उत्तर भारत में जबरदस्त सर्दी पड़ रही है. जम्मू-कश्मीर, उत्तराखंड और हिमाचल प्रदेश जैसे पहाड़ी राज्यों में जमकर बर्फबारी के बाद मैदानी इलाकों में भी इसका असर देखा जा रहा है. साथ ही उत्तर भारत के कई राज्यों में बारिश ने भी परेशानी को और बढ़ा दिया है. दिल्ली सहित देश के मैदानी इलाकों के लोगों को जबरदस्त ठंड झेलनी पड़ रही है. वहीं मौसम विभाग ने उत्तर भारत के कई राज्यों में घने कोहरे का अनुमान जताया है. इसके कारण वाहन चालकों को खासी परेशानी का सामना करना पड़ सकता है.
मौसम विभाग का अनुमान है कि उत्तर पश्चिमी भारत में दो-तीन दिनों के दौरान घने से बहुत घना कोहरा छा सकता है. आईएमडी ने कहा है कि हरियाणा-चंडीगढ़ के अलग-अलग स्थानों में 29-30 दिसंबर के दौरान देर रात और सुबह के वक्त घने से बहुत घने कोहरे की स्थिति बनी रहने की संभावना है.
राजस्थान में तापमान गिरने का अनुमान
इसके साथ ही राजस्थान के अलग-अलग स्थानों में 29 दिसंबर को देर रात और सुबह के समय घने से बहुत घना कोहरा छा सकता है. साथ ही आगामी दिनों में कड़ाके की सर्दी पड़ने और न्यूनतम तापमान में काफी गिरावट होने की संभावना जताई है.
राजस्थान के पूर्वी हिस्सों में रविवार को कुछ स्थानों पर हल्की बारिश हुई जबकि कई स्थानों पर घना या बहुत घना कोहरा दर्ज किया गया.
पंजाब के लिए भी कोहरे को लेकर मौसम विभाग ने भविष्यवाणी की है. पंजाब के अलग-अलग स्थानों में 29-30 दिसंबर के दौरान देर रात और सुबह के समय घने से बहुत घने कोहरे की स्थिति बनी रहने की संभावना है.
दिल्ली में छाया रह सकता है कोहरा
मौसम विभाग ने बताया कि दिल्ली में रविवार को न्यूनतम तापमान 13 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, जो इस महीने के औसत तापमान से छह डिग्री अधिक था. मौसम विभाग ने राजधानी में आज घना कोहरा छाए रहने की संभावना जताई है.
दिल्ली में आज अधिकतम और न्यूनतम तापमान क्रमश: 18 और 6 डिग्री सेल्सियस के आसपास रहने का अनुमान है.
पटरी पर लौटने लगा जनजीवन
उधर, कश्मीर में सीजन के सबसे भारी हिमपात के एक दिन बाद रविवार से जनजीवन पटरी पर लौटने लगा. उड़ानों का संचालन फिर से शुरू हो गया है और यातायात के लिए कई सड़कें साफ की जा चुकी हैं. जम्मू-कश्मीर सरकार ने शनिवार के भारी हिमपात के बाद कनेक्टिविटी बाधित होने पर सेवाओं को बहाल करने के लिए विभिन्न विभागों के अधिकारियों को तैनात किया था.
जम्मू-कश्मीर में बर्फबारी शुक्रवार शाम को शुरू हुई और शनिवार तक जारी रही, जिसे हालिया कुछ वर्षों में सबसे भारी हिमपात कहा जा रहा है. रविवार सुबह तक श्रीनगर अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर हवाई यातायात फिर से शुरू हो गया. भारतीय हवाईअड्डा प्राधिकरण के अधिकारियों ने पुष्टि की कि सुरक्षा जांच और रनवे मंजूरी के बाद परिचालन सामान्य हो गया.
घाटी को देश के बाकी हिस्सों से जोड़ने वाला श्रीनगर-जम्मू राष्ट्रीय राजमार्ग भी एक दिन बंद रहने के बाद वाहनों के आवागमन के लिए फिर से खोल दिया गया. हालांकि, यात्रियों को सावधानी बरतने की सलाह दी गई है, खासकर बनिहाल और काजीगुंड के बीच, जहां सड़कें फिसलन भरी हैं. भारी बर्फ जमा होने के कारण मुगल रोड और सिंथन दर्रे समेत कई प्रमुख मार्ग अभी भी बंद हैं. शनिवार को हुई बर्फबारी से हवाई, रेल और सड़क यातायात पर काफी असर पड़ा.
हिमाचल प्रदेश के ऊंचे इलाकों में बर्फबारी हुई. कल्पा व कुफरी में सबसे अधिक बर्फ गिरी. नारकंडा, केलांग और राज्य के ऊंचाई वाले अन्य स्थानों में भी रविवार सुबह हिमपात हुआ.