''क्‍या आप किसी अन्‍य सीट से चुनाव लड़ रही हैं'' : नंदीग्राम को लेकर PM मोदी ने ममता बनर्जी पर कसा तंज..

पीएम ने कहा, ‘‘वोट के लिए किसी को खुश करना है तो यह आपका अधिकार है लेकिन बंगाल के लोगों की आस्था को, रामकृष्ण परमहंस और स्वामी विवेकानंद तथा चैतन्य महाप्रभु की पहचान को मैं गाली नहीं देने दूंगा.’’ 

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पीएम मोदी ने कहा, पहले चरण का मतदान होने के बाद ‘दीदी’ की बौखलाहट और बढ़ गई है

West Bengal Assembly Polls 2021 : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पश्चिम बंगाल की मुख्‍यमंत्री ममता बनर्जी पर बंगाल की संस्‍कृति के अपमान करने और उनके मंदिर के भ्रमण को नापसंद करने का आरोप लगाया है. पीएम ने उनके बांग्‍लादेश दौरे को लेकर चुनाव संहिता का उल्‍लंघन का आरोप लगाने के मामले में भी तृणमूल कांग्रेस को आड़े हाथ लिया है. ऐसे समय जब पश्चिम बंगाल में आज दूसरे चरण की वोटिंग चल रही है, पीएम ने जयनगर में एक चुनावी सभा को संबोधित करते हुए कहा, 'दीदी को मेरा बांग्‍लादेश में मां काली के मंदिर में प्रार्थन करना पसंद नहीं आया. हम अपनी धार्मिक आस्‍था को लेकर सीजनल (Seasonal) नहीं है.'

ममता बनर्जी पर हमला बोलते हुए पीएम ने कहा, 'ममता बनर्जी को हार का डर सता रहा है, इसलिए वे नंदीग्राम में डेरा डालने को विवश हुई हैं. दीदी ने भवानीपोर (कोलकाता की अपनी विधानसभा सीट) सीट नंदीग्राम जाने के लिए छोड़ी थी. यहां आने के बाद उन्‍हें गलती का अहसास हुआ. दीदी को नंदीग्राम चार दिन से डेरा डालने को मजबूर होना पड़ा है.' उन्‍होंने पूछा, 'दीदी क्‍या आप किसी अन्‍य सीट से नामांकन फाइल करने जो रही हैं. पहले आप नंदीग्राम गई और लोगों ने आपको जवाब दे दिया है. आप जहां भी जाएंगी, बंगाल के लोग आपको सही जवाब देने के लिए तैयार बैठे हैं.'

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पश्चिम बंगाल के जयनगर में चुनावी रैली को यहां संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा ‘‘ पहले चरण के मतदान के बाद तृणमूल कांग्रेस अध्यक्ष की बौखलाहट और बढ़ गई है. ‘‘जय श्री राम'' के आह्वान और दुर्गा विसर्जन से उन्हें पहले ही परेशानी थी, अब उन्हें तिलक और भगवा वस्त्र से भी दिक्कत होने लगी है तथा उनके लोग चोटी रखने वालों को राक्षस कह रहे हैं. ''उन्होंने कहा, ‘‘पश्चिम बंगाल में असली परिवर्तन बस एक महीने दूर है. भाजपा की जीत का आंकड़ा 200 के भी पार जाएगा.''मुख्यमंत्री द्वारा कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी सहित अन्य गैर-भाजपा नेताओं को पत्र लिखे जाने का उल्लेख करते हुए उन्होंने कहा, ‘‘पहले चरण का मतदान होने के बाद ‘दीदी' की बौखलाहट और बढ़ गई है. कल ही दीदी ने देश के कई नेताओं को संदेश भेजकर मदद की अपील की है. जो लोग दीदी की नजर में बाहरी हैं, टूरिस्ट हैं, जिन्हें वो कभी मिलने तक का समय नहीं देती थीं, अब उनसे समर्थन मांग रही हैं.''

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प्रधानमंत्री ने कहा कि ममता बनर्जी इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन को पहले ही गाली दे चुकी हैं और निर्वाचन आयोग को कटघरे में खड़ा कर चुकी है.उन्होंने कहा, ‘‘आपकी (बनर्जी की) बौखलाहट बंगाल के लोगों में चर्चा का विषय बनी हुई है. आपने बंगाल के साथ विश्वासघात किया है और अब आप बंगाल की परंपरा और यहां की मान मर्यादाओं का भी अपमान कर रही हैं.''उन्होंने कहा कि पश्चिम बंगाल पहले से ही जानता है कि आपको ‘‘जय श्रीराम'' और दुर्गा विसर्जन से दिक्कत रही है.उन्होंने कहा, ‘‘लेकिन अब दीदी को तिलक से दिक्कत है. अब दीदी को भगवावस्त्र से दिक्कत है. और तो और अब दीदी के लोग चोटी रखने वालों को राक्षस कहने लगे हैं.''मोदी ने आरोप लगाया कि समाज के एक वर्ग को खुश करने के लिए उनके द्वारा ऐसा किया जा रहा है.

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उन्होंने कहा, ‘‘वोट के लिए किसी को खुश करना है तो यह आपका अधिकार है लेकिन पश्चिम बंगाल के लोगों की आस्था को, रामकृष्ण परमहंस और स्वामी विवेकानंद तथा चैतन्य महाप्रभु की पहचान को मैं गाली नहीं देने दूंगा.'' प्रधानमंत्री ने ममता बनर्जी पर उत्तर प्रदेश और बिहार के लोगों के खिलाफ ‘‘दुश्मनी की भाषा'' बोलने का आरोप लगाया और कहा कि यह उनकी राजनीतिक समझ पर सवाल पैदा करता है.उन्होंने कहा, ‘‘आप भूल गई हैं कि आपने सीएम के नाते संविधान की शपथ ली हुई है. भारत का संविधान आप को दूसरे राज्यों के लोगों का इस तरह अपमान करने की इजाजत नहीं देता है. आप चाहे जितनी मेरी बेइज्जती कर लीजिए, मुझे गाली दीजिए लेकिन दीदी मेरा आग्रह है आपसे कि देश के संविधान का अपमान मत करिए. बाबा साहब आंबेडकर की भावना का अपमान मत करिए.''अपने बांग्लादेश दौरे के दौरान प्रसिद्ध जोशेरेश्वरी मंदिर जाने और वहां मतुआ समाज के आध्यात्मिक गुरु की पूजा अर्चना करने पर ममता बनर्जी द्वारा आपत्ति जताने पर प्रधानमंत्री ने हैरानी जताई. उन्होंने कहा, ‘‘ये देखकर भी दीदी का गुस्सा सातवें आसमान पर पहुंच गया.''उन्होंने लोगों से पूछा, ‘‘मां काली के मंदिर में जाना गलत है क्या? हरीचंद ठाकुर जी को प्रणाम करना गलत है क्या?''उन्होंने कहा, ‘‘हम अपनी परंपरा पर हमेशा गर्व करने वाले लोग हैं.'' (भाषा से भी इनपुट)

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