुसार, अगले 6 दिनों तक कोंकण, गोवा और मध्य महाराष्ट्र में तेज बारिश का अनुमान है. गुजरात में भी 1 अक्टूबर तक बारिश का अनुमान है. आज और कल अंडमान निकोबार में भारी बारिश हो सकती है. पश्चिम बंगाल में 2 से 4 अक्टूबर तक बारिश हो सकती है. बिहार, झारखंड, ओडिशा, मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ में भी 4 अक्टूबर तक बारिश की संभावना है. इस साल बारिश और बाढ़ ने भारी तबाही मचाई है. उत्तराखंड, हिमाचल प्रदेश, पंजाब, कर्नाटक और महाराष्ट्र में सबसे ज्यादा तबाही देखने को मिली. मौसम विभाग का अनुमान है कि ला नीना के कारण आने वाले महीनों में दिल्ली-एनसीआर में कड़ाके की ठंड पड़ सकती है.

ला नीना क्या है

ला नीना एक प्राकृतिक जलवायु घटना है. यह लगभग हर 2 से 7 साल में घटित होती है. इसमें भूमध्यरेखीय प्रशांत महासागर का सतही जल सामान्य से अधिक ठंडा हो जाता है, जिसका असर भारत में सामान्य से अधिक बारिश और ठंडी सर्दियों के रूप में देखने को मिलता है. ला नीना एल नीनो के विपरीत प्रभाव रखती है, जिसमें प्रशांत महासागर का सतही जल सामान्य से अधिक गर्म हो जाता है.

ला नीना का असर

  • भारत में अधिक बारिश: ला नीना के वर्षों में भारत में सामान्य से अधिक बारिश होती है, जिससे मानसून के बाद आसमान साफ होता है और रात को धरती की गर्मी आसानी से अंतरिक्ष में निकल जाती है.
  • ठंडी सर्दियां: ला नीना के प्रभाव से भारत में सर्दियां अधिक ठंडी होती हैं, जिससे हिमालयी क्षेत्र में अचानक मौसम बदल जाता है और बर्फबारी होती है.
  • वैश्विक प्रभाव: ला नीना का प्रभाव वैश्विक स्तर पर होता है, जैसे कि दक्षिण अमेरिका में मत्स्य उद्योग के लिए अनुकूल परिस्थितियां बनती हैं और ऑस्ट्रेलिया में बाढ़ आने की संभावना रहती है. ला नीना का अर्थ स्पेनिश में "छोटी लड़की" है.

राजस्थान में बारिश की संभावना

राजस्थान के उदयपुर संभाग में एक नए मौसमी तंत्र के प्रभाव से कई जगह आगामी कुछ दिनों में भारी बारिश होने की संभावना है. पश्चिम विदर्भ पर बना अवदाब के आगामी 2-3 दिन में पश्चिम की ओर आगे बढ़ने, दक्षिण गुजरात एवं सौराष्ट्र के ऊपर से गुजरते हुए एक अक्टूबर तक गुजरात तट से सटे उत्तर-पूर्व अरब सागर पर निम्न दाब क्षेत्र के रूप में उभरने की संभावना है.

इसके असर से राजस्थान के पूर्वी व दक्षिणी भागों में आगामी 3-4 दिन बारिश होने व दक्षिणी भागों में कहीं-कहीं मध्यम से भारी बारिश हो सकती है.

मौसम केंद्र जयपुर के अनुसार 28 सितंबर से तीन अक्टूबर के दौरान कोटा, उदयपुर, भरतपुर, जयपुर, अजमेर व जोधपुर संभाग के कुछ भागों में बारिश की गतिविधियां होंगी. इस दौरान उदयपुर संभाग में कहीं-कहीं भारी बारिश होने की संभावना है.

दशहरे पर ओडिशा में भारी बारिश का अनुमान

ओडिशा में दो अक्टूबर को दशहरे के दिन भारी बारिश होने का अनुमान है. भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) के मुताबिक, एक अक्टूबर को बंगाल की खाड़ी के ऊपर कम दबाव का क्षेत्र बनने की संभावना है, जिससे ओडिशा को भारी बारिश का सामना करना पड़ सकता है. आईएमडी ने कहा कि 30 सितंबर को उत्तरी अंडमान सागर में एक ऊपरी वायु चक्रवाती परिसंचरण उभरने की संभावना है, जिसके प्रभाव से एक अक्टूबर के आसपास बंगाल की खाड़ी के उत्तर और मध्य हिस्से में कम दबाव का क्षेत्र बनेगा.

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Photo Credit: PTI

विभाग के अनुसार, एक अक्टूबर को ओडिशा के मलकानगिरी, कोरापुट, रायगढ़, गजपति और गंजम जिलों में गरज के साथ भारी बारिश होने और 30 से 40 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से तेज हवाएं चलने का अनुमान है.उसने कहा कि दो अक्टूबर को राज्य के कालाहांडी, कंधमाल, रायगढ़, कोरापुट, मलकानगिरी, गंजम, गजपति, कटक, मयूरभंज, क्योंझर, नयागढ़, खुर्दा और पुरी जिलों में इसी तरह की मौसमी परिस्थितियों का पूर्वानुमान है.

