गर्मी और लू से अगले हफ्ते भी राहत के आसार नहीं, IMD ने इन इलाकों के लिए जारी की चेतावनी

अगले हफ्ते भी लोगों को भीषण गर्मी और लू से राहत मिलने के आसार नहीं हैं. IMD ने इस बाबत चेतावनी जारी कर दी है, जो खासकर कुछ इलाकों के लिए है. 

विज्ञापन
Read Time: 23 mins
(प्रतीकात्मक तस्वीर)
नई दिल्ली:

गर्मी और लू से इस हफ्ते लोग परेशान रहे. सोमवार को बारिश होने के कारण लोगों को सोमवार और मंगलवार की सुबह तक तो गर्मी और लू से राहत मिली. लेकिन मंगलवार की दोपहर से ही गर्मी ने लोगों का हाल बेहाल कर दिया. ऐसे में लोगों को उम्मीद थी कि अगले हफ्ते उन्हें राहत मिलेगी. लेकिन मिली जानकारी अनुसार अगले हफ्ते भी लोगों को भीषण गर्मी और लू से राहत मिलने के आसार नहीं हैं. IMD ने इस बाबत चेतावनी जारी कर दी है, जो खासकर कुछ इलाकों के लिए है, जिनमें पश्चिम व पूर्वी मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़ और तटीय आंध्र प्रदेश और बनम शामिल है.  

बता दें कि शनिवार की सुबह दिल्ली में न्यूनतम तापमान 28.7 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया था, जो सामान्य से एक डिग्री सेल्सियस अधिक है. आईएमडी ने कुछ इलाकों में लू चलने की चेतावनी देते हुए ‘येलो अलर्ट' जारी किया था. अधिकतम तापमान 44 डिग्री सेल्सियस तक पहुंचने का अनुमान था. शुक्रवार को वहां अधिकतम तापमान 42.9 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया था.

Advertisement

वहीं, स्काईमेट वेदर के उपाध्यक्ष (जलवायु परिवर्तन एवं मौसम विज्ञान) महेश पलावत ने कहा, ‘राजस्थान, मध्य प्रदेश, दक्षिण उत्तर प्रदेश और दिल्ली-एनसीआर के अलग-अलग हिस्सों में एक बार फिर लू चलने के आसार हैं.'

Advertisement

मौसम की चेतावनी देने के लिए आईएमडी चार रंगों पर आधारित अलर्ट कोड का इस्तेमाल करता है, जिसमें हरा रंग (कोई कार्रवाई की आवश्यकता नहीं), पीला रंग (नजर रखें और अपडेट रहें), नारंगी रंग (तैयार रहें) और लाल रंग (कार्रवाई करें) शामिल है. अधिकतम तापमान के 40 डिग्री सेल्सियस से अधिक और सामान्य से कम से कम 4.5 डिग्री ज्यादा होने पर लू की घोषणा की जाती है.

Advertisement

यह भी पढ़ें -

महिला ने खुद को बताया देवी पार्वती, भगवान शिव से विवाह की जताई इच्‍छा जताई, भारत-चीन बॉर्डर के पास इलाके में रुकने पर अड़ी

Advertisement

जम्मू कश्मीर : अनंतनाग में सुरक्षाबलों और आतंकवादियों के बीच मुठभेड़, तीन सैनिक घायल

Featured Video Of The Day
Jharkhand: Hemant Soren कांग्रेस पार्टी को महागठबंधन की कमजोर कड़ी क्यों नहीं मानते? | EXCLUSIVE
Topics mentioned in this article