ईंधन की बढ़ती कीमतों को लेकर केंद्र पर हमला बोलते हुए कांग्रेस के वरिष्ठ नेता पी चिदंबरम ने रविवार को कहा कि मोदी सरकार ने ईंधन कर के रूप में 26.5 लाख करोड़ रुपये से अधिक की वसूली की है और लोगों को खुद से यह पूछना चाहिए कि ईंधन कर के रूप में इतनी बड़ी राशि का भुगतान करने के बदले में एक औसत परिवार को क्या मिला. सरकार पर उनका हमला ऐसे दिन हुआ जब पेट्रोल और डीजल की कीमतों में फिर से 80 पैसे प्रति लीटर की बढ़ोतरी की गई, जिससे दो सप्ताह से कम समय में दरों में कुल वृद्धि 8 रुपये प्रति लीटर हो गई.
चिदंबरम ने ट्विटर पर कहा कि मोदी सरकार के आठ वर्षों में केंद्र सरकार ने ईंधन कर के रूप में 26,51,919 करोड़ रुपये एकत्र किए हैं. पूर्व केंद्रीय वित्त मंत्री ने कहा, 'भारत में लगभग 26 करोड़ परिवार हैं. इसका मतलब है कि केंद्र सरकार ने हर परिवार से औसतन एक लाख रुपये ईंधन कर के रूप में एकत्र किए हैं!' चिदंबरम ने कहा, 'अपने आप से पूछें, ईंधन कर के रूप में इतनी बड़ी राशि का भुगतान करने के बदले में एक औसत परिवार को क्या मिला?'