आईएमडी के मुताबिक, तीन अक्टूबर को नबरंगपुर, नुआपाड़ा, बोलांगीर, कालाहांडी और बरगढ़ जिलों के कुछ हिस्सों को भारी बारिश का सामना करना पड़ सकता है.

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विभाग ने समुद्री परिस्थितियों के खराब होने के मद्देनजर मछुआरों को एक और दो अक्टूबर को समुद्र में न जाने की सलाह जारी की है.

नासिक में भारी बारिश

महाराष्ट्र के नासिक में रविवार को भारी बारिश हुई, जिससे गोदावरी नदी का जलस्तर खतरे के निशान के करीब पहुंच गया और रामकुंड क्षेत्र में कुछ मंदिर जलमग्न हो गए. मौसम विभाग ने आज जिले में तूफानी हवाओं के साथ भारी बारिश का अनुमान जताते हुए 'रेड अलर्ट' जारी किया है. मंगलवार को भी भारी बारिश का अनुमान है.

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रामकुंड क्षेत्र में प्रसिद्ध दुतोंड्या मारुति मूर्ति सहित छोटे मंदिर और गोदावरी नदी के किनारे गोदा घाट क्षेत्र जलमग्न हो गए है. अधिकारियों के अनुसार, कलवान तालुका में पुनाद नदी में बाढ़ के कारण काकने-खेड़गांव से संपर्क टूट गया है.

गंगापुर, कश्यपी और गौतमी-गोदावरी बांधों के जलग्रहण क्षेत्रों में भारी बारिश के कारण इन बांधों से पानी छोड़ा गया.

सिक्किम में दशहरा पर भारी बारिश

सिक्किम में भारी बारिश के कारण दशहरा उत्सव का उत्साह फीका पड़ने की संभावना है. गंगटोक मौसम केंद्र के निदेशक गोपीनाथ राहा ने कहा कि पर्वतीय शहर में पिछले कुछ दिनों से सामान्य से अधिक तापमान दर्ज किया जा रहा है. वहीं, पारा 26.6 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच गया है. उन्होंने कहा, ‘‘बंगाल की खाड़ी के ऊपर निम्न दबाव का क्षेत्र बन रहा है, जिससे पूरे राज्य में व्यापक बारिश होने की संभावना है.''

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राहा ने कहा, ‘‘हालांकि, सितंबर के अंत तक सुबह के वक्त आसमान काफी हद तक साफ रह सकता है, लेकिन एक अक्टूबर से बादल छाने की संभावना है. दो अक्टूबर से बारिश के जोर पकड़ने की संभावना है और यह चार से पांच दिनों तक जारी रहेगी, जिसका असर दशहरा उत्सव पर देखने को मिल सकता है.' उन्होंने कहा कि अचानक गरज के साथ बारिश होने की भी संभावना है. उन्होंने आगाह किया कि यहां तक कि साफ आसमान में भी जल्द ही बादल छा जाने के बाद भारी बारिश हो सकती है.

गोवा में एक अक्टूबर तक ‘येलो अलर्ट' 

गोवा की राजधानी पणजी सहित राज्य के कई हिस्सों में पिछले 24 घंटों में भारी बारिश हुई. वहीं, भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) ने राज्य में एक अक्टूबर तक चार दिनों के लिए भारी बारिश का अनुमान जताते हुए ‘येलो अलर्ट' जारी किया है. आईएमडी ने पूर्वानुमान जताते हुए कहा कि मौसम तूफानी रहेगा और हवा की गति 40 से 50 किलोमीटर प्रति घंटे तक रह सकती है, जबकि तटीय इलाकों में हवा की गति 60 किलोमीटर प्रति घंटे तक भी पहुंच सकती है. विभाग ने मछुआरों को समुद्र में नहीं जाने की सलाह दी है. गोवा में शुक्रवार से ही बारिश हो रही है. शनिवार को पणजी समेत राज्य के कई हिस्सों में भारी बारिश हुई.

महाराष्ट्र में भारी बारिश: दो लोगों की मौत

मध्य महाराष्ट्र के मराठवाड़ा में भारी बारिश के कारण रविवार को 11,500 से अधिक लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया. अधिकारियों ने बताया कि उन्हें क्षेत्र के जयकवाड़ी बांध में और अधिक पानी आने की उम्मीद है. क्षेत्र के धाराशिव जिले में बारिश से संबंधित घटनाओं के कारण दो लोगों की मौत हो गई है. क्षेत्र में छत्रपति संभाजीनगर, जालना, बीड, लातूर, नांदेड़, हिंगोली और परभणी जिले भी शामिल हैं.

मराठवाड़ा क्षेत्र के बीड, नांदेड़ और परभणी सहित अन्य जिलों में भारी बारिश हुई है. मुंबई में शनिवार रात से रुक-रुक कर भारी वर्षा होती रही. बृह्नमुंबई महानगर पालिका (बीएमसी) द्वारा साझा किये गए आंकड़ों के अनुसार, पश्चिमी उपनगरों में से कुछ में सुबह आठ बजे से अपराह्न एक बजे तक पांच घंटों में 50 मिलीमीटर से अधिक वर्षा दर्ज की गई.
अपराह्न के बाद बारिश की रफ्तार हालांकि धीमी पड़ गई.

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