अब सिर्फ 'मुल्ला, मदरसा, माफिया'... बंगाल में ममता बनर्जी पर क्यों भड़के अमित शाह?

ममता सरकार (Mamata Banerjee) पर हमलावर केंद्रीय गृह मंत्री ने कहा कि टीएमसी सरकार ने इमामों को मासिक सैलरी दी, लेकिन पुजारियों और मंदिरों की देखरेख करने वालों को एक पैसा भी नहीं दिया.

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ममता बनर्जी पर अमित शाह का निशाना.
नई दिल्ली:

लोकसभा चुनाव के पांचवें चरण के मतदान (LokSabha Elections 2024) से पहले गृह मंत्री अमित शाह ने पश्चिम बंगाल की सीएम ममता बनर्जी पर एक बार फिर निशाना साधा है. अमित शाह (Amit Shah) ने कहा कि ममता बनर्जी सरकार "मां, माटी, मानुष" के वादे पर सत्ता में आई थी, लेकिन अब "मुल्ला, मदरसा और माफिया" की खातिरदारी कर रही है. अमित शाह ने यह बात मंगलवार को उत्तर 24 परगना के बोनगांव में एक रैली को संबोधित करते हुए कही.

ममता का ध्यान 'मुल्ला, मदरसा, माफिया' पर केंद्रित

 ममता सरकार पर हमलावर केंद्रीय गृह मंत्री ने कहा कि टीएमसी सरकार ने इमामों को मासिक सैलरी दी, लेकिन पुजारियों और मंदिरों की देखरेख करने वालों को एक पैसा भी नहीं दिया. उन्होंने कहा, "टीएमसी 'मां, माटी, मानुष' के नारे पर सत्ता में आई थी. लेकिन उनका ध्यान अब 'मुल्ला, मदरसा, माफिया' पर केंद्रित हो गया है. यहां इमामों को महीने पर तनख्वाह दी जाती है,लेकिन पुजारियों और मंदिरों के रखवालों को कुछ नहीं मिलता. हालांकि ताजिया (मुहर्रम पर जुलूस) में कोई बाधा नहीं है, लेकिन दुर्गा पूजा और काली पूजा पर विसर्जन जुलूस निकालने में नियमित बाधाएं हैं, क्या इसे जारी रखने की अनुमति दी जानी चाहिए.''

अमित शाह ने अयोध्या में राम लला की 'प्राण प्रतिष्ठा' के निमंत्रण को अस्वीकार करने के लिए भी ममता बनर्जी की आलोचना की. उन्होंने कहा, "औपचारिक निमंत्रण मिलने के बावजूद, वह एक निश्चित वोट बैंक को खुश करने के लिए उद्घाटन समारोह (राम मंदिर में) में शामिल नहीं हुईं. उनके वोट बैंक आप (लोग)  नहीं बल्कि घुसपैठिए हैं. वह अपने वोट बैंक को गलत तरीके से नष्ट करने से डरती हैं.''

"CAA पर ममता बनर्जी से झूठ फैलाया"

ममता बनर्जी पर सीएए को लेकर झूठ फैलाने का आरोप लगाते हुए अमित शाह ने कहा कि केंद्रीय कानून पर लोगों को 'गुमराह' कर रही हैं. इन कानूनों का मकसद पाकिस्तान, बांग्लादेश और अफगानिस्तान से आए अप्रवासी अल्पसंख्यकों को शरण और स्थायी निवास देना है.

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अमित शाह ने कहा, "ममता बनर्जी लोगों को यह कहकर गुमराह कर रही हैं कि सीएए से लोगों के लिए मुसीबतें खड़ी हो सकती हैं. मैं आप सभी को आश्वस्त करना चाहता हूं कि इस कानून का मकसद किसी को कोई नुकसान पहुंचाना नहीं है. सभी वास्तविक नागरिक यहां सम्मान के साथ अपना जीवन जी सकते हैं. दुनिया की कोई ताकत हिंदू, सिख और जैन शरणार्थियों को देश का नागरिक बनने से नहीं रोक सकती. सीएए का मकसद बांग्लादेश से आए मतुआओं समेत उत्पीड़न का शिकार अल्पसंख्यकों को स्थायी निवास प्रदान करना है. टीएमसी सीएए का विरोध कर घुसपैठियों को भारतीय नागरिक बनाने की कोशिश कर रही है."

"नागरिकता देने का अधिकार सिर्फ केंद्र के पास"

उन्होंने कहा, "मैं ममता बनर्जी को याद दिलाना चाहता हूं कि नागरिकता देने का अधिकार केंद्र सरकार के पास है, न कि राज्य सरकारों के पास." शाह ने यह आश्वासन दिया कि अगर बीजेपी बंगाल में सत्ता में आती है तो उत्तर 24 परगना में बोंगांव और अन्य जगहों पर रहने वाले मतुआ समुदाय, सीएए के तहत अधिकारों का लाभ उठा सकेगा. उन्होंने कहा कि लोकसभा की 380 सीटों पर चुनाव संपन्न हो चुका हैं, जिसमें 18 सीटें बंगाल की भी शामिल हैं. मतदान के चार चरण पूरे हो चुके हैं. जिन 380 सीटों पर मतदान हो चुका है, उनमें से पीएम मोदी ने 270 सीटें जीतकर पूर्ण बहुमत हासिल कर लिया है,  हमें अब 400 से अधिक सीटें पार करनी हैं."

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"बंगाल पूरी तरह से अराजकता की स्थिति में"

शाह ने ममता बनर्जी को चेतावनी देते हुए कहा कि 'घोटालों' में शामिल लोगों को बख्शा नहीं जाएगा. 'कट मनी' से लेकर घुसपैठ तक, बम विस्फोटों से लेकर भतीजे (सीएम के भतीजे अभिषेक बनर्जी) के गुंडों द्वारा लोगों को परेशान करने तक, 'सिंडिकेट' से राज' से लेकर पूरी तरह से अराजकता तक, बंगाल पूरी तरह से अराजकता की स्थिति में है. सिर्फ नरेंद्र मोदी-जी ही राज्य को चिटफंड घोटाले, शिक्षक भर्ती घोटाले, नगर निगम भर्ती घोटाले, राशन घोटाले में डूबने से बचा सकते हैं. शाह ने कहा कि गाय और कोयला तस्कर जेल जाने के लिए तैयार रहें, किसी को भी बख्शा नहीं जाएगा.

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अमित शाह बीजेपी उम्मीदवार शांतनु ठाकुर के लिए प्रचार करने उत्तर 24 परगना पहुंचे थे. इस दौरान उन्होंने टीएमसी की ममता सरकार पर जमकर हमला बोला.
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