पश्चिम बंगाल में ग्राम पंचायत, पंचायत समिति और जिला परिषद चुनाव के लिए वोटों की गिनती 11 जुलाई को हुई. ग्राम पंचायत स्तर पर तृणमूल कांग्रेस (TMC) ने अब तक 18,606 सीट पर जीत दर्ज की है. टीएमसी 8,160 सीट पर बढ़त बनाए हुए है. विपक्षी बीजेपी को 4,482 सीट मिली हैं और वह 2,419 सीट पर आगे चल रही है. वहीं, मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (माकपा) ने 1,424 सीट पर जीत दर्ज की है और 922 सीट पर उसकी बढ़त है. उसकी सहयोगी कांग्रेस ने 1,073 सीट जीती हैं और 693 सीट पर आगे चल रही है.
अन्य दल जिनमें नवगठित आईएसएफ भी शामिल है, 1,362 सीटों पर आगे चल रहे हैं. जबकि टीएमसी के विद्रोही समेत निर्दलीयों ने 718 सीटें जीती हैं और 216 सीटों पर आगे हैं. पंचायत समिति की सीटों से जुड़े आंकड़े भी सामने आने लगे हैं। अब तक टीएमसी ने 55 सीटों पर जीत दर्ज की है और 73 सीटों पर आगे है. एसईसी के एक अधिकारी ने कहा, "मतगणना सुबह 8 बजे शुरू हुई और अगले दो दिनों तक जारी रहने की संभावना है. मतपत्रों की गिनती और नतीजे आने में समय लगेगा."
74,000 सीटों पर हो रही वोटों की गिनती
अधिकारियों ने कहा कि त्रिस्तरीय पंचायत चुनावों के लिए लगभग 74,000 सीटों पर वोटों की गिनती हो रही है. इसमें 9730 पंचायत समिति सीटें और 928 जिला परिषद सीटें भी शामिल हैं. 22 जिलों में लगभग 339 मतगणना स्थल बनाए गए हैं. दक्षिण 24 परगना में मतगणना केंद्रों की अधिकतम संख्या 28 है, जबकि कलिम्पोंग में सबसे कम 4 मतगणना केंद्र हैं.
बीजीपीएम 21 सीटों पर आगे
चुनाव आयोग के मुताबिक, दार्जिलिंग हिल्स में दार्जिलिंग की 598 और कलिम्पोंग की 281 सीटों में से बीजीपीएम 21 पर आगे चल रही है, जबकि बीजेपी एक सीट पर आगे है. निर्दलीय उम्मीदवार भी चार सीटों पर आगे चल रहे हैं. सभी मतगणना स्थलों पर सशस्त्र राज्य पुलिस के जवान और केंद्रीय बल तैनात हैं. किसी भी अप्रिय घटना से बचने के लिए मतगणना स्थल के बाहर सीआरपीसी की धारा 144 के तहत निषेधाज्ञा लगाई गई है. 22 जिलों में कुल 767 स्ट्रांग रूम बनाए गए हैं.
टीएमसी और बीजेपी के बीच जुबानी जंग
जैसे ही शुरुआती रुझान आने शुरू हुए टीएमसी और बीजेपी के बीच जुबानी जंग शुरू हो गई. बीजेपी ने सत्ताधारी पार्टी पर मतगणना केंद्रों में विपक्षी एजेंटों को प्रवेश करने से रोककर वोट लूटने की आखिरी बेताब कोशिशें करने का आरोप लगाया है. विपक्ष के नेता शुवेंदु अधिकारी ने कहा, "टीएमसी के गुंडे बीजेपी और अन्य विपक्षी राजनीतिक दलों के मतगणना एजेंटों और उम्मीदवारों को मतगणना केंद्रों में प्रवेश करने से रोककर चुनाव में चोरी करने की बेताब कोशिश कर रहे हैं. उन्हें कार्यक्रम स्थल की ओर जाने से रोका जा रहा है. मतगणना एजेंटों को डराने के लिए बम फेंके जा रहे हैं."
टीएमसी ने आरोपों को किया खारिज
आरोपों को खारिज करते हुए टीएमसी प्रवक्ता कुणाल घोष ने कहा, "हार को भांपते हुए वे बेबुनियाद आरोप लगा रहे हैं. लोगों द्वारा खारिज कर दी गई और अपमानजनक हार को महसूस करते हुए बीजेपी अपनी संगठनात्मक विफलताओं के लिए घटिया बहाने बना रही है."
शनिवार को हुई थी चुनावी हिंसा
इससे पहले शनिवार को पश्चिम बंगाल के ग्रामीण चुनावों में हिंसा हुई थी. इसमें 15 लोगों की मौत हो गई थी, जबकि बैलेट बॉक्स को तोड़ दिया गया था. बैलेट पेपर को आग लगा दिया गया था. कई जगहों पर बम भी फेंके गए थे. 8 जून को चुनाव प्रक्रिया शुरू होने और तारीखों की घोषणा होने के बाद से राज्य में मरने वालों की कुल संख्या 30 से अधिक हो गई है.
80.71 प्रतिशत हुआ था मतदान
शनिवार को 80.71 प्रतिशत मतदान दर्ज किया गया. जबकि पूरे पश्चिम बंगाल में 696 बूथों पर शाम 5 बजे तक 69.85 प्रतिशत वोट दर्ज किया गया. कुछ जगहों पर सोमवार को दोबारा मतदान हुआ था. राज्य के ग्रामीण इलाकों में रहने वाले कुल 5.67 करोड़ लोग पंचायत प्रणाली की 73,887 सीटों पर 2.06 लाख उम्मीदवारों के भाग्य का फैसला करने के पात्र थे.
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