मणिपुर में महिलाओं के साथ हुई हिंसा अब एक बड़ा मुद्दा बन चुका है. हालांकि, सरकार इस घटना को लेकर संसद में बहस को भी तैयार है लेकिन विपक्ष ऐसा करने को तैयार नहीं दिख रहा है. इन सब के बीच अब पश्चिम बंगाल में भी महिलाओं के साथ अत्याचार के कुछ मामले सामने आए हैं. इन मामलों को लेकर भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) ने पश्चिम बंगाल सरकार पर हमला बोला है. बीजेपी पंचायत चुनाव और उसके बाद महिलाओं के साथ हुई हिंसा की घटनाओं को लेकर आक्रमक है. बीजेपी ने पंचायत चुनाव के दौरान हावड़ा में महिला उम्मीदवारों के साथ हुई हिंसा और उसके बाद मालदा में दो आदिवासी महिलाओं के साथ हुए अत्याचार का मुद्दा उठाते हुए सीएम ममता बनर्जी पर हमला बोला है.
केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर ने कहा कि बंगाल में महिला मुख्यमंत्री हैं, उसके बावजूद भी महिलाओं के साथ घटनाएं हुई हैं, ये बेहद शर्मनाक है. हावड़ा में इंसानियत शर्मसार हुई है. लेकिन सबके होंठ सिले हुए हैं. हावड़ा में पंचायत चुनाव के दिन टीएमसी के गुंडों ने महिला को निर्वस्त्र कर घुमाया, प्रत्याशी को पीटा गया. इतना ही नहीं बंगाल के मालदा का जो वीडियो वायरल हो रहा है. इसमें दो महिलाओं को पीट-पीटकर अर्द्धनग्न किया गया और घुमाया गया, अब कहां हैं ममता बनर्जी...? बंगाल, बिहार, राजस्थान सभी जगह महिलाओं के साथ अत्याचार हो रहे हैं, लेकिन सभी मूक दर्शक बनकर बैठे हैं. वहीं उन्होंने राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत को भी आड़े हाथों लिया. उन्होंने कहा कि एक राज्य राजस्थान, जो टूरिज्म की दृष्टि से बेहद महत्वपूर्ण है. यहां बहुत टूरिस्ट आते हैं, लेकिन पिछले पांच वर्षों में राजस्थान कहां पहुंच गया है...? वहां महिलाओं के खिलाफ कितनी घटनाएं, अपराध और अत्याचार की हुई हैं. एक शांत और सुरक्षित राज्य पिछले पांच वर्षों में महिला अपराध के मामले में नंबर वन बन गया है. उन्होंने साथ ही पश्चिम बंगाल में महिलाओं के साथ हुई घटनाओं पर सीएम ममता बनर्जी पर भी हमला बोला.
केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी ने भी महिलाओं के साथ हो रहे अत्याचार को लेकर राजस्थान और पश्चिम बंगाल की सरकार को घेरा है. उन्होंने कहा है कि बीते कुछ दिनों में जहां पश्चिम बंगाल में महिलाओं के साथ हो रहे अत्याचार की कुछ घटनाएं सामने आई हैं, वहीं राजस्थान में महिलाओं के साथ हो रहे अत्याचार की बात उठाने पर एक मंत्री को बर्खास्त कर दिया गया. लेकिन इन तमाम घटनाओं को लेकर कांग्रेस एक मूक दर्शक बनी हुई है. उन्हें सिर्फ मणिपुर में महिलाओं पर अत्याचार दिख रहा है. लेकिन दूसरे राज्यों में जो हो रहा है वो उसे अनदेखा कर रही है.
वहीं, बीजेपी नेता अमित मालवीय ने टीएमसी की प्रवक्ता की प्रेस कॉन्फ्रेंस का एक वीडियो साझा करते हुए एक ट्वीट किया है. उन्होंने इस ट्वीट में लिखा कि “अब कपड़े निकल गये, जितना भी निकला है, इसको राजनीतिक चश्मे से क्यों देखना…”.उन्होंने आगे लिखा कि पीड़ित महिलाओं के प्रति संवेदनशीलता ममता बनर्जी, उनके सहयोगी और पुलिस महानिदेशक की विशेषता नहीं है. इस समय टीएमसी पीड़िता को न्याय दिलाने की जगह उन्हें शर्मिंदा करने में लगी हैं.
बीजेपी के प्रवक्ता शहजाद पूनावाला ने भी बीते दिनों एक वीडियो संदेश ट्वीट करके कांग्रेस और पश्चिम बंगाल सरकार पर हमला बोला. उन्होंने कहा कि रेप एक ऐसा कृत्य है जिसे किसी भी सभ्य समाज में कोई जगह नहीं मिल सकती. रेप चाहे मणिपुर में हो या राजस्थान में, रेप चाहे तमिलनाडु में हो या फिर पंजाब में हो. रेप करने वाले आरोपी को सख्त से सख्त सजा मिलनी चाहिए. मैं आज से एक सवाल पूछना चाहता हूं. सवाल ये है कि क्या रेप की अलग-अलग कैटेगरी होती है. गुड रेप या बैड रेप. अगर ऐसा नहीं है तो फिर आज ऐसे लोगों को चिन्हित करना जरूरी है जो इसे आज राजनीति के लिए औजार बना रहे हैं. शहजाद पूणेवाला ने अपने इस ट्वीट में राजस्थान के करौली की घटना का भी जिक्र किया. ऐसे ही उन्होंने पश्चिम बंगाल की सीएम ममता बनर्जी पर भी हमला बोला. उन्होंने कहा कि बंगाल में 14 साल की बच्ची के साथ रेप हुआ तो ममता दीदी ने कहा कि ये रेप नहीं बल्कि ये लव-अफेयर था.
गौरतलब है कि इस घटना को लेकर टीएमसी की प्रवक्ता ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि हमने पहले ही बयान दिया है. उस बयान में हमने कहा कि जहां ये घटना हुई वहां एक बड़ा हाट है. वहां पर चोरी हुई. अब चोर जो थे वो दो महिलाएं थीं. उनको स्थानीय लोगों ने पकड़ा. जिन्होंने इन दोनों महिलाओं को पकड़ा वो भी महिलाएं ही हैं. उस दौरान छीना झपटी हुई. अब उस दौरान कपड़े निकल गए. जितना भी निकला है. उसको कोई राजनीतिक चश्मा से क्यों देख रहे हैं ? वहां पर जो पुलिस थी वो भी गई और रोकने की कोशिश भी की गई. सब लोग महिलाएं थी. पुलिस फिलहाल इस मामले की जांच कर रही है और पुलिस ने मामला भी दर्ज किया है.