तीन घरों की तीन खबरें हैं. तीनों में बच्चे कॉमन हैं. उम्र तीन से 14 साल के बीच. दो अब दुनिया में नहीं हैं. तीसरा अस्पताल में भर्ती है. यह खबर आई-गई हो सकती है, लेकिन थोड़ा ठहरकर देखें, तो यह अलर्ट है. हर मां-बाप के लिए. पहले बच्चे को मोबाइल से निकला वह रोग लगा, जिससे हर मां-बाप आज परेशान है. गेम के चक्कर में उसने जान दे दी. दूसरी घटना बिहार की है. नर्सरी के बच्चे ने दूसरे बच्चे पर गोली चला दी. और तीसरी दर्दनाक कहानी 3 साल की बच्ची की है, जिसने खेल-खेल में घर में पड़ी शराब पी ली और उसकी मौत हो गई. पढ़िए हर किसी को परेशान करतीं ये तीन कहानियां...
14 साल के बच्चे ने गेम के चक्कर में किया सुसाइड
भारत में बैन ब्लू व्हेल एक बार फिर चर्चा में है. इस गेम ने 2016-17 में दुनियाभर के लोगों को हिला दिया था. ऐसा इसलिए क्योंकि यह एक ऐसा गेम है,जिसमें चैलेंज पूरा करने के चक्कर में बच्चे सुसाइड तक करने को तैयार हो जाते हैं. इस गेम के कारण भारत ही नहीं बल्कि अमेरिका, यूक्रेन और रूस में 100 से अधिक बच्चों की जान चली गई थी. हालांकि, लग रहा है कि इसी तरह का गेम एक बार फिर भारत में लौट आया है और इसके चलते पुणे में 14 वर्षीय एक बच्चे ने आत्महत्या कर ली है. जानकारी के मुताबिक- नाबालिग ने 14वीं मंजिल से कूदकर आत्महत्या कर ली. बता दें कि यह गेम भारत समेत कई देशों में बैन है, लेकिन बच्चे कहीं न कहीं से इसे खोज ही लेते हैं. (पढ़ें- ब्लू व्हेल गेम के चक्कर में किया सुसाइड)
नर्सरी के बच्चे ने तीसरी क्लास के छात्र को मारी गोली
बिहार से एक चौंकाने वाला मामला सामने आया है.नर्सरी में पढ़ने वाले एक सिर्फ 4 साल के बच्चे ने तीसरी कक्षा के छात्र को गोली मार दी.हैरान करने वाली ये घटना बिहार के सुपौल जिला के त्रिवेणीगंज नगर की है. यहां स्थित सेंट जॉन बोर्डिंग स्कूल की ये घटना है. यहां पर नर्सरी कक्षा के छात्र ने अपने ही स्कूल के तीसरी कक्षा के छात्र पर बुधवार की सुबह गोली चला दी. गनीमत ये रही कि गोली छात्र के हाथ में लगी है और उसकी जान नहीं गई. हालांकि, घायल छात्र खतरे से बाहर है और अस्पताल में उसका इलाज चल रहा है. (पढ़ें- बिहार में नर्सरी के बच्चे ने मारी गोली)
3 साल की बच्ची ने खेल-खेल में पी लिया, हुई मौत
छत्तीसगढ़ के बलरामपुर में एक तीन साल की बच्ची ने खेल-खेल में घर में रखी देशी शराब पी ली, जिससे उसकी मौत हो गई. घटना मंगलवार दोपहर की है. बच्ची को बलरामपुर से अंबिकापुर रेफर किया गया था. हालांकि, बच्चे की जान नहीं बच सकी. मामला त्रिकुंडा थाना क्षेत्र का है. चिकित्सकों ने बच्ची को बचाने के लिए भरसक प्रयास किया लेकिन शराब से बच्ची के लिवर, किडनी व हार्ड को बुरी तरह डैमेज कर दिया था, जिसकी वजह से उसे बचाया नहीं जा सका. (पढ़ें- 3 साल की बच्ची ने खेल-खेल में पी ली शराब